- हमारे पास स्पिन बॉलिंग ऑलराउंडर के लिहाज से हैं पर्याप्त विकल्प
- हमारे पास बुमराह के रूप में है दुनिया का सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज
- सबसे अहम है कि हम हर समय मैच में सर्वश्रेष्ठ एकादश के साथ उतरें
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अपने नए चीफ कोच दुनिया के पूर्व धुरंधर ओपनर गौतम गंभीर के मार्गदर्शन में भारत पहला क्रिकेट टेस्ट चेन्नै में बांग्लादेश के खिलाफ बृह्स्पतिवार से खेलेगा। अपनी साफगोई के लिए ख्यात गंभीर ने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नै में पहले टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, ‘किसी खास शैली के खिलाड़ी चाहे वह सीम बॉलिंग ऑलराउंडर ही क्यों न हो उसकी बाबत सोचने जरूरत नहीं है। उम्मीद करनी चाहिए देश की प्रथम श्रेणी क्रिकेट से नए खिलाड़ी उभर कर आएंगे। कपिल देव के अतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद हमारे पास कोई फॉस्ट बॉलिंग ऑलराउंडर नहीं है और इसकी हम तभी से बराबर चर्चा करते रहे हैं। हमारे पास फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर नहीं है तो नहीं है। यदि हमारे पास फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर है तो वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ही तैयार होगा ।प्रथम श्रेणी की क्रिकेट क्रिकेटरों का तैयार करने के लिए है। हमारा प्रथम श्रेणी क्रिकेट का ढांचा बहुत मजबूत है। मैं उम्मीद करता हूं कि हमें जल्द ही कोई फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर मिलेगा। यदि हमें जल्द ही कोई फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर मिल गया तो भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत अच्छा होगा और यदि हमें नहीं भी मिलता तो भी हमारे पास उत्कृष्ट ऑलराउंडर हैं। हमें तब रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और पांच टेस्ट शतक जड़ चुके रविचंद्रन अश्विन जैसे ऑलराउंडरों से काम चलाना होगा। हमारे पास वाशिंगटन सुंदर भी हैं। मुझे मुझे आप ही बताएं कि दुनिया की कितनी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीमों के पास स्पिन बॉलिंग ऑलराउंडर हैं? दुनिया की बहुत टीमें जिनके पास स्पिन बॉलिंग ऑलराउंडर नहीं हैं लेकिन हमारे पास इस लिहाज से पर्याप्त विकल्प है। ऐसे में मुमकिन है कि हम सीम बॉलिंग ऑलराउंडर को एकादश में रखने की बाबत न भी सोचे। चलिए क्वॉलिटी बात करते हैं जो सबसे ज्यादा अहम है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में क्रिकेटर आते हैं और अपना जलवा खुद को साबित करते हैं।‘
उन्होंने कहा, ‘ ऐसा बहुत कम होता है जब हम गेंदबाज की बाबत बात करते हैं। मेरा मानना है कि हम भारत में हमेशा सिर्फ बल्लेबाजों की ही चर्चा करते हैं। भारत एक समय बल्लेबाजी का दीवाना देश था। आपको बुमराह, मोहम्मद शमी , मोहम्मद सिराज, रविचंद्रन अश्विन और रवीद्र जडेजा को इस बात का श्रेय देना होगा कि उन्होंने इस सोच को बदल भारत को गेंदबाजी का दीवाना ऐसा देश बना दिया। हमारे पास जसप्रीत बुमराह के रूप में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज है। हमने अपने गेदबाजों की चर्चा शुरू कर दी। मेरा मानना है कि साफ और सीधा संवाद सबसे अहम है। मेरा सीधा संदेश यह है कि हमने टीम से किसी को बाहर नही किया है। हम केवल उन सर्वश्रेष्ठ11 खिलाड़ियों को अपन हैं जो खास टेस्ट विशेष में अपना काम ठीक से कर हमें मंजिल तक पहुंचा सकते हैं। मेरा मानना है कि ध्रुव जुरेल उत्कृष्ट खिलाड़ी है और बीते सीजन में उन्होंने गजब का प्रदर्शन किया। इंग्लैंड के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में जुरैल ने दबाव में कई अहम पारियां खेली। मैं फिर यही कहूंगा, जब ऋषभ पंत टीम में आते हैं उन्होंने भी वाकई अतीत में ज्यादातर हर हालात में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसी कारण किसी को कभी इंतजार करना पड़ता है। सरफराज ने भी भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन कई बार आपको मेहनत जारी रखते हुए मौके का इंतजार करना पड़ता है। भारत के लिए लंबा टेस्ट सीजन है और जब भी मौका मिले उसे भुनाना होगा। यह सुनिश्चित करें जब भी मौका मिले जुरैल और सरफराज जैसे खिलाड़ी भारत के लिए इसे भुनाने को तैयार रहें। इसे बेंच स्ट्रेंग्थ कहते हैं। खुशकिस्मती कहें, या बदकिस्मती किसी भी टीम में एक टेस्ट मैच में खेल तो केवल 11 ही सकते हैं। सबसे अहम है कि हम हर समय मैच में सर्वश्रेष्ठ एकादश के साथ उतरें।‘