हाय गर्मी ; गर्मी के कारण पिघल गई अब्राहम लिंकन की मोम की मूर्ति

Hi summer; Abraham Lincoln's wax statue melted due to heat

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली: इस साल पूरी दुनिया में अच्छी गर्मी पड़ रही है। तापमान काफी बढ़ गया है। अमेरिका में इस साल भी गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कुछ जगहों पर तापमान 45 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है। सूखे से जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के बीच अब एक बड़ी खबर सामने आई है। संयुक्त राज्य अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की छह फुट की मोम की मूर्ति अचानक पिघलने लगी है। इसकी तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो रही हैं। प्रशासन ने इस पर ध्यान दिया है और इसे ठीक कराया जा रहा है।

इस साल भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका में भी बढ़ती गर्मी ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। अमेरिका में भी कई जगहों पर लू की चेतावनी दी गई है। इस गर्मी के चलते वाशिंगटन डीसी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां एक स्कूल के पास संयुक्त राज्य अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की मोम की मूर्ति लगाई गई है। हैरानी की बात तो यह है कि छह फीट की यह मोम की मूर्ति इतनी गर्मी में पिघलने लगी है। इस साल नॉर्थवेस्ट वॉशिंगटन में तापमान 37.7 डिग्री तक पहुंच गया है। यही कारण है कि यह प्रतिमा पिघल गई बताई जाती है।

सिर और दाहिना पैर गल गया
लिंकन की पिघली हुई मूर्ति की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों के मुताबिक लिंकन का सिर और दाहिना पैर पूरी तरह से पिघल चुका है। उसके पैर उसके शरीर से अलग हो गए प्रतीत होते हैं। गर्मी के कारण कुर्सी पर बैठी अब्राहम लिंकन की मूर्ति पिघलने से अमेरिकी प्रशासन सकते में है। अब इस मूर्ति में लगी कुर्सी का एक हिस्सा भी पिघल गया है। ये तस्वीरें 24 जून को शेयर की गई थीं। तब से तस्वीरों को 14.5 मिलियन बार देखा जा चुका है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, वर्जीनिया के कलाकार सैंडी विलियम्स IV ने गैरीसन एलीमेंट्री स्कूल के मैदान में ऐतिहासिक कैंप बार्कर साइट पर मूर्ति बनाई। यह प्रतिमा ‘द वैक्स मॉन्यूमेंट सीरीज’ का हिस्सा है। यह स्थान कैंप बार्कर नामक स्थान पर है, जो गृह युद्ध के दौरान एक शरणार्थी शिविर था। वहां अफ्रीकी और अमेरिकी नागरिकों को शरण दी गई। दिलचस्प बात यह है कि इस तरह की मूर्ति पिघलने की घटना पहली बार नहीं है। इससे पहले जब इस मूर्ति के पास 100 मोमबत्तियां जलाई गई थीं तब भी मूर्ति कुछ हद तक पिघल गई थी।