
- भारत दूसरे टेस्ट के लिए अपनी एकादश को लेकर असमंजस में
- ऋषभ को शतक को दोहरे टेस्ट शतक में बदलने की कोशिश करनी चाहिए
- बुमराह को एकादश में शामिल करने का फैसला टेस्ट से ठीक पहले
- भारत के निचले क्रम को भी बल्ले से धमाल करना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : तुरुप के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के पूरी तरह फिट और उपलब्ध होने के बावजूद भारत उनके वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते मौजूदा पांच टेस्ट की सीरीज के तीन टेस्ट में खेलने के कारण लीडस में पहला टेस्ट हार 0-1 से पिछड़ रहा उन्हें एजबेस्टन, बर्मिंघम में बुधवार को एकादश में शामिल करने को लेकर असमंजस में है। भारत के सहायक कोच रेयन टेन दोइत्श ने एजबेस्टन टेस्ट के शुरू होने से पहले कहा कि बेशक खेलने को तैयार है लेकिन उन्हें एकादश में शामिल करने का फैसला एजबेस्टन में बुधवार को दूसरा टेस्ट शुरू होने से ठीक पहले लेंगे। भारत दूसरे टेस्ट के लिए अपनी एकादश को लेकर असमंजस में है जबकि इंग्लैंड ने भारत को पहले टेस्ट में पांच विकेट से हराने वाली एकादश ही बरकरार रखी। भारत को एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट में जीत के साथ सीरीज में बराबरी करनी है तो फिर कुछ कड़े फैसले लेने होंगे। भारत ने अब तक इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में एक भी टेस्ट नहीं जीता है जबकि मेजबान इंग्लैंड ने इस मैदान पर 2015 से अपने छह में तीन टे्स्ट जीते हैं। भारत के पास एजबेस्टन में दूसरा टेस्ट जीत नया इतिहास लिखने का मौका है। ऐसे में भारत के पूर्व ऑफ स्पिन टेस्ट ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन का यह सुझाव भी खासा अच्छा है कि ऋषभ पंत को अपने पहले टेस्ट के शतक को आगे सीरीज में दोहरे शतक में बदलने की कोशिश करनी चाहिए। पहले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक जड़ने वाले अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए ख्यात ऋषभ पंत ने दूसरी पारी के शुरू में और फिर शतक के करीब पहुंच जिस तरह का रक्षण दिखाया वह इस बात को दर्शाता है कि वह चाहे तो क्रीज पर टीम की जरूरत के मुताबिक लंगर डाल कर खेल सकते हैं। भारत के निचले क्रम को दूसरे टेस्ट में दम दिखाने की जरूरत है।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोश टंग ने जिस तरह पहले टेस्ट की दोनों पारियों में भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों को सस्ते में आउट किया। इंग्लैंड उससे उनके खिलाफ जीवट दिखा 30 -30 और 40 -40 रन की छोटी छोटी भागीदारियां भारत के लिए आगे बेहद कारगर साबित को सकती है। एजबेस्टन मे दूसरे टेस्ट के पहले, तीसरे व चौथे दिन बारिश की आशंका के चलते खेल बाधित हो सकता है। ऐसे में पिच की नमी का लाभ उठाने के लिए भारत को चार तेज गेंदबाज चाहिए और कैसी भी पिच पर कलाई से तेजी से गेंद को स्पिन कराने के कौशल कुलदीप यादव भारत के लिए वाकई तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं। भारत के सहायक कोच ने दूसरे टेस्ट में भारत के दो स्पिनरों के साथ उतरने के संकेत दिए हैं। ऐसे में भारत के सामने बड़ा सवाल यह रहेगा कि वह लेग स्पिनर कुलदीप यादव के साथ बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और ऑफ स्पिन ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर और में भारत किस एक को उतारे। रवींद्र जडेजा के तीनों स्पिनरों में टेस्ट में बेहतर बल्लेबाज होने के कारण उन्हें भारत दूसरे टेस्ट की एकादश से बाहर रखने की तो नहीं ही सोचेगा। दरअसल लीडस में पहले टेस्ट में भारत अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के पांच शतकों के बावजूद पहली पारी में एक समय तीन विकेट पर 430 रन बनाने के आखिरी सात विकेट विकेट मात्र 41 रन पर गंवा 471 रन और दूसरी पारी में पांच विकेट पर 333 रन बना आखिरी पांच विकेट मात्र 31 रन पर खो 364 रन बनाकर आउट हो गया था। भारत ने दोनों पारियों में अपने अंतिम 12 विकेट मात्र 72 रन में गंवाए। इसके उलट इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में ऑली पॉप ने शतक जड़ा और हैरी ब्रुक ने 99 और दूसरी पारी में बेन डकेट ने 149 रन की बड़ी पारियां खेली लेकिन इनके साथ उसके निचले क्रम के बल्लेबाजों छोटी छोटी अहम पारियां खेल कर उसे पहली पारी में भारत के स्कोर के बेहद करीब 465 रन और दूसरी में जीत के लिए रखे 371 रन के लक्ष्य को पांचवें व आखिरी दिन भारत की बेदम गेंदबाजी के चलते मात्र पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया था। भारत को एजबेस्टन में दूसरा टेस्ट जीत सीरीज में एक एक की बराबरी करनी है तो फिर उसके निचले क्रम को मेजबान इंग्लैंड के निचले क्रम से सबक लेकर 30 -30रन जोड़ कर छोटी भागीदारियां करनी जरूरी होंगी।
