हॉकी इंडिया लीग हॉकी की नई पीढ़ी के लिए रोमांचक मंच : रूपिंदर पाल सिंह

Hockey India League is an exciting platform for the new generation of hockey: Rupinder Pal Singh

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : आठ बार ओलंपिक चैंपियन रहे भारत को 2020 के टोक्यो ओलंपिक में चार दशक के बाद कांसे के रूप में पहला पदक जिताने के बाद अंतर्राष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कहने के बाद 34 बरस के ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह सात बरस के लंबे अंतराल के बाद फिर से शुरू हो रही पुरुष हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) में श्राची रार बंगाल टाइगर्स के लिए खेलते दिखेंगे। रूपिंदर पाल सिंह को हॉकी इंडिया लीग के लिए हुई खिलाड़ियों की नीलामी में बंगाल टाइगर्स ने 12 लाख 50 हजार में खरीदा है। रूपिंदर पाल सिंह के नाम भारत के लिए 223 अंतर्राष्ट्रीय हॉकी मैचों में 234 गोल करने का शानदार रिकॉर्ड है। रूपिंदर हॉकी इंडिया लीग में सरदार सिंह की कप्तानी में दिल्ली वेवराइडर्स के लिए खेल चुके हैं और बंगाल टाइगर्स को 28 दिसंबर से शुरू हो रही हॉकी इंडिया लीग में उनके लंबे अनुभव का लाभ मिलेगा।

अभिषेक, सुखजीत ,जुगराज और रूपिंदर पाल सिंह जैसे भारत के मौजूदा और बीते जमाने के धुरंधरों के साथ बेल्जियम के स्ट्राइकर फ्लोरेंट वान अबुल जैसे खिलाड़ी की मौजूदगी बंगाल टाइगर्स की टीम को खासा मजबूत बनाती है। रूपिंदर पाल सिंह ने कहा, ‘मेरा हमेशा से मानना है कि एचआईएल जैसी लीग में दुनिया भर के धुरंधर खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना हमें अपना खेल और बेहतर करने को प्रेरित करेगा। हमारी बंगाल टाइगर्स की टीम भारतीय टीम और बेल्जियम के स्ट्राइकर फ्लोरेंट वान अबुल जैसे गजब के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से सज्जित है। मैं सूरमा हॉकी क्लब के लिए एचआईएल में खेलने वाले उसके और भारत के कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह और गुरिंदर सिंह के खिलाफ खेलने का बेताबी से इंतजार कर रहा हूं। एचआईएल में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को खेलते देखने को ले मैं रोमांचित हूं।हीरो हॉकी इंडिया लीग हॉकी की नई पीढ़ी के लिए रोमांचक मंच है।‘

वह कहते हैं, ’मेरे लिए फिर से एचआईएल में खेलना वाकई खासा रोमांचक होगा। भारत के लिए दुनिया भर की बेहतरीन टीमों के खिलाफ खेलने के बाद कुछ पुराने साथी खिलाड़ियों और देश के उदीयमान खिलाड़ियों और दुनिया के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ हॉकी इंडिया लीग में खेलने को लेकर इतना रोमांचित हूं कि बयां नहीं कर सकता हूं। मैं खुशकिस्मत हूं कि अभिषेक, सुखजीत और जुगराज सिंह के साथ एक ही टीम में खेलूंगा और कुछ के खिलाफ मैं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अब तक नहीं खेला हूं। मेरे लिए इन सभी के साथ मषदान पर खेलना और बहुत लंबे समय के बाद खेलना मेरे लिए बहुत बड़ा मौका होगा।‘