स्वर्ण पदक जीतने के बस एक कदम दूर पहुंची भारत की बेटी विनेश फोगाट को उस समय करारा धक्का लगा जब उसे वजन के आधार पर अयोग्य घोषित कर दिया गया। 50 किलोग्राम महिला कुश्ती में भाग ले रही विनेश का वजन महज 100 ग्राम अधिक होने के कारण उसे डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। वजन नियंत्रित करने के लिए विनेश ने सभी तरह के प्रयास किये किन्तु 100 ग्राम वजन ज्यादा ही रहा। नियमों के अनुसार उसे न केवल स्वर्ण पदक के मुकाबले से बाहर कर दिया गया बल्कि रजत पदक भी छीन लिया गया। उसके कोच ने बताया कि उनका वजन कम करने के लिए उन्होंने सभी तरह के प्रयास किए। यहां तक कि उनका खून भी निकाला गया लेकिन वजन उतना नहीं था जितना होना चाहिए। बाद में विनेश को जल की कमी के कारण अस्पताल में दाखिल किया गया। इस घटना से भारत को एक पदक से वंचित होना पड़ा।
इस बारे में संसद में भी चर्चा हुई और खेल मंत्री मंडाविया ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विनेश को हर संभव सहायता दी गई। उन्हें पर्सनल स्टाफ भी दिया गया। सरकार की तरफ से जो हो सकता था किया गया। ओलिम्पक के कड़े नियमों के कारण ऐसा हुआ कि उन्हें बाहर कर दिया गया।