मेरी फिटनेस उंचे स्तर की है और मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत और दुनिया के महान बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली ने रांची में अपना 52 वां वन डे अंतर्राष्ट्रीय शतक जड़ कर भारत को बड़े स्कोर वाले तीन वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों की क्रिकेट सीरीज के पहले मैच में रविवार रात 17 रन से जीत दिला दी। भारत से करीब पिछले डेढ़ दशक से ज्यादा से खेल रहे विराट टेस्ट और टी 20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं।अब केवल वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे विराट कोहली ने अपनी भारतीय टीम की दक्षिण अफ्रीका पर जीत के बाद कहा,‘ बहुत ज्यादा तैयारियों पर मेरा कभी भी यकीन नहीं रहा। मैंने अपनी जिंदगी में हर दिन बहुत मेहनत की है। अब इसका क्रिकेट से कुछ लेना देना नहीं है। यह बस मेरे जीने का ढंग है। मेरी फिटनेस उंचे स्तर की है और मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं। जेहनी रूप से जब तक तेजी बनी है तब तक आप क्रिकेट खेलने की कल्पना कर सकते हैं।आप खुद को तेजी से दौड़ते, गेंद को तेजी से लपकते देख सकते हैं। तो तब आपको मालूम है कि यह ठीक है। मैं जानता हूं कि ऐसा दिन भी आता है कि आप बढ़िया आगाज कर रन भी बना पाते हैं।’
विराट ने कहा, ‘मैं इस वन डे सीरीज के लिए जल्दी आया क्योंकि मैं हालात को थोड़ा समझ कर दिन में दो सेशन और शाम को एक सत्र बल्लेबाजी करना चाहता था, जिससे मेरी तैयारियां पूरी हो सके। मैंने मैच से पहले एक दिन की छुट्टी ली थी क्योंकि मैं अब 37 साल का हूं। मुझे अपनी रिकवरी पर भी ध्यान देना है। जब भी मैं मैच के बारे में सोचता हूं तो इसकी अपने जेहन में एक तस्वीर बनता हूं। अगर मैं खुद को उतना ही तेज और क्षेत्ररक्षकों व गेंदबाजों का सामना करते हुए देखता हूं तो तब मुझे मालूम पड़ जाता है कि मैं अच्छी स्थिति में हूं। तब मैं मजे में खेलता हूं। रविवार को मैच में इस तरह उतरना वाकई बहुत अच्छा लगा। शुरुआती 20-25 ओवरों में पिच बल्लेबाजी के लिए बढ़िया रह पर मैच के आगे बढ़ने के साथ धीमी होती चली गई। मैंने महसूस किया कि बाकी चीजों की बाबत सोचने की बजाय मैदान पर उतर गेंद पर प्रहार करुं। क्रिकेट का लुत्फ उठाउं। मैंने क्रिकेट बस इसी वजह से खेलना शुरू किया। जब आपकी पारी का आगाज अच्छा रहता है तो आप तब ऐसी स्थिति में होते हैं कि आपकों मालूम होता है कि आपने इतने बरसों में क्या किया। बेशक अनुभव काम आता है। आप हालात को समझ अपनी पारी को आगे बढ़ाते हैं।’
विराट ने कहा,‘जैसा कि मैंने कहा कि आप यदि बीते 15-16 बरस में 300 से ज्यादा वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं। यदि आप क्रिकेट से जुड़े हैं और आपको अभ्यास करते हुए यह खुद ही मालूम पड़ जाता है कि गेंदों पर आप बढ़िया स्ट्रोक खेल रहे हैं और आपकी सजगता, आपकी शारीरिक क्षमता लंबे समय तक बल्लेबाजी करने के लिए है। आप यदि बिना ब्रेक नेट में डेढ़ से दो घंटे तक बल्लेबाजी कर सकते हैं तो आप इन सभी मानकों को पूरा कर रहे हैं। मैं समझता हूं कि यदि आप कुछ रंगत खोते हैं तो तब आप इसे वापस की कोशिश करते हैं। जब आप गेंद को अपने बल्ले से बढ़िया ढंग से हिट कर रहे हैं तो तब आप बेशक अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं। मुझे लगता है कि इस समय मेरे पास जो अनुभव है, उसके मुताबिक शारीरिक रूप से फिट, जेहनी रूप से तैयार और मैचों को पूरे जोश से खेलने की बाबत सोच रहा हूं। ऐसे में तब कुल मिला बाकी सब खुद ब खुद ठीक हो जाएगा।’





