अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के जिला बदायंू के दातागंज में गत दिनों गूगल मैप से गलत जानकारी मिलने के चलते अधूरे बने पुल से नदी में कार गिरने से तीन लोगों की मौत का मामला ठंडा नहीं पड़ा था कि एक बार फिर बरेली में गूगल मैप ने कार चालक को धोखा दे दिया। घटनाक्रम के अनुसार पीलीभीत में दोस्त की शादी में शामिल होने जा रहे आईआईटी दिल्ली के तीन छात्रों की कार सड़क कटी होने की वजह से सूखी नहर में जा गिरी। गनीमत रही कि नहर में पानी नहीं था, इससे तीनों को मामूली रूप से चोट आई है। छात्रों ने बताया कि अनजान रास्ता होने की वजह से वे लोग गूगल मैप के सहारे चल रहे थे। बता दें कि करीब 10 दिन पहले भी बदायूं को फरीदपुर बरेली से जोड़ने वाले अधूरे पुल से कार सहित गिरकर तीन युवकों की मौत हो गई थी। ये लोग भी गूगल मैप देखकर आगे बढ़ रहे थे। पुल खत्म होते ही कार नीचे जा गिरी, जिससे तीन युवकों की जान चली गई थी। इस मामले में बदायूं में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। मंगलवार 03 दिसंबर को हुए हादसे पर इज्जतनगर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि औरैया निवासी दिव्यांशु सिंह, गाजीपुर जिले के अमलपुर निवासी साथी शुभम कुमार राय व गोंडा जिले के आईटीआई मनकापुर निवासी मिलिंद प्रकाश के साथ कार से दोस्त निशांत अग्रवाल की शादी में सोमवार को पीलीभीत आए थे। तीनों आईआईटी दिल्ली के छात्र हैं। रात में वाहन न मिलने की वजह से एक अन्य दोस्त अंकित को बस में बैठाने सेटेलाइट बस अड्डे पहुंचे। यहां से गूगल मैप के सहारे पीलीभीत लौट रहे थे। छात्रों के मुताबिक मैप के चलते वे लोग पीलीभीत बाईपास से हटकर झिड़ीधाम वाले संपर्क मार्ग पर चले गए। फरीदपुर कैनाल बड़ी नहर ने गांव बरकापुर तिराहा के पास सड़क का कटान कर दिया है। यहीं से कार नहर में जा गिरी। छात्रों को मामूली रूप से चोट आई है।