मुझे जनवरी में भारत के लिए हॉकी विश्व कप में पदार्पण की उम्मीद : अभिषेक

  • भारत के पुरुष हॉकी विश्व कप में पदक जीतने की उम्मीद
  • एफआईएच प्रो लीग से पहले ध्यान फिटनेस और फिनिशिंग पर

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : लंबे कद के उदीयमान अभिषेक हाल ही में बर्मिंघम राष्टï्मंडल खेलों में भारत को रजत पदक जिताने में अहम भूमिका निभाने के साथ तेजी से खुद को देश के बेहतरीन स्ट्राइकर के रूप में स्थापित कर लिया। 2023 में 13 जनवरी से भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले ओडिशा विश्व कप की तैयारी में जुटी भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए अगले कुछ महीने बेहद अहम है। अभिषेक की निगाहें अपने ही प्रशंसकों के सामने ओडिशा में जनवरी में भारत के लिए पहली बार पुरुष हॉकी विश्व कप खेलने पर लगी हैं।

अभिषेक ने कहा, ‘ मैं अभी तक भारत के लिए इससे पहले कभी विश्व कप विश्व कप में नहीं खेला हूं। मैं जानता हूं अपने घरेलू मैदान पर बहुत प्रशंसक मैदान पर आकर हमारी हौसलाअफजाई करेंगे। मुझे जनवरी में भारत के लिए हॉकी विश्व कप में पदार्पण की उम्मीद है। साथ ही इसमें खुशनुमा यादों की भी आस कर रहा हूं। एफआईएच विश्व कप 2023 में भुवनेश्वर और राउरकेला में बहुत मजा आएगा। मुझे एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 के लिए भारतीय की अंतिम टीम में जगह बनाने में उम्मीद है। मुझे भारत के विश्व कप में पदक जीतने की उम्मीद है। मैं विश्व कप का लुत्फ उठाने की आस लगा रहा हूं। खेल में सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने के लिए फिटनेस ओर दमखम सबसे अहम हैं। हमारी टीम फिलहाल 2022-23 एफआईएच हॉकी प्रो लीग में भुवनेश्वर में न्यूजीलैंड और स्पेन के खिलाफ मैचों की तैयारी में जुटी है। इन मैचों से पहले हमारा ध्यान फिटनेस और फिनिशिंग है।’

वह बताते हैं, ‘ मुझे जब पहली बार भारतीय हॉकी टीम के लिए खेलने के लिए बुलावा आया तभी से मैं टीम के कोर ग्रुप में जगह बनाना चाहता था। मैं भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहता था। मैंने हर टूर्नामेंट में अपना लक्ष्य भारतीय टीम के लिए अलग छाप छोडऩे का बनाया। शुरू में मैं बस 33 संभावितों में जगह बनाना चाहता था। बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में हॉकी में रजत मेरा भारतीय सीनियर टीम के साथ पहला पदक था।जब हमारी टीम ने राष्टï्रमंडल खेलों में कांसा जीता तो मेरे पड़ोसी और रिश्तेदार मेरे घर आकर मेरे परिवार से मिले। मीडिया के लोग भी मेरे घर आए और इससे मैं और मेरा परिवार बहुत खुश हुआ।’