मैं भारतीय हॉकी के सुनहरे दौर को वापस लाना चाहता हूं: अभिषेक

I want to bring back the golden era of Indian hockey: Abhishek

  • अंतिम लक्ष्य भारत को ओलंपिक में स्वर्ण व पुरुष हॉकी विश्व जिताना
  • फोकस और गोल कर भविष्य में भारत को और टूर्नामेंट जिताने पर
  • पेरिस ओलंपिक में कांसा जीतने पर पदक मंच पर खड़ा होना सबसे खास

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दिल्ली सीमा से एकदम सटे हरियाणा के छोटे से कस्बे सोनीपत के बाशिंदे अभिषेक नैक भारत के सबसे तेज तर्रार स्ट्राइकर हैं और मॉडर्न हॉकी के मुताबिक अपने खेल को ढाल चुके हैं। 25 बरस के अभिषेक ने भारत को 2024 में पेरिस ओलंपिक में लगातार दूसरी बार कांसा जिताने के साथ चीन में पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जिताने में अहम भूमिका निभाई। भारत के लिए 2024 में ओलंपिक सहित अहम हॉकी टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन करने के लिए उन्हें भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार और सातवें हॉकी इंडिया सालाना अवाडर्स में हॉकी इंडिया धनराज पिल्लै अवार्ड फॉर द फॉरवर्ड ऑफ द ईयर 2024 से नवाजे जाने का पांच लाख रुपये का पुरस्कार भी दिया। अभिषेक डी के भीतर अचूक निशाने जमा गोल करने में तो माहिर हैं ही उन्हें दुनिया और भारत के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकर अपने कप्तान हरमनप्रीत सिंह के लिए पेनल्टी कॉर्नर बनाना भी खूब आता है। अभिषेक ने पेरिस ओलंपिक में दो गोल कर भारत को कांसा और चीन में 2024 की चैंपियंस ट्रॉफी में भी दो गोल कर भारत को पांचवीं खिताब जिताने में अहम भूमिका अदा की।

अभिषेक की निगाहें अब भविष्य में और भारत को और बड़ी जीत दिलाने पर हैं। अभिषेक ने कहा, ‘मेरा अंतिम लक्ष्य अब भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक और अगले साल पुरुष हॉकी विश्व जिताना है। हम यदि ऐसी कामयाबियां हासिल करेंगे तो स्वत: अवाडर्स मिलेंगे। मैं भारतीय हॉकी के सुनहरे दौर को वापस लाना चाहता हूं और मैं इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।’

लगातार दूसरी बार हॉकी इंडिया धनराज पिल्लै अवार्ड फॉर द फॉरवर्ड ऑफ द ईयर 2024 से नवाजे जाने पर कहा ,‘यह अवॉर्ड सिर्फ मेरा नहीं बल्कि यह पखरी टीम और सपोर्ट स्टाफ का है । हॉकी एक टीम चशल है और इसमें किसी भी खिलाड़ी की कामयाबी में पूरी टीम का योगदान होता है। मैं लगातार दूसरी बार हॉकी इंडिया धनराज पिल्लै अवार्ड फॉर द फॉरवर्ड ऑफ द ईयर 2024 मिलने पर बेहद फख्र महसूस कर रहा हूं। मैं अपनी टीम के साथियों और हॉकी उस्तादों का आभारी हूं कि उन्होंने मुझमें विश्वास जताया। हम पूरे साल कड़ी मेहनत करते हैं और ऐसे में अपनी मेहनत के लिए सम्मानित किए जाना हमेशा खास है। मेरा फोकस और गोल कर भविष्य में भारत को और टूर्नामेंट जिताने पर है।

साथ ही अर्जुन पुरस्कार जीतने पर अभिषेक ने कहा,‘अर्जुन पुरस्कार जीतना मेरे और मेरे परिवार के लिए खास क्षण है। मेरे लिए पेरिस ओलंपिक में कांसा जीतने पर पदक मंच पर खड़ा होना सबसे खास है और इसकी तुलना किसी और चीज से नहीं की जा सकती।’