हरमनप्रीत सिंह के दो गोल से जीत के ’छक्के‘ से भारत ने फाइनल में चीन से भिड़ने का हक पाया

Harmanpreet Singh's 'six' of victory with two goals gave India the right to face China in the final

भारत ने सेमीफाइनल द. कोरिया को 4-1 से दी शिकस्त

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे दो बेहतरीन और स्ट्राइकर उत्तम सिंह और जर्मनप्रीत सिंह के एक एक मैदानी गोल की बदौलत भारत ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ चीन के हुलुनबुइर के मोकी ट्रेनिंग बेस में सोमवार को पुरुष एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के सेमीफाइनल में ४-१ की जोरदार जीत के साथ अपनी श्रेष्ठता बरकरार रखी। पराजित दक्षिण कोरिया की ओर से एकमात्र गोल एक बार फिर उसके लिए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा आठ गोल करने वाले यांग जिहुन ने किया। भारत ने लीग मैच में दक्षिण कोरिया को हरमनप्रीत सिंह के दो गोल से ही ३-१ से हराया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह के लगातार तीसरे मैच में दो गोल की बदौलत अजेय भारत ने जीत के छक्के‘ साथ फाइनल में मेजबान चीन से भिड़ने का हक पाया। अपने सभी पांचों लीग मैच जीत सेमीफाइनल में पहुंचे भारत के स्ट्राइकर उत्तम सिंह, अरिजित सिंह हुंदल, अभिषेक नैन, सुखजीत सिंह के साथ बतौर लिंकमैन राज कुमार ने लहरों की तरह हमले बोले और इस पर दक्षिण कोरिया के सामने अपने किले को बचाने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं था।

स्ट्राइकर अभिषेक नैन मैच के दूसरे मिनट में बाएं से डी में घुसे और तेज रिवर्स हिट जमाए लेकिन दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक ने सही कोण को भांप गेंद को रोक कर भारत को बढ़त लेने से रोक दिया। अगले ही मिनट उत्तम सिंह के बेहतरीन पास पर डी में ही गेंद मोहम्मद रहील ने संभाली लेकिन अभिषेक उनसे गेंद अपनी स्टिक पर लेते गेंद उनके पैर पर लग बाहर निकल गई। हरमनप्रीत सिंह के लंबे एरियल पास पर सुखजीत सिंह गेंद को डी में अपनी स्टिक पर लेते गेंद बाहर निकल बाहर गई। कप्तान राज कुमार पाल से मिली गेंद को बाएं अरिजित सिंह हुंदल ने मैच के १३ वें मिनट में संभाल उत्तम सिंह की ओर बढ़ाया और उन्होंने डी के भीतर तेज शॉट जमा गोल कर दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक जायहन किम को छका नाम के अनुरुप उत्तम गोल कर भारत को १-० से आगे कर दिया। दक्षिण कोरिया ने अगले दो मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारत के रशर अमित रोहिदास और सुमित ने गेंद को रोक भारत पर आया खतरा टाल दिया। भारत की जीत में मैन ऑफ दच् मैच फुलबैक जर्मनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास, कप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ फ्रीमैन सुमित ने बेहतरीन बचाव कर अहम भूमिका निभाई।

मनप्रीत सिंह को गलत ढंग से रोकने पर मैच के १८ वें मिनट में मिले मैच के पहले पेनल्टी कॉर्नर पर ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह के फ्लिक को दक्षिण कोरिया के रशर ने रोका। इस पर फिर मिले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर को कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इसे गोल में बदल कर भारत की बढ़त दूसरे क्वॉर्टर के चौथे मिनट में २-० कर दी। भारत के स्ट्राइकर उत्तम सिंह, अरिजित सिंह हुंदल, अभिषेक की इस बात के लिए तारीफ करनी होगी कि उन्होंने आगे हमले बोलने के साथ दक्षिण कोरिया के हमलों के वक्त पीछे आकर अपनी टीम की रक्षापंक्ति की पूरी मदद की । दक्षिण कोरिया को हाफ टाइम से ठीक एक मिनट पहले गोल करने का मौका मिला लेकिन भारत के गोलरक्षक सूरज करकेरा ने पूरी मुस्तैदी दिखा उसका यह हमला नाकाम कर दिया।
सुमित के लंबे एरियल पर जर्मनप्रीत सिंह ने बाएं डी के ठीक उपर गेंद सभाल तेजी से गेंद को पुश कर गोल में डाल मैच के ३२ वें मिनट में भारत की बढ़त ३-० कर दी। दक्षिण कोरिया यांग जिहुन ने अचूक ड्रैग फ्लिक से भारत के गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक को छका गोल कर अगले मिनट मिले मैच के तीसरे पनल्टी को गोल में बदल कर स्कोर १-३ कर दिया। सुखजीत, अरिजित हुंदल और अभिषेक, नीलकांत शर्मा सभी बराबर गेंद को लेकर तीसरे क्वॉर्टर के आखिरी मे गेद को ले डी में मंडराते लेकिन दक्षिण कोरिया ने पूरी ताकत अपने किले की चौकसी में झोक दी। हरमनप्रीत सिंह के तीसरे क्वॉर्टर के आाखिरी सेकंड में लंबे एरियल को दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक जायहन किम ने डी से बाहर आकर रोका और इस पर उन्हें अपायर ने येलो कार्ड दिखा कर पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर भेजा और भारत को पेनल्टी कॉर्नर भी दे दिया। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने इस पर बेहतरीन ड्रैग फ्लिक पर मैच का अपना दूसरा गोल का भारत की बढ़त ४-१ कर दी। भारत ने पहले से आखिरी मिनट तक हावी रहकर अपना सेमीफाइनल जीता।

चीन पहली बार फाइनल में : अपने गोलरक्षक वांग चाईयू के बाद शूटआउट में चार बेहतरीन बचावों की बदौलत मेजबान चीन ने पाकिस्तान को २-० से हराकर पहली बार फाइनल में स्थान बना कर इतिहास रच दिया। युआन लू के दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर दूसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में बढ़िया ड्रैग फ्लिक से दागे गोल से चीन ने अपना खाता खोला। अहमद नदीम ने तीसरे क्वॉर्टर के सातवें मिनट में तीसरे पेनल्टी कॉर्नर लौटती गेंद को संभाल कर गोल कर पाकिस्तान को एक एक की बराबरी दिला दी। निर्धारित समय तक दोनों टीमों के एक एक गोल से बराबर रहने सेमीफाइनल में फैसले के लिए शूटआउट लागू किया गया। शूटआउट में चीन के लिए बेन हाईचेन और चानिलयांग ने गोल कर उसे सेमीफाइनल जिता दिया।
वहीं जापान ने निर्धारित समय तक चार चार की बराबरी बाद शूटआउट में मलयेशिया को ४-२ से हरा पांचवां स्थान पाया। मलयेशिया की टीम छठे और आखिरी स्थान पर रही।
मंगलवार : फाइनल भारत वि. द. कोरिया (दोपहर साढ़े तीन बजे)।