
हेड को छोड़ जूझती ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को बिखेरने का जिम्मा बुमराह पर
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : सकार्यवाहक कप्तान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में भारत मेजबान ऑस्ट्रेलिया से पर्थ का पहला टेस्ट 295 रन से जीतने के बाद नियमित कप्तान रोहित शर्मा की वापसी के साथ एडिलेड में दूसरा टेस्ट दस विकेट से हार कर अब पांच मैचों की बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी में एक एक की बराबरी के साथ ब्रिस्बेन में शनिवार शुरू तीसरे क्रिकेट जीतने के लिए बतौर बल्लेबाज और कप्तान खुल कर खेलना होगा। भारत एडिलेड में गुलाबी गेंद से सीरीज का दूसरा टेस्ट हार मनोविज्ञान बढ़त गंवा चुका है। कप्तान पैट कमिंस की अगुआई् में मिचेल स्टार्क, स्कॉट बोलैंड जैसे तेज गेंदबाजों ने गुलाबी गेंद से रफ्तार और उछाल से पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली के साथ एडिलेड में भारतीय टीम से जुड़ने वाले नियमित कप्तान रोहित शर्मा और चोट के बाद वापसी करने वाले शुभमन गिल को पस्त कर सीरीज में वापसी कर ब्रिस्बेन में तीसरे टेस्ट से पहले उसे दबाव में ला दिया। सच तो शुरू के दो टेस्ट की दोनों पारियों में पर्थ में भारत के लिए अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले नीतिश रेड्डी जवाबी हमला बोल कर ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को जवाब देते नजर आए। भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भले ही अब तक मौजूदा सीरीज में एक भी अर्द्बशतक नहीं जड़ पाए लेकिन अपने स्वछंद अंदाज से बल्लेबाजी कर ऑस्ट्रेलिया को जवाब देते दिखे। भारत को ऑस्ट्रेलिया से गाबा में तीसरा टेस्ट जीत फिर सीरीज में बढ़त लेनी है तो ऋषभ पंत, शुभमन गिल , यशस्वी जायसवाल जैसे युवा बल्लेबाज के साथ विराट कोहली, केएल राहुल और खुद कप्तान रोहित शर्मा को बल्ले से जलवा दिखाना होगा। ट्रेविज हेड को छोड़ जूझती ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को बिखेरने का जिम्मा फिर भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर रहेगा।
रोहित शर्मा के दूसरे टेस्ट में पारी शुरू करने की बजाय छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने पर जहां सुनील गावसकर और रवि शास्त्री जैसे भारत के पूर्व धुरंधर टेस्ट क्रिकेट उनके फिर से पारी शुरू करने की वकालत कर रहे हैं वहीं ऑस्ट्रेलिया में एक छोर संभाल लंगर डाल कर खेल चुके चेतेश्वर पुजारा उनके छठे नंबर पर खेलने की वकालत कर रहे हैं। रोहित शर्मा को बल्लेबाजी में किस नंबर पर उतरना है उन्हें अपने मन की सुन कर जहां वह ज्यादा सहज होकर बल्लेबाजी करना महसूस करें वहां गाबा में बल्लेबाजी के लिए उतरना चाहिए। भारत की एकादश में एडिलेड में दूसरे टेस्ट में खेलने वाले रविचंद्रन अश्विन की जगह तीसरे टेस्ट के लिए वाशिंगटन सुंदर की वापसी को लेकर बड़े बदलाव की संभावना कम ही लगती है। रोहित शर्मा को क्रीज पर थोड़ा विकेट बिताने के बाद अपने स्ट्रोक खेलतने होंगे।