भारत की ओर से गुजराती फिल्म ‘छेल्लो शो’ को ऑस्कर अवार्ड -2023 के लिए चुना गया

  • फिल्म का अंग्रेज़ी संस्करण ‘लास्ट फिल्म शो’ 14 अक्टूबर को रिलीज होगी
  • शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर के फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन मुम्बई ने दिया फिल्म को अमूल्य सहयोग

नीति गोपेंद्र भट्ट 

नई दिल्ली : 95 वें आस्कर अकादमी पुरस्कारों के लिए भारत की ओर से गुजराती फिल्म “छेल्लो शो” (द लास्ट शो) को चुना गया है। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने मंगलवार को इसकी आधिकारिक घोषणा की।

उल्लेखनीय है कि आस्कर पुरस्कार अगले वर्ष 12 मार्च, 2023 को अमरीका के लॉस एंजिल्स में होने वाले हैं ।

फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) के महासचिव सुप्रान सेन ने नई दिल्ली में बताया कि सौराष्ट्र केएक युवा की फिल्म से प्रेम कहानी पर आधारित यह गुजराती फ़िल्म ‘छेल्लो शो” ऑस्कर 2023 के लिएभारत की आधिकारिक प्रविष्टि है। यह फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फ़िल्मों की श्रेणी में देश काप्रतिनिधित्व करेगी।

उन्होंने बताया कि इस फिल्म का अंग्रेज़ी संस्करण का शीर्षक ‘लास्ट फिल्म शो’ रखा गया है।विख्यात लेखकऔर निदेशक प्रान नलिन द्वारा निर्देशित यह फिल्म 14 अक्टूबर को देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

इस फिल्म को राजस्थान के शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर के फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन मुम्बई ने अमूल्य सहयोग प्रदानकिया है। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन मुम्बई द्वारा फिल्म को दिए गए इस अमूल्य योगदान को देखते हुए फिल्मको उनके सौजन्य से समर्पित किया गया है। फाउंडेशन द्वारा पुनर्विकसित फिल्म “सेल्युलाइड” का भी इसी वर्षऐतिहासिक कान फिल्म फ़ेस्टीवल में प्रदर्शन हुआ था।

एफएफआई के अध्यक्ष टीपी अग्रवाल के अनुसार, 17 सदस्यीय जूरी ने ‘छेल्लो शो” को सर्वसम्मति से एसएसराजामौली की ‘आरआरआर’, रणबीर कपूर की ‘ब्रह्मास्त्र: पार्ट वन शिवा’, विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीरफाइल्स’ और आर माधवन के निर्देशन में बनी पहली फिल्म ‘रॉकेटरी’ आदि पर वरियता देते हुए सर्वसम्मति सेचुना गया है । जूरी के समक्ष हिंदी की छह फ़िल्मों सहित विभिन्न भाषाओं की कुल 13 फिल्में थीं। ‘छेल्लो शो’ ने स्पेन में गोल्डन स्पाइक अवार्ड भी जीता है।

ऑस्कर में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली फ़िल्मों में अंतिम पांचमें जगह बनाने वाली आखिरी भारतीय फिल्म 2001 में आमिर खान की “लगान” थी।इसके पहलें “मदरइंडिया” (1958) और “सलाम बॉम्बे” (1989) अन्य दो भारतीय फिल्में हैं जिन्होंने शीर्ष पांच में जगह बनाई।