संगम की परंपरा को गुफ़्तगू ने आगे बढ़ाया: न्यायमूर्ति डॉ. गौतम

  • गुफ़्तगू की ओर से आयोजित किया गया ‘गुफ़्तगू साहित्य समारोह-2023’
  • अमेरिका के धनंजय कुमार सहित देशभर की प्रतिभाओं का हुआ सम्मान

रविवार दिल्ली नेटवर्क

प्रयागराज : यह संगम नगरी है, यहां विभिन्न रितियां, परंपरा, धर्म और संस्कार देखने को मिलते हैं। यहां सभी लोग मिलजुलकर प्रेम के साथ रहते हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए संस्था ‘गुफ़्तगूू’ ने विभिन्न क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य करने वालों का सम्मान किया है। यह बहुत अच्छी बात है इसी तरह के आयोजन होने चाहिए। सााहित्य से लेेकर खेल और पत्रकारितो से जुड़े लोगों को आज एवार्ड दिया गया है। इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी पिछले 21 वर्षों से इस परंपरा को निर्वहन करते आ रही हैं। उनके साथ जुड़ी टीम इस कार्य के प्रति समर्पित है। यह बात इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति डॉ. गौतम चौधरी ने रविवार को गुफ़्तगू की तरफ से मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय में आयोजित ‘गुफ़्तगू साहित्य समारोह-2023’ के दौरान कही। न्यायमूर्ति डॉ. गौतम ने कहा कि इस आयोजन में पूरे देश के अलावा अमेरिका से धनंजय कुमार का आना बेहद गौरव की बात है। इसी तरह हम सबको मिलजुलकर अच्छे देश और समाज के निर्माण के लिए कार्य करना चाहिए। गुफ़्तगू के अध्यक्ष इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने कहा कि हम पिछले 21 वर्षों से हम मिलजुलकर गुफ़्तगू का संचालन करते आ रहे हैं, हमारी कोशिश यही रहती है कि सभी क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाए। आपका सहयोग रहा तो यह सिलसिला आगे जारी रहेगा।

उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने कहा कि आज के कार्यक्रम को देखकर सहज रूप से कहा जा सकता है कि गुफ़्तगू ने हर क्षेत्र के लोगों का संगम प्रयागराज में एकत्रित कर दिया है। हर क्षेत्र के उत्कृष्ठ लोगों का सम्मान करना बेहद ज़रूरी है ताकि अच्छे कार्य करने की प्रेरणा अन्य लोगों को भी मिले। विशिष्ट अनिल कुमार उर्फ़ अन्नू भइया ने कहा कि इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी के कार्यक्रमों से दूसरे लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। समय-समय पर उत्कृष्ठ आयोजन कराना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन गुफ़्तगू संस्था ने यह कर दिखाया है। नई दिल्ली से आयी साहित्यकार डॉ. पूनम अग्रवाल ने कहा कि प्रयागराज में गुफ़्तगू का यह कार्यक्रम देखकर मन प्रसन्न हो गया है। इसी तरह के आयोजन पूरे देश में होने चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नेहरु ग्राम भारती यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ़ साहित्य का ही संगम नहीं है, बल्कि इस संगम में हर क्षेत्र के लोग शामिल है। इसी तरह हमें मिलजुल कर अच्छे समाज के लिए निर्माण के लिए कार्य करना है। हर वर्ग को अच्छी शिक्षा और संस्कार मिलनी चाहिए। आज से मैं भी गुफ़्तगू के इस अभियान में शामिल हो गया हूं। गुफ़्तगू के सचिव नरेश महरानी ने कहा कि हमारी संस्था समाज के अच्छे लोगों के लिए समर्पित है। आप लोगों का सहयोग रहा तो यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। इस मौके पर गुफ़्तगू के ‘धनंजय कुमार विशेषांक’, संपदा मिश्रा की तीन पुस्तकों और प्रो.शबनम हमीद की पुस्तक का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन शैलेंद्र जय ने किया।

दूसरे सत्र में मुशायरे का आयोजन किया गया। डॉ. एस.एम. अब्बास, मुनेश्वर मिश्र, हमीक रेशादुल इस्लाम, अर्चना जायसवाल, डॉ. वीरेंद्र तिवारी, सिद्धार्थ पांडेय, भारत भूषण वार्ष्णेय, संजय सक्सेना, मधु गौतम, इश्क़ सुल्तारपुरी, कमल किशोर कमल, धीरेंद्र सिंह नागा, अशोक श्रीवास्तव कुमुद, सरिता श्रीवास्तव, अफ़सर जमाल, अरविन्द अवस्थी, गोविन्द गजब, कमलेश पांडेय, रचना सक्सेना, आसिफ़ उस्मानी, शिबली सना, मनीषा श्रीवास्तव, राकेश मालवीय, सुनीति केशरवानी, अनूप श्रीवास्तव, कौशल कुमार और मिली श्रीवास्तव मौजूद रहे।

इन्हें मिला सम्मान:
अकबर इलाहाबादी सम्मान —
डॉ. शबनम हमीद

कैलाश गौतम सम्मान—
धनंजय कुमार (अमेरिका), प्रमोद दुबे (जबलपुर), डॉ. ओम प्रकाश कादयान (हिसार, हरियाणा), अनिल मानव (कौशांबी), केदारनाथ सविता (मिर्ज़ापुर)

सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान —-
ऋतिका रश्मि (उड़ीसा), अर्चना त्यागी (जोधपुर), सुशीला साहू (रायगढ़), डॉ. शबाना रफ़ीक़ (बांदा), डॉ. अमिता दुबे (लखनऊ), शिल्पी भटनागर (हैदराबाद)

डॉ.राहत इंदौरी सम्मान —
डॉ. हरिप्रकाश श्रीवास्तव (लखनऊ), खुरशीद खैराड़ी (जोधपुर) और डॉ. आनंद प्रकाश शाक्य (मैनपुरी) को दिया जाएगा।

डॉ. सुधाकर पांडेय सम्मान—
आशा झा (दुर्ग, छत्तीसगढ़), सीमा राय (लखनऊ), अनंतदेव पांडेय (ग़ाज़ीपुर), शेषनाथ राय (ग़ाज़ीपुर) और सुहैल खान (दिलदानगर)

कुलदीप नैयर सम्मान —
लईक़ रिज़वी, पी.एन. द्विवेदी, छत्रपति शिवाजी, सुनील कुमार शुक्ल, लक्ष्मीकांत पांडेय

सीमा अपराजिता सम्मान —
डॉ. पल्लवी कौशिक (देवधर, झारखंड), डॉ. अनुराधा प्रियदर्शिनी (बहराइच), खुश्बू गौतम (लखनऊ), कान्ति सिंह (सुल्तानपुर), नाज़ ख़ान (प्रयागराज)

मिल्खा सिंह सम्मान—
असद क़ासिम (क्रिकेट), सुजीत कुमार (हाकी), मोहम्मद रुस्तम खान (एथलेटिक्स), अभिषेक मालवीय (बॉक्सिंग), पवन कुमार शर्मा (टेबिल टेनिस)