सत्येन्द्र पाल सिंह
- एशियन चैंपियंस ट्रॉफी एशियाई खेलों से पहले अपनी ताकत का जायजा लेने का मंच
नई दिल्ली : चेन्नै में हीरो एशियन चैंंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट शुरू होने के अब महज दो महीने बाकी हैं। एशिया के हॉकी प्रेमियों को इस टूर्नामेंट में प्रतिद्वंद्वी टीमों के बीच रोचक प्रतिद्वंद्विता और रोमांचक मैचों का बेसब्री से इंतजार है। सातवीं एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी चेन्नै में 3 से 12 अगस्त, 2023 तक होगी। चेन्नै (तमिलनाडु) ने आखिर बार अंतर्राष्टï्रीय हॉकी टूर्नामेंट की मेजबानी 2007 में की थी। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी इसमें शिरकत करने वाली टीमों के लिए खुद को इसी साल सितंबर में हांगजू(चीन) में होने वाले एशियाई खेलों की तैयारी के लिए अहम है। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत एशिया की हर हॉकी टीम इससे सीधे 2024 में पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने की जुगत में रहेगी। भारत ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के पिछले संस्करण में पाकिस्तान को हरा कांसा जीता था। भारत और पाकिस्तान ने अब तक एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में तीन-तीन बार खिताब जीता है।भारत ने 2011 में एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का पहला संस्करण जीता और फिर 2016 में पाकिस्तान को फाइनल में हरा दूसरी बार खिताब जीता जबकि 2018 में मस्कट में फाइनल बारिश से धुलने पर भारत और पाकिस्तान को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था।
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘अब एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी को शुरू होने में मात्र दो महीने बचे हैं। हमारा लक्ष्य है एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन कर स्वर्ण पदक जीत देश का गौरव बढ़ाना। हमारी टीम के लिए इसमें खेलने को लेकर रोमांचित है क्योंकि हममें से बहुतेरे खिलाड़ी चेन्नै में पहली बार खेलेंगे। हमारी भारतीय टीम 2007 में चेन्नै में आखिरी बार खेली थी तब भारत ने अपना एशिया कप हॉकी खिताब बरकरार रखा था। हें इस बार फिर चेन्नै में जीत की उम्मीद है। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट हमारी टीम के लिए इसलिए भी अहम है क्योंकि इसमें शिरकत कर हम अहम एशियाई खेलों से पहले अपनी प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ अपनी ताकत का जायजा ले सकेंगे। ऐसा इसलिए हैै क्योंकि हमारे लिए सीधे 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने के लए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतना बेहद जरूरी है। फिलहाल हमारी टीम का फोकस 2022-23 एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण पर है जहां हम कई विश्वस्तरीय टीमों के खिलाफ खेल रहे हैं। एफआईएच प्रो ली से हमारे लिए खुद को एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयार करने और एशियाई खेलों से पहले अपने एशियाई प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अलग अलग संयोजनों और शैली से खेलने के लिए ढालने का अच्छा मंच होगा।’