रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : अपार संभावनाओं वाला उत्तर प्रदेश निवेश के लिहाज से देश के बड़े उद्योगपतियों की पहली पसंद बन चुका हैं। देश के अग्रणी राज्यों की दौड़ में यूपी तेजी से आगे बढ़ रहा है। कृषि क्षेत्र में बेहतर संभावनाओं वाले यूपी के 75 जिलों को जीबीसी थ्री के तहत अलग अलग क्षेत्रों में 80211.43 करोड़ के 1406 प्रोजेक्टस से रोजगार को योगी सरकार बूस्टर की डोज देगी। इन प्रोजेक्ट्स में कई चीजें शामिल हैं जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि, आईटी, पर्यटन,अक्षय ऊर्जा, एयरोस्पेस, हथकरघा, विनिर्माण और कपड़ा समेत कई सेक्टर शामिल हैं। करीब 14 सौ प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा पश्चिमांचल में उसके बाद पूर्वांचल और मध्यांचल में और बुंदेलखंड के विकास को पंख लगेंगे।
देश दुनिया में तेजी से उभर रहे आईटी सेक्टर का हब बन रहे यूपी में अधिकांश मेगा निवेश डेटा सेंटर में 25 फीसदी हो रहा है। आईटी और इलेक्ट्रानिक में आने वाले समय में कुछ और कंपनियों के प्रदेश में निवेश के आसार है। एमएसएमई सेक्टर, कृषि, आईटी और इलेक्ट्रानिक्स में तेजी से निवेश हो रहा है। इसी तरह इंफ्रास्ट्रक्चर, मैन्यूफक्चरिंग, हैंडलूम और टेक्सटाइल, अक्षय ऊर्जा और एमएसएमई में भी निवेश हो रहा है।
ग्रेटर नोएडा बनेगा यूपी के विकास की धुरी
इस बार भी गौतमबुद्ध नगर प्रदेश के विकास की धुरी बनकर उभरेगा। इसमें 45,529.29 करोड़ रुपये की 238 परियोजनाएं अकेले गौतमबुद्ध नगर में निवेश से जुड़ी हैं। देश के दिग्गज उद्योगपतियों की मौजूदगी में परियोजनाओं को धरातल पर लाने का काम शुरू होगा। जिसके तहत मेडिकल डिवाइस पार्क, शारदा यूनिवर्सिटी,एनआईडीपी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, ग्रलोबल डाटा सेंटर समेत ढेर सारी सौगात मिलने जा रही हैं। प्रदेश के हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी। सेरेमनी के जरिये ग्रेनो ने फूड प्रोसेसिंग, रोबोटिक्स, हेल्थकेयर व इलेक्ट्रॉनिक्स की तरफ भी कदम बढ़ा दिया है।