वह अपनी पिछ़ली दस पारियों में छह बार सीधी विकेट पर आती गेंद को खेलने से चूक एलबीडब्ल्यू आउट हुए है। अब ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के एक पखवाड़े बाद रोहित ने अपने रक्षण पर मेहनत की है। भरत अब तक इस ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहा है। भारत गाबा (ब्रिस्बेन) मे टॉस जीतता है तो उसकी कोशिश खास तौर पर पहली पारी मे बड़ा स्कोर बनाने की होनी चाहिए। यशस्वी जायसवाल का जोश और केएल राहुल की बल्लेबाजी का संयम दोनों को भारत की आदर्श सलामी जोड़ी बनाता है। शुभमन गिल ने दूसरे टेस्ट की दोनों पारियों आउट होने से पहले सकारात्मक और आश्वस्त दिखे उन्हे बस किस्मत का साथ चाहिए। ऋषभ को अपने नैसर्गिक आक्रामक खेल पर भरोसा कर बल्लेबाजी जारी रखनी होगी। विराट कोहली पर्थ में पहले टेस्ट में सेंचुरी जड़ चुके हैं और उन्हें खारिज नहीं किया जा सकता है। भारतीय बल्लेबाजों को किस्मत का जरा साथ मिला तो वह पहली पारी में बड़ा स्कोर का गाबा में मेजबान ऑस्ट्रेलिया की तीसरे टेस्ट में परेशानी बढ़ा सकते हैं।
ऋषभ पंत ने 2021 में पिछली बार गाबा (ब्रिस्बेन) टेस्ट में मात्र 138 गेंद अविजित 89 रन की पारी खेल भारत को जीत दिला कर ऑस्ट्रेलिया के इस मैदानपर 32 बरस अजेय रहने के घमंड को तोड़ा था । तब भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत दिलाने में ऋषभ के साथ दूसरी पारी में शुभमन गिल ने भी 91 रन की नायाब पारी खेली थी बदकिस्मती से कार दुघर्टना के चलते करीब पौने दो बरस क्रिकेट से बाहर रहने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नै में शतक जड़ टेस्ट क्रिकेट में वापसी की और फिर बेंगलुरू मे 99 रनतथा न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट मे 60 और 64 रन की पारी खेली। भारत के धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली,, कप्तान रोहित, शुभमन गिल , यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने एडिलेड में करीब सवा दो दिन में दूसरा टेस्ट हारने के बाद बल्लेबाजी अभ्यास कर अपनी गलतियों को दूर करने की कोशिश की उससे उसके शीर्ष क्रम से अब गुलाबी गेंद की बजाय लाल गेंद से ऑस्ट्रेलिया के रफ्तार के सौदागरों के खिलाफ ब्रिस्बेन में बेहतर प्रदर्शन की आस है। ऑस्ट्रेलिया की टीम इस मैदान पर 2021 में भारत और 2023 में वेस्ट इंडीज से टेस्ट हार चुकी है और इससे मेहमान भारतीय टीम को जरूर इस पर बेहतर प्रदर्शन का हौसला मिलेगा।
भारत की गेंदबाजी के तुरुप के इक्के जसप्रीत बुमराह ने अकेले ही ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों पर जिस तरह दबाव बनाया है और मोहम्मद सिराज ने भी विकेट चटकाए हैं उसके मद्देनजर मेजबान टीम के बल्लेबाजों के लिए भी गाबा मे बल्लेबाजी आसान नहीं रहने वाली है। भारत के लिए भले ही दूसरे टेस्ट की पहली पारी में ट्रेविज हेड ने जवाबी हमला बोल तेज शतक और मरनस लबुशेन ने अर्द्धशतक जड़ा हो लेकिन इन दोनो को छोड़ उस्मान ख्वाजा , नाथन मैक्सिवनी , स्टीव स्मिथ , मिचेल मार्श और अलेक्स कैरी जिस तरह खासतौर पर बुमराह के खिलाफ जूझते दिखे हैं उसे देखते हुए उनके लिए बल्लेबाजी आसान नहीं रहने वाली है। भारतीय गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के खिलाफ शॉर्ट पिच और बाउंसर का ज्यादा और चतुराई से इस्तेमाल करने की जरूरत होगी।