गोपेन्द्र नाथ भट्ट
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को रायबरेली में एक महती चुनावी रैली को संबोधित करते हुए क्षेत्र की जनता से कहा वह उन्हें अपना बेटा सौंप रही हैं और उन्हे विश्वास है कि राहुल आपको निराश नहीं करेंगे.
रायबरेली के आईटीआई ग्राउंड पर इंडिया गठबंधन की संयुक्त सभा में मंच से सोनिया गांधी की इस अपील पर पूरा पंडाल जोरदार शोर से गूंज उठा। स्वास्थ्य कारणों के चलते सोनिया गांधी मंच पर देरी से तब पहुंचीं जब राहुल गांधी का भाषण चल रहा था। राहुल के भाषण के बाद सोनिया गांधी जब डायस पर पहुंचीं तो उनके बगल में राहुल गांधी पूरे समय हाथ बांध कर खड़े रहे। राहुल के बराबर में ही प्रियंका गांधी भी खड़ी रहीं।
सोनिया गांधी ने कहा, ‘भाइयो और बहनो, मैं आपको अपना बेटा सौंप रही हूं, जैसे आपने मुझे अपना माना वैसे ही राहुल को अपना मानना. राहुल आपको निराश नहीं करेंगे.’ गांधी ने कहा, ”मुझे खुशी है कि काफी समय के बाद आपके बीच आने का मौका मिला. आपके सामने मेरा सिर श्रद्धा से झुका हुआ है।’
रायबरेली से अपने पारिवारिक रिश्ते की मजबूती दोहराते हुए उन्होंने कहा कि ‘गंगा मां की तरह पवित्र यह रिश्ता अवध और रायबरेली के किसान आंदोलन के साथ शुरू हुआ और आज तक कायम है।’ ’उन्होंने कहा कि 20 साल तक एक सांसद के रूप में मुझे यहां सेवा करने का अवसर दिया। यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है।रायबरेली मेरा परिवार है, अमेठी भी मेरा घर है।’
सोनिया गांधी ने कहा, ‘यहां से न केवल जीवन की कोमल यादें जुड़ी हैं, बल्कि पिछले 100 साल से मेरे परिवार की जड़ें इस मिट्टी से जुड़ी हैं।’
अपनी सास और रायबरेली से सांसद रहीं दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के संस्मरणों को सुनाते हुए सोनिया ने कहा, इंदिरा जी के दिल में रायबरेली के लिए एक अलग जगह थी। उन्हें मैंने काम करते हुए करीब से देखा. उनके मन में आपके प्रति असीम लगाव था।
सोनिया गांधी ने कहा ‘मैंने राहुल व प्रियंका को वही शिक्षा दी जो इंदिरा जी ने और रायबरेली की जनता ने मुझे दी- सबका आदर करो, कमजोर की रक्षा करो, अन्याय के खिलाफ जनता के अधिकार के लिए जिससे भी लड़ना पड़े लड़ जाओ, डरना मत, क्योंकि संघर्ष की तुम्हारी जड़ें और परंपरा बहुत मजबूत है।’
सभा को कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी संबोधित किया। राहुल गांधी ने दावा किया कि चार जून के बाद नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे और ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनेगी और यह सरकार जनता की होगी।
जनसभा में कांग्रेस के संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल , वरिष्ठ नेता अविनाश पांडे , छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , पंकज तिवारी , वीरेंद्र यादव , सुशील पासी , आरपी यादव, राहुल लोधी , सुधा द्विवेदी , मनीष सिंह जी, सुंदर भारती , देवेंद्र प्रताप सिंह , अतुल सिंह , सुरेंद्र विक्रम सिंह , इंडिया अलायंस के वरिष्ठ नेतागण मौजूद थे।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अपने पूरे भाषण के दौरान सोनिया गांधी ने 65 सेकंड की जो लाइनें रायबरेली की जनता के सामने बोलीं, उसे रायबरेली के पूरे चुनाव की बाजी पलटने जैसा कहा जा रहा है। दरअसल, इन 65 सेकंड में राहुल गांधी के लिए सोनिया गांधी ने ‘अपना राहुल आपको सौंप रही हूं’ जैसी इमोशनल लाइन बोलकर चुनाव में मजबूती बढ़ा दी है। सोनिया गांधी ने जब रायबरेली में चुनाव न लड़ने का एलान कर एक चिट्ठी लिखी थी। उस चिट्ठी को रायबरेली की गलियों से लेकर लखनऊ और दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में इमोशनल चिट्ठी बताया गया था, लेकिन शुक्रवार को जब सोनिया गांधी ने रायबरेली के मंच से भाषण दिया, तो उस भाषण के शब्दों में भावनाएं और भावुकता भरी हुई थीं। सोनिया गांधी जब अपनी रायबरेली की इस विरासत को राहुल गांधी के हवाले किया, तो जातिगत और सियासी समीकरण किनारे हो गए।
जयपुर में कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र जारी करने के समय आयोजित चुनावी रैली के बाद सोनिया गांधी लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए रायबरेली की जनसभा में पहली बार सार्वजनिक मंच पर दिखी है। कांग्रेस का मानना है कि रायबरेली में सोनिया गांधी की भावुक अपील पूरे देश के चुनाव अभियान में गहरा प्रभाव छोड़ेगी।
देखना है रायबरेली की जनता गांधी परिवार की इस विरासत को बचाने में राहुल गांधी के पीछे खड़ी होती है अथवा नहीं?