हवलदार 2 लाख रुपए लेते हुए गिरफ्तार, सब- इंस्पेक्टर और एएसआई निलंबित, इंस्पेक्टर लाइन हाज़िर

Havildar arrested while taking Rs 2 lakh, Sub-Inspector and ASI suspended, Inspector sent to line

इंद्र वशिष्ठ

दिल्ली पुलिस के भ्रष्ट पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने का सिलसिला लगातार जारी है। लेकिन भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा।
सीबीआई ने सोमवार को क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में तैनात हवलदार संजय कुमार को दो लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। नारकोटिक्स के मामले में शिकायतकर्ता को झूठा नहीं फंसाने के लिए पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगी गई।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि इस मामले में सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर पंकज को लाइन हाज़िर कर दिया गया है।

सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि दरिया गंज,पुरानी कोतवाली स्थित एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स में तैनात सब- इंस्पेक्टर संजीव कुमार और एएसआई किरोड़ी मल की ओर से शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए हवलदार संजय कुमार को गिरफ्तार किया गया।

भ्रष्टाचार के मामले-
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने 11 नवंबर को लक्ष्मी नगर थाने में तैनात सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल को दस हजार रुपए रिश्वत लेते हुए थाने के अंदर से ही गिरफ्तार किया है। सब- इंस्पेक्टर श्रीपाल ने शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए बीस हजार रुपए रिश्वत मांगी।

विजिलेंस यूनिट ने 6 नवंबर को बवाना थाने में अपने कमरे में बलात्कार के आरोपी की पत्नी से रिश्वत लेते हुए सब- इंस्पेक्टर पूजा चौहान को गिरफ्तार किया।

विजिलेंस यूनिट ने ही चार नवंबर को कृष्णा नगर थाने में तैनात एएसआई प्रमोद कुमार को थाने में ही दस हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

विजिलेंस यूनिट ने 24 अक्टूबर को समय पुर बादली थाने के एएसआई कृष्ण चंद को थाने के अंदर ही 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

विजिलेंस यूनिट ने 9 अक्टूबर को वसंत कुंज (दक्षिण) थाने में तैनात सिपाही अमित को तीन हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था।

सीबीआई ने 24 अक्टूबर को माडल टाउन स्थित साइबर थाने के हवलदार गिरीश महौर को आठ हज़ार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा।

सीबीआई ने 15 अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 10 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए बुराड़ी थाने के इंस्पेक्टर संदीप अहलावत एवं सब- इंस्पेक्टर भूपेश कुमार को गिरफ्तार किया था। पुलिसवालों ने शिकायतकर्ता से डेढ़ करोड़ रुपए रिश्वत मांगी थी।