बुमराह खुद कहें कि वह पांचवें टेस्ट में खेलने को तैयार हैं तो भारत के लिए बेहतर होगा

If Bumrah himself says that he is ready to play in the fifth Test, it will be better for India

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा पांच टेस्ट मैच की क्रिकेट सीरीज में डॉक्टरों की सलाह पर उनके कार्य प्रबंधन के मद्देनजर भारत की योजना तीन ही टेस्ट मैच में खिलाने की थी। बुमराह भारत के लिए लीडस में पहले ही टेस्ट में खेले और पांच विकेट लिए लेकिन भारत ऋषभ पंत के दोनों पारियों में जड़े शतकों सहित कुल पांच शतकों के बावजूद इंग्लैड से इसमें पांच विकेट से हारा। बुमराह को बर्मिंघम में दूसरे टेस्ट में आराम दिया गया लेकिन इसमें कप्तान शुभमन गिल के पहले पारी में दोहरे शतक और दूसरी में शतक की बदौलत भारत ने 336 रन से बड़ी जीत हासिल कर एक की बराबरी पाई। बुमराह लॉडर्स में तीसरे टेस्ट में मैच खेले और इसमें उन्होंने पहली पारी पांच और दूसरी दो विकेट सहित टेस्ट में कुल सात विकेट लिए और केएल राहुल के पहली पारी में शतक के बावजूद भारत बेहद करीबी संघर्ष में 22 रन से हार कर 1-2 से पिछड़ गया। चूंकि भारत के लिए मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट में जीत या ड्रॉ जरूरी था इसमें उनके पहली पारी में ही गेंदबाजी की नौबत आई और इसमें उन्होंने दो विकेट लिए लेकिन दूसरी पारी में कप्तान शुभमन गिल, वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा के दूसरी पारी में शतकों की बदौलत यह टेस्ट ड्रॉ करा सीरीज इसे बराबरी पर समाप्त कराने की उम्मीद जिंदा रखी है।

सबसे दिलचस्प बात यह है कि बुमराह भले ही इस सीरीज में चार में तीन टेस्ट खेले और लेकिन पूरी सीरीज में सबसे ज्यादा चर्चा उनके एकादश में खेलने या न खेलने पर रही और फिर है। बुमराह ने मौजूदा सीरीज में तीन टेस्ट में और मोहम्मद सिराज ने चार टेस्ट में समान रूप से 14 -14 विकेट चटकाए हैं। भारत को पांच टेस्ट मैच की सीरीज दो दो की बराबरी पर समाप्त कराने के लिए ओवल में बृहस्पतिवार से शुरू पांचवां व आखिरी टेस्ट हर हाल में जीतना होगा। भारत के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है क्या वह जसप्रीत बुमराह को पांचवें टेस्ट में एकादश में शामिल करेगा?

सच तो यह है कि कप्तान शुभमन गिल और चीफ कोच गौतम गंभीर तेज गेंदबाज बुमराह को एकादश में ओवल में पांचवें व आखिरी टेस्ट में एकादश में शामिल करने को लेकर अपने पत्ते नहीं खोल रहे हो लेकिन अच्छी बात यह है कि दोनों ने ही उनके इसमें खेलने उतरने से इनकार भी नहीं किया है। बेहतर यही होगा कि बुमराह खुद इस बाबत पहल करें कि वह ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें व आखिरी टेस्ट में खेलने को तैयार है तो भारत के लिए बेहतर होगा। दरअसल भारत के सामने बुमराह को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह रहेगा कि पीठ की चोट और ज्यादा बोझ के चलते उन्हें टेस्ट के बीच न हटना पड़े। सिडनी टेस्ट के अधबीच मेलबर्न में ज्यादा गेंदबाजी के चलते उन्हें मैदान से हटना पड़ा था।

भारत के पूर्व टेस्ट ओपनर सुनील गावसकर का मानना है कि बुमराह को चौथे टेस्ट में एक ही पारी में गेंदबाजी करनी पड़ी। गावसकर की माने ता अब पांचवें व आखिरी टेस्ट में भारत को जीत हासिल करनी है तो उस लिहाज से बुमराह को उतारना चाहिए। भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने चौथा टेस्ट ड्रॉ कराने के बाद साफ तौर पर यह कहा कि बुमराह सहित भारत के पांचों तेज गेंदबाज फिट हैं। भारत ने मौजूदा टेस्ट से पहले बुमराह को पीठ की चोट के फिर उभरने से बचाने के लिए मौजूदा सीरीज में तीन टेस्ट में खिलाने का फैसला किया गया था।

गंभीर ने कहा, ‘हमने फिलहाल मौजूदा टेस्ट सीरीज के पांचवें व आखिरी टेस्ट के टीम संयोजन की बाबत कोई चर्चा नहीं की। फिलहाल जसप्रीत बुमराह के पांचवें व अंतिम टेस्ट में खेलेंगे या नहीं इस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं किया गया है। अंतत: जो भी खेलेगा वह भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन की पुरजोर कोशिश करेगा।’

वहीं भारत के कप्तान शुभमन गिल ने कहा, ‘अगर बुमराह को लगता है कि वह पूरी तरह फिट हैं हमारे लिए खेलते हैं तो हमारे लिए बड़ी बात होगी। अगर बुमराह नहीं खेलते हैं तो भी पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है।’

पांचवें व आखिरी टेस्ट के लिए ओवल में भारत की एकादश में चौथे टेस्ट से चोट से बाहर रहे आकाश दीप की नवोदित तेज गेंदबाज अंशुल काम्बोज की जगह वापसी पक्की है। बुमराह फिट है और वह उतरते हैं तो फिर वह, सिराज और आकाश दीप ही भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण की कमान संभालेंगे। भारतीय टीम प्रबंधन के सामने एक ओर पहेली यह है कि वह आठवें नंबर पर भी बल्लेबाज को रखने के लिए क्या शार्दूल ठाकुर को एकादश में बरकरार रखेगा अथवा अब तक इस दौरे पर अभिमन्यु ईश्वरन की तरह ‘यात्री’ ही रहे बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव को आखिर टेस्ट में एकादश में शामिल करेगा? भारत की एकादश से चोट के चलते विकेटकीपर ऋषभ पंत के बाहर होने पर ध्रुव जुरेल का और बतौर ऑलराउंडर आलोचनाओं के बावजूद वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा के खासतौर पर चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में शतक जमा इसे ड्रॉ कर इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में जिंदा रखने के बाद एकादश मे रखना ही होगा।