
30 टीमें ए, बी, सी डिविजन में शिरकत करेंगी
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : 15 वीं हॉकी इंडिया जूनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप 2025 जालंधर(पंजाब) में 12 से 23 अगस्त तक होगी। यह चैंपियनशिप नई डिविजन आधारित प्रारूप के मुताबिक होगी जो कि पहले ही इस साल सीनियर और सब जूनियर पुरुष और महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप में पहले ही लागू की जा चुकी है। हॉकी इंडिया जूनियर पुरुष राष्ट्रीय हॉकी चैंपियनशिप 2025 में 30 टीमें शिरकत करेंगी, जिन्हें डिविजन ए, डिविजन बी और डिविजन सी में बाटा गया और इसमें बढ़िया प्रदर्शन करने वाली टीमें आगे अगली डिविजन में जाएंगी जबकि सबसे नीचे रहने वाली टीमों को बाहर करने की व्यवस्था से यह और ज्यादा रोचक हो गई है। डिविजन ए की टीमें खिताब के लिए भि़ड़ेंगी जबकि डिविजन बी और डिविजन सी की दो शीर्ष टीमें 2026 में अगली डिविजन में पहुंच जाएंगी।
मौजूदा चैंपियन पंजाब, उपविजेता उत्तर प्रदेश और तीसरे स्थान पर रहने वाली देश की शीर्ष 12 टीमें डिविजन ए में शिरकत करेंगी। पूल मैच 16 अगस्त से शुरू होंगे अृर फर 20 से 23 अगस्त तक क्वॉर्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल खेले जाएंगे।
टीमों को इन पूल में बांटा गया है:
डिविजन ए : पूल ए : हॉकी पंजाब, हॉकी मध्य प्रदेश और हॉकी यूनिट ऑफ तमिलनाडु।
पूल बी : उत्तर प्रदेश हॉकी, हॉकी झारखंड, हॉकी महाराष्ट्र।
पूल सी : हॉकी हरियाणा, मणिपुर हॉकी, दादरा व नागर हवेली तथा दमन द्वी हॉकी।
पूल डी : हॉकी कर्नाटक, हॉकी एसोसिएशन ऑफ ओडिशा , हॉकी आंध्र प्रदेश
डिविजन बी : में केवल लीग मैच होंगे और इसमें शीर्ष दो में रहने वाली दो टीमें डिविजन ए में पहुंचेगी और सबसे नीचे दो स्थान पर रहने वाल टीमें खिसक कर सी डिविजन में पहुच जाएंगी।
मैच 12 से 16अगस्त तक होंगे और इसमें हिस्सा लेने वाली टीमों को दो पूल : पूल ए : हॉकी मिजोरम, हॉकी हिमाचल, हॉकी चंडीगढ़, हॉकी जम्मू-कश्मीर, हॉकी अरुणाचल में बांटा गया है। पूल बी : हॉकी एसोसिएशन ऑफ बिहार, दिल्ली, हॉकी उत्तराखंड, हॉकी बंगाल , असम हॉकी ।
डिविजन सी भी लीग-फॉर्मेट के मुताबिक खेला जाएगा और इसमें भी चार चार टीमों के दो दो पूल होंगे और शीर्ष टीमें डिविजन बी में पहुंचेगी। इस डिविजन के मैच 12 से 15 अगस्त तक होंगे। पूल ए : केरल हॉकी, ली पुड्डिचेरी हॉकी, तेलंगना हॉकी , तिरपुरा हॉकी।
पूल बी: छत्तीसगढ़ हॉकी, हॉकी राजस्थान। हॉकी गुजरात, गोवंस हॉकी।सभी तीन डिविजन में हर जीत पर टीम को तीन अंक, ड्रॉ पर एक अंक और हार पर कोई अंक नहीं मिलेगा।
डिवीजन ‘ए’ और ‘बी’ में सबसे नीचे की दो टीमें 2026 के लिए अगले डिविजन में खिसक जाएंगी।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष डॉ.दिलीप तिर्की ने कहा, ‘भारतीय हॉकी के जूनियर टूर्नामेंट बेहद अहम है। नौजवान भारतीय खिलाड़ी इस तरह के प्रारूप में खेल कर बहुत सीखेंगे क्योंकि हम सभी डिवीजनों की टीमों के बीच एक अलग स्तर की प्रतिस्पर्धा देखेंगे क्योंकि वे अपनी अपनी टीमों को आगे ले जाने और चैंपियनशिप में खिताब के लिए संघर्ष करेंगे।‘
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने अपने अध्यक्ष दिलीप तिर्की से सहमति जताते हुए कहा, ‘जूनियर राष्ट्रीय पुरुष हॉकी चैंपियनशिप हमारे केलंडर का अहम हिस्सा है और यह हमारे नौजवान खिलाड़ियों को मैच का अनुभव और प्रदर्शन का मौका देगी।