- एफआईएच और सीओए ने संयुक्त बयान में कहा
- संविधान का अंतिम ड्रॉफ्ट अगले दिन में एफआईएच को सौंपा जाएगा
- एफआईएच ने कहा, कोर्ट को तीसरा पक्ष नहीं मानती
- हॉकी इंडिया के निलंबन व पुरुष हॉकी विश्व कप को छीने जाने की आशंका टली
- एफआईएच और सीओए के सदस्य 7 सितंबर को राउरकेला स्टेडियम का दौरा करेंगे
सत्येेन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत में हॉकी इंडिया के कामकाज को देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने हॉकी इंडिया के संशोधित संविधान के ड्रॉफ्ट को बुधवार को यहां आए अंतर्राष्टï्रीय हॉकी संघ (एफआईएच) को सौंपे जाने के बाद कहा कि हॉकी इंडिया की चुनाव प्रक्रिया 9 अक्टूबर को पूरी हो जाएगी। एफआईएच द्वारा रखे दो मुख्य बिंदुओं को सीओए ने संबोधित किया। एफआईएच और सीओए ने बुधवार को बैठक के बाद एक संयुक्त वक्तव्य में कहा,’ हॉकी इंडिया के संशोधित संविधान का अंतिम ड्रॉफ्ट लुसाने स्थित एफआईएच मुख्यालय को अगले दस दिनों के भीतर भेज दिया जाएगा। माननीय दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश के मुताबिक हॉकी इंडिया के संशोधित संविधान पहला ड्रॉफ्ट बुुधवार को एफआईएच को सौंप दिया । हॉकी इंडिया को चला रही सीओए अगले दस दिन में इसका अंतिम ड्रॉफ्ट भी एफआईएच को सौंप देगी। साथ ही हॉकी इंडिया के चुनाव की प्रक्रिया आपसी सहमति से 9 अक्टूबर, 2022 तक पूरी करने का फैसला भी लिया गया।’
एफआईएच के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से बुधवार को सीओए की बातचीत से हॉकी इंडिया को निलंबित करने की आशंका टल गई। फिलहाल भारत में हॉकी इंडिया को दिल्ली हाईकोर्ट के निर्देश पर प्रशासकों की समिति ही चला रही है। हॉकी इंडिया के लिए साथ ही एक अच्छी खबर यह है कि एफआईएच कोर्ट (दिल्ली हाई कोर्ट)को तीसरा पक्ष नहीं मानती है। इससे हॉकी इंडिया के निलंबित किए और भुवनेश्वर और राउरकेला (भारत) में जनवरी 2023 में होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप को छीने जाने की आशंका भी टल गई।
भारत आए एफआईएच प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख अएफआईएच के कार्यवाहक अध्यक्ष सैफ अहमद ने हॉकी इंडिया पर दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश की बाबत कहा, ‘ हम कोर्ट(दिल्ली हाई कोर्ट) को तीसरा पक्ष नहीं मानते और न्यायालय का सम्मान करते है। हमारा मानना है कि कोर्ट का आदेश हस्तक्षेप नहीं है।’
वहीं दिल्ली हाईकोर्ट के आदेश पर हॉकी इंडिया के कामकाज को देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस अनिल आर. दवे ने कहा, ‘हमारा एफआईएच के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत बेहद सकारात्मक और उत्साहवद्र्धक रही। खेलों की भावना और खिलाडिय़ों के हित को जेहन में हॉकी इंडिया का कामकाज सहज ढंग से चलता रहे इसके लिए कुछ अगले कदम उठाने पर राजी हुए।’
बैठक को सैफ अहमद की अगुआई वाले एफआईएच के प्रतिनिधिमंडल में उनक साथ एफआईएच के सीओए थियरे वील के साथ सीओए- पूर्व रिटायर्ड जज जस्टिस दवे, चुनाव आयोग के पूर्व अध्यक्ष एसवाई कुरेशी और भारत के पूर्व कप्तान जफर इकबाल ने बैठक में शिरकत की। एफआईएच प्रतिनिधिमंडल ने खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी से मुलाकात की। पहले एफआईएच के इस प्रतिनिधिमंडल में सैफ अहमद और वील के साथ मूलत: पाकिस्तान और अब मकाउ में रहने वाले एशियन हॉकी संघ (एएचएफ) के मुख्य कार्यकारी तैयब इकराम नहीं आए। हाल ही में एफआईएच के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले भारत के डॉ. नरिंदर बत्रा अनौपचारिक रूप से अब तैयब इकराम को एफआईएच अध्यक्ष बनवाने के लिए पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।
ओडिशा सरकार के खेल एवं युवा मामलों के कमिश्नर-कम- सेक्रेट्री विनील कृष्णा ने मेहमान एफआईएच प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर भुवनेश्वर और राउरकेला में 2023 में होने वाले विश्व कप के लिए प्रेजेंटेशन दिया। विश्व कप के लिए ढांचे के विकास की प्रगति की सभी ने सराहना की और इस बात पर सहमति बनी की 7 सितंबर को एफआईएच और हॉकी इंडिया के कामकाज को देख रही सीओए के सदस्य राउरकेला में स्टेडियम का दौरा करेगी।