मानता हूं भारत की एकादश में जगह के लिए मेरे व ऋषभ में प्रतिस्पर्द्धा है : केएल राहुल

I believe there is competition between me and Rishabh for a place in India's XI: KL Rahul

  • न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भारत के शुरू के दो मैचों के साथ उतरने की उम्मीद
  • बल्लेबाजी क्रम में बराबर अलग अलग नंबर पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के मध्यक्रम की रीढ़ विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल को टीम इंडिया जरूरत के मुताबिक पहले से सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारती रहती है। केएल राहुल की इस बात के लिए तारीफ करनी होगी कि उन्होंने अपने बल्लेबाजी क्रम को लेकर शिकायत नहीं की। भारत के चीफ कोच गौतम गंभीर ने मौजूदा आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के शुरू होने से पहले ही यह साफ कर दिया था कि इस वन डे टूर्नामेंट में केएल राहुल ही टीम के नंबर एक विकेटकीपर होंगे और विलक्षण प्रतिभासम्पन्न ऋषभ पंत को एकादश में स्थान पाने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। गंभीर की इस साफगोई की कई पूर्व क्रिकेटरों ने आलोचना भी की। चीफ कोच गंभीर ने केएल राहुल के 2023 के भारत में हुए आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप में पांचवें नंबर पर किए शानदार प्रदर्शन को तवज्जो दी जहां उन्होंने 11 मैचों में एक शतक सहित 452 रन बनाए थे। मौजूदा चैंपियंस ट्रॉफी में शुरू के दोनों मैचो मे केएल राहुल कसौटी पर खरे उतरे हैं। दुबई में संवाददाताओं ने केएल राहुल से भारत के न्यूजीलैंड से रविवार के मैच से पहले टीम में ऋषभ पंत से प्रतिद्वंद्विता की बाबत पूछा गया तो उन्होंने माना उनसे प्रतिद्वंद्विता की बात मानी। केएल राहुल ने कहा कि उनके लगता है कि भारत के न्यूजीलैंड के खिलाफ भी शुरू के दो मैचों की एकादश के साथ ही उतरने की उम्मीद है।

केएल राहुल ने कहा, ‘मैं झूठ नहीं बोलूंगा। मानता हूं भारत की एकादश में जगह के लिए मेरे और ऋषभ पंत के बीच प्रतिस्पर्द्धा है। बेशक ऋषभ पंत बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उन्होंने हम सभी को यह दिखाया भी है कि वह क्या कर सकते है और कितने आक्रामक ढंग और कितनी तेजी से वह खेल का रुख पलट सकते है। ऐसे में भारत के कोच और कप्तान मे ऋषभ अथवा मुझे एकादश में शामिल करने का लोभ बना रहता है। जहां तक मेरी बात है यदि मुझे एकादश में मौका मिलता है तो मैं पूरी शिद्दत से अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करता हूं। मैं तब ऋषभ की तरह खेलने की कोशिश नहीं करता। मैं विश्वास से एक बात कह सकता हूं इसी तरह जब ऋषभ को मौका मिलता है तो किसी अन्य की तरह खेलने की कोशिश नहीं करेंगे। ऋषभ जैसा खेलते हैं और टीम के लिए क्या योगदान कर सकते हैं उनको उसी आधार पर टीम में चुना जाता है। यही बात मुझ पर भी लागू होती है। मैं वही करने की कोशिश करता हूं जो मैं सर्वश्रेष्ठ कर सकता हूं और मैं इसी पर काबिज रहता हूं।’

भारत की एक ओर ताकत यह है कि मैच के मिजाज के मुताबिक अक्षर पटेल और केएल राहुल पांचवें नंबर पर उतार सकता है। हालांकि इस बाबत भारतीय टीम प्रबंधन के केएल राहुल को पहले से सातवें नंबर नर उतार चुका है। इस बात के एल राहुल ने बहुत साफ कहा,‘ बेशक टीम में किसी के लिए भी बल्लेबाजी क्रम में बराबर अलग अलग नंबर पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं होता है, पर यह क्रिकेट तो ऐसी चलता है। टीम बतौर बल्लेबाज आपके लिए जो नंबर टीम संयोजन के लिहाज से सबसे बेहतर समझती है उस पर बल्लेबाजी के लिए उतारती है और ऐसे में आपको टीम की जरूरत के लिहाज से बल्लेबाजी करने की कोशिश करनी होती है। बार बार आपका जब बल्लेबाजी क्रम बदला जाता है और जब आप स्पिनरों या तेज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी के लिए उतरते ही आपके लिए स्ट्राइक रोटेट करना बेशक कुछ चुनौतीपूर्ण होता है। जब आप पर बतौर बल्लेबाज गेंदों पर रन न बनाने का दबाव बढ़ता है तो तब आपको बढ़स शॉट खेलना पड़ता है और यह प्रतिद्वंद्वी टीम के गेंदबाज को विकेट चटकाने का मौका मुहैया कराता है और यही चुनौतीपूर्णहोताहै। हाम इसी के बीच स्ट्राइक को और ज्यादा रोटेट करने की राह तलाश रहें हैं। हमें भी बतौर बल्लेबाज मैदान पर कर चौके छक्के जड़ना सुहाता है लेकिन दुबई जैसी पिच पर यह खासा मुश्किल होता है। हमें यह सुनिश्चित करना होता है कि ऐसी गेंद जिन पर रन न बने उनका फीसद कम हो, जिससे कि आपको ज्यादा जोखिम न उठाना पड़े ।