आईसीसी के सख्त रुख के कारण पीसीबी घुटने टेकने को मजबूर

ICC's tough stance forced PCB to surrender

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने अपनी टीम की पाकिस्तान पर बीते रविवार को सात विकेट से जीत के बाद उसके कप्तान सलमान आगा से हाथ नहीं मिलाने के बाद इसे पहलगाम आतंकी हमले में शहीदों और सशस्त्र बलों को समर्पित किया। पाकिस्तान टीम ने इसकी शिकायत मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट से की लेकिन इस बाबत कोई कानून न होने के चलते उन्होंने भारत के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड(पीसीबी) ने बौखला कर इसकी शिकायत अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी)से कर पायक्रॉफ्ट को मैच रेफरी पद से हटाने को कहा, जिससे आईसीसी ने साफ इनकार कर दिया। पीसीबी ने बुधवार सुबह से यूएई के खिलाफ मैच के बायकॉट का नाटक किया लेकिन आईसीसी के सख्त रुख कारण उसे घुटने टेक अपना फैसला वापस लेना पड़ा। आईसीसी ने पीसीबी की कोई मांग नहीं मानी और इसके बाद पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी, पूर्व अध्यक्ष नज्म सेठी और रमीज राजा के साथ बैठक की। जब नकवी की समझ में मैच का बायकॉट करना न तो पीसीबी और न ही पाकिस्तान टीम के हित में होगा। दरअसल पाकिस्तान अगर यूएई के खिलाफ मैच के बायकॉट का फैसल करता तो उसे 140 करोड़ भारतीय रुपये का नुकसान होता। भारत अब पाकिस्तान के खिलाफ 21 सितंबर को सुपर 4 में और दोनों टीमें यदि दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती तो उसके खिलाड़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने पर काबिज रहेंगे।

दरअसल पीसीबी ने मैच रेफरी पायक्रॉफ्ट को उस बेइज्जती का जिम्मेदार बताया जो कि उसे भारत के हाथों हार के बाद झेलनी पड़ी थी। भारत ने पाकिस्तान पर जीत के बाद उसके खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था। पीसीबी का आरोप था कि मैच रेफरी पायक्राफ्ट ने पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा को भारत के कप्तान सूर्य कुमासर यादव से हाथ मिलाने से मना करने के साथ दोनों कप्तानों के बीच परंपरागत मैच सूची के भी आदान प्रदान की इजाजत नहीं दी थी। पीसीबी की दो शिकायतों के बाद आईसीसी अपने रुख पर काबिज रह इन्हें एकदम खारिज कर दिया।