अजय कुमार
लखनऊ : भाजपा के एक विधायक द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ की गई टिप्पणी विवाद का विषय बन गई है। विधायक ने टिप्पणी मायावती पर की,लेकिन मायावती इस पर अपनी प्रतिक्रिया देती इससे पहले ही अखिलेश यादव को गुस्सा आ गया। उन्होंने इसे महिला के अपमान से जोड़ दिया तो मायावती ने अखिलेश के समर्थन पर आभार व्यक्त करने में देरी नहीं की। दरअलस,बीजेपी विधायक राजेश चौधरी के एक निजी चैनल पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को भ्रष्टाचारी कहने की टिप्पणी के विरोध में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान को बसपा सुप्रीमो मायावती का भी समर्थन मिला था,जिस पर बसपा सुप्रीमो ने जहां उनको ईमानदार बताए जाने पर सपा प्रमुख का आभार जताया, वहीं भाजपा विधायक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की।
बसपा सुप्रीमो ने आज शनिवार को एक्स पर लिखा कि सपा मुखिया ने मथुरा जिले के एक भाजपा विधायक को उनके गलत आरोपों का जवाब देकर बीएसपी प्रमुख के ईमानदार होने के बारे में सच्चाई को माना है, उसके लिए पार्टी आभारी है। उन्होंने यह भी लिखा कि ऐसा लगता है कि इस विधायक की अब भाजपा में कोई पूछ नहीं रही है। इसलिए वह मेरे बारे में अनाप-शनाप बयानबाजी करके सुर्खियों में आना चाहता है, जो अति-दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा को चाहिए कि वह विधायक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे और यदि वह दिमागी तौर पर बीमार हैं तो उसका इलाज भी जरूर कराए। ऐसा न करने पर भाजपा का इसके पीछे षड़यंत्र है, यह कहना भी गलत नहीं होगा।भाजपा अपने विधायक के विरुद्ध कोई सख्त कार्रवाई नहीं करती है तो फिर इसका जवाब पार्टी के लोग 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव और अगले विधानसभा चुनाव में उसकी जमानत जब्त कराकर जरूर देंगे।