टैक्स पर हिमाचल का भी हक, केन्द्र नही देता है कोई खैरात : सुक्खू

Himachal also has the right on tax, Center does not give any dole: Sukhu

रविवार दिल्ली नेटवर्क

शिमला : आईजीएमसी शिमला में 14 करोड़ रुपयों से बने कैंसर केयर सेंटर के भवन में कैंसर मरीजों के लिए ओपीडी वार्ड और 20 बेड के अलावा 4 स्पेशल वार्ड और इलाज से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है । इस भवन का शुभारंभ आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इसी भवन में कैंसर जांच के लिए पैट स्कैन मशीन लगाने की मंजूरी दी है मुख्यमंत्री ने बताया कि कैंसर के इस संस्थान में दो महीना में मरीजों को पेट स्कैन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी इसके लिए आज 20 करोड रुपए स्वीकृत कर दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कैंसर के बढ़ते मामलों पर गंभीरता जताते हुए कहा कि इस बीमारी से निपटने के लिए सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है और इसी कड़ी में कैंसर इंस्टीट्यूट हमीरपुर के लिए कैंसर विशेषज्ञों की राज्य स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने और संस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए सरकार तेजी से प्रयास कर रही है।

इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा के बयान पर पलटवार करते हुए राजनीतिक फायदे के लिए बयानबाजी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में फायदे के लिए ऐसी बातें की गई। जेपी नड्डा ने कहा था कि केन्द्र के बगैर हिमाचल एक दिन भी सरकार नही चला सकता जिसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि टैक्स पर हिमाचल का भी हक है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यों के टैक्स की उगाही ही केंद्र का जरिया केंद्र नहीं बांटता राज्यों को खैरात । उन्होंने कहा की नड्डा के वर्तमान सलाहकार कांग्रेस पार्टी में भी रहे हैं इसलिए सलाहकारों से बचकर चलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने ही प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के स्तर को गिराया है। प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से 1 वर्ष में स्वास्थ्य संस्थानों को फिर मजबूत करेगी । उन्होंने कहा की नड्डा ने प्रदेश में आकर अनाप शनाप बयान दिए हैं। प्रदेश मे सरकार ने कोई टैक्स नहीं लगाए हैं । उन्होंने कहा कि प्रदेश मे कॉंग्रेस की फिर से 40 सीटें मिलने के बाद से नड्डा जी लगा रहे व्यक्तिगत आक्षेप ।