अंतिम पेनल्टी कॉर्नर को सुरेन्दर ने शानदार ढंग से रोका
सत्येन्द्र पाल सिंह
राउरकेला : चीफ कोच ग्राहम रीड ने भारत के इंग्लैंड के खिलाफ 15 वें एफआईएच हॉकी विश्व कप में पूल डी का मैच गोलरहित खेलने के बाद कहा, ‘जब मैच गोलरहित ड्रॉ रहता है तो तब दोनों टीमें यही महसूस करती हैं कहीं तो चूक हुई। हमारे खिलाड़ी इंग्लैंड की डी में ज्यादा पहुंचे। हमारी भारतीय टीम ने रविवार को प्रतिबद्बता और जीवट दिखाया उससे मैं खुश हूं। बहुत बढिय़ा मैच देखने को मिला। उत्कृष्टï हॉकी देखने को मिली। यह हमारी भारतीय और इंग्लैंड की टीमों के लिए टूर्नामेंट में आगे के लिए अच्छा है।दोनों ही टीम यह संघर्षपूर्ण मैच खेल कर ठक गई। यह वाकई बहुत गजब का मैच था। अब हमारे सामने आगे का गणित और समीकरण साफ है। हमारा आगे का मकसद भी साफ है। हमने इंग्लैंड को बहुत ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर दिए और सही मायनों में यह आत्मघाती गोल का सा है। सबसे अहम है गोल न खाना है। हमने अच्छा आगाज नहीं किया। हम शुरू में लय और रफ्तार नहीं हासिल कर सके। इससे हमने कुछ मौकों पर दबाव महसूस किया। जब आप इंग्लैंड और नीदरलैंड जैसी टीमें के हमलों का अंदाज एक सा ही है। हमने पेनल्टी कॉर्नर पर अच्छे बचाव किए। इंग्लैंड के एक पेनल्टी कॉर्नर को हमने रोकने की कोशिश इस पर उन्हें दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला। हमारे गोलरक्षक के लिए पेनल्टी कॉर्नर पर पैड लगाने की जरूरत ही नहीं। इंग्लैंड को मिले अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर फु़लबैक सुरेन्दर कुमार ने शानदार ढंग से गेंद को रोक हमें बचा लिया।’
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘ हम गोल करने के मौके मिल रहे। जब हमने ‘वेरिएशनÓ की कोशिश की तब इंग्लैंड ने मुस्तैदी से बचाव किए।’
हमारे खिलाड़ी बहुत करीब से गोल करने से चूके: रेविंगटन
वहीं इंग्लैंड के कोच पॉल रेविंगटन ने कहा, ‘हमारे खिलाड़ी बहुत करीब से गोल करने से चूके। अंतिम पेनल्टी कॉर्नर पर गेंद गोलस्तंभ की बल्ली को लग बाहर चली गई। भारत ने रोमांचक ढग से ड्रॉ मैच में अंक बांटे। हम रविवार के मैच में जीत के मकसद उतरे थे लेकिन नाकाम रहे। । हम इस पर ध्यान देना होगा। यह मैच भले ही ड्रा रहा, पर हमें इसे जीतना चाहिए था। दोनों टीमों का पेनल्टी कॉर्नर पर बेहतरीन बचाव किए। है। इस स्तर पर इसी से सब फर्क पड़ जाता है