मानव अधिकार केवल दस्तावेजों तक ही सीमित नहीं रहने चाहिए: प्रो. हरवंश

Human rights should not be limited to documents only: Prof. Harvansh

रविवार दिल्ली नेटवर्क

मुरादाबाद : तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के विधि संकाय के डीन प्रो. हरवंश दीक्षित ने कहा, मानव अधिकार केवल दस्तावेजों तक सीमित नहीं रहने चाहिए। इन्हें धरातल पर लागू करना समाज की प्राथमिक जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने मानव अधिकारों के ऐतिहासिक विकास और मौजूदा चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला। प्रो. दीक्षित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज की ओर से मानव अधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन और स्वागत भाषण से हुई। इस मौके पर प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार सिंह ने कहा कि मानव अधिकारों को सुदृढ़ करने में शिक्षण संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। राष्ट्रीय सेवा योजना के संयोजक डॉ. डालचंद ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। सेमिनार में विभाग अध्यक्ष डॉ. अमित वर्मा, डॉ. सुशीम शुक्ला, डॉ. मनीष यादव, डॉ. कृष्ण मोहन मालवीय, श्री बिश्नानंद दूबे, डॉ. नम्रता जैन आदि ने भाग लिया ।