सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : विराट कोहली भले ही मौजूदा आईपीएल 2024 में मात्र आठ रन से अपना दूसरा शतक चूक गए हों लेकिन उनकी 92 रन की तूफानी पारी की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) ने पंजाब किंग्स को उसके दूसरे घरेलू मैदान पर बृहस्पतिवार को 60 रन से हराकर प्ले ऑफ में स्थान बनाने की मामूली उम्मीद जरूर जिंदा रखी। आरसीबी ने लगातार छह हार के बाद लगातार चौथी और लगातार चौथी और अपनी कुल पांचवीं जीत दर्ज की।
मैन आफ द’ मैच रहे विराट कोहली की डेढ़ दशक तक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कामयाबी का सबब यह है कि बराबर खुद को बेहतर और बेहतर करने में जुटे रहते हैं। विराट ने आईपीएल में चौथी बार 600 या इससे ज्यादा रन पूरे किए। विराट कोहली की हाल ही में महान सुनील गावसकर सरीखे कुछ क्रिकेट पंडितों ने स्पिन को खेलने की कथित कमजोरी और धीमी स्ट्राइक रेट की आलोचना की थी।
विराट ने आरसीबी को बृहस्पतिवार को जिताने के बाद कहा, ‘ मैं अभी भी उत्कृष्टïता को तवज्जो देता हूं। लंबे तक क्रिकेट खेलने से आप अपने खेल को समझ कर अभ्यास कर उसे निखारने की पुरजोर कोशिश करते हैं। मेरा मकसद बतौर बल्लेबाज अभी भी अपनी बल्लेबाजी को और बेहतर करना है। इसीलिए मैंने स्पिनरों के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेल उनसे निपटने का तोड़ खोज लिया है। मैं जानता हूं कि स्लॉग स्वीप लगा सकता हूं और मैं पहले भी ऐसा कर चुका हूं। मुझे मालूम है कि जोखिम उठाने की जरूरत है। मुझे अधिक संकल्प से स्लॉग स्वीप को खेलने को जरूरत है। मुझे अपने जेहन से इस बात को निकालना होगा कि अगर स्लॉग स्वीप खेलते हुए मैं आउट हो गया तो क्या होगा? कहने का मकसद यह है कि बीच के ओवरों स्पिनरों के खिलाफ रन बनाने के लिए स्लॉग स्वीप एक बेहतर विकल्प है और इससे मैं अपनी स्ट्राइक रेट बेहतर कर सकता हूं। यह सच है कि हमारी आरसीबी की टीम ने मौजूदा आईपीएल के पहले हाफ में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हम ऐसे मुकाम पर पहुंच गए जहां हमने खुद से यह कहा कि अंक तालिका की ओर न देखे और खुद के आत्मसम्मान के लिए खेल कर खुद और अपने प्रशंसको को गौरवान्वित करें। यदि हमने टूर्नामेंट के शुरू में ऐसा किया होता तो बेहतर स्थिति में होते।मैं अब बैकफुट पर खेल सकता हूं।’