ऋषभ पंत ने पहले टेस्ट में दोनों पारियों में शतक जड़ने के साथ सबसे ज्यादा कुल 252 रन, इंग्लैंड के बेन डकेट ने दूसरी पारी में शतक सहित कुल 211 रन, भारत के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने दूसरी पारी में शतक सहित कुल 178 रन, कप्तान शुभमन गिल ने पहली पारी में शतक सहित कुल 155 और यशस्वी जायसवाल ने एक शतक सहित 105 रन बनाए हैं। वहीं इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने खासतौर पर भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों पर कहर बरपा कर पहले टेस्ट में कुल सबसे ज्यादा सात विकेट लिए जबकि भारत के जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्ण, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पांच पांच विकेट चटकाए हैं। बुमराह ने पहले टेस्ट में सभी पांच विकेट इंग्लैंड की पहली पारी में चटकाए।
भारत के चीफ कोच गौतम गंभीर की बात पर यकीन करें तो वह कह चुके हैं वह बर्मिंघम टेस्ट का नतीजा जो हो वह बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट से कोई समझौता नही करेंगे वह मौजूदा पांच टेस्ट की सीरीज के तीन ही टेस्ट खेलेंगे। दूसरे औार तीसरे टेस्ट के बीच तीन दिन का ही अंतर है और ऐसे में भारत बुमराह को दूसरे टेस्ट में उतारने का जोखिम नहीं ही लेगा भले ही एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट का भी नतीजा उसके हक में नहीं जाए। भारत की पहले टेस्ट में हार के तीन प्रमुख कारण रहे पहला छह कैच टपकाना, दूसरा निचले क्रम के बल्लेबाजी का ताश के पत्तों की तरह ढहना और अंतिम दिन दूसरी पारी में बेदम गेंदबाजी। बुमराह को लगातार दूसरे टेस्ट में भारत द्वारा उतारने की उम्मीद बेहद कम है। ऐसे में बुमराह की जगह बहुत उम्मीद है कि भारत बतौर तेज गेंदबाज बाएं हाथ के दोनों ओर स्विंग कराने में माहिर अर्शदीप सिंह को ही मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा के साथ उतरेगा।
भारत अपनी बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए शार्दूल ठाकुर की जगह ऑलराउंडर नीतिश रेड्डी और करुण नायर की जगह कुलदीप यादव को शामिल कर जीत के लिए इंग्लैंड के 20 विकेट चटकाने के मकसद चार तेज गेंदबाजों और बाए हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा व कुलदीप यादव के रूप में दो स्पिनरों के साथ उतरने का बड़ा दांव खेल सकता है।
भारत के शीर्ष क्रम में पहले टेस्ट में सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल और कप्तान शुभमन गिल ने पहली पारी में, सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने दूसरी पारी और ऋषभ पंत ने दोनों पारियों में शतक जड़े यानी भारत की ओर से पहले टेस्ट में पांच शतक जड़े। भारत की पारी का आगाज यशस्वी के साथ केएल राहुल, तीसरे नंबर पर साई सुदर्शन,चौथे पर कप्तान शुभमन गिल, पांचवें पर ऋषभ पंत, छठे पर नीतिश रेड्डी, सातवें पर रवींद्र जडेजा आठवें पर कुलदीप यादव, नौवे पर अर्शदीप सिंह,दसवें पर मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा अंतिम स्थान पर खेलेंगे।
भारत के गेंदबाजी कोच मॉर्ने मॉर्केल बतौर गेंदबाज भी नीतिश रेड्डी के मुरीद हैं। मॉर्केल के मानना है कि नीतिश रेड्डी के बाद विकेट चटकाने वाली चमत्कारिक गेंद है। मॉर्केल चाहते हैं नीतिश बराबर विकेट चटकाने वाली चमत्मकारिक गेंद बराबर फेंके जो बतौर ऑलराउंडर उनके लिए अहम है।भारत नीतिश रेड्डी को मजबूत बल्लेबाज के रूप में ज्यादा देख रहा है और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में इस्तेमाल हो रही डयूक बॉल पिच होने के बाद कम मूवा होती है और ऐसे में जब तक वह इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जब तक परेशान नहीं तब तक उन्हें एकादश में शामिल करने से बचना ही चाहेगा। भारत यदि बुमराह के बिना उतरता है तो उसे अपनी टीम में ज्यादा मारक गेंदबाजों की जरूरत होगी
भारत के चीफ कोच गंभीर कहते हैं, ‘टेस्ट मैच जीतने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है प्रतिद्वंद्वी टीम के 20 विकेट चटकाना। आप यदि प्रतिद्वंद्वी टीम के एक टेस्ट में 20 विकेट चटकाने में कामयाब रहेंगे तो आपके जीत के अवसर बढ़ जाएंगे। बेशक एक टेस्ट में प्रतिद्वंद्वी टीम के 20 विकेट चटकाना प्राथमिकता है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस पिच पर खेल रहे हैं और हम किस गेंदबाजी संयोजन के साथ उतरना चाहते हैं।भारत नीतिश रेड्डी को मजबूत बल्लेबाज के रूप में ज्यादा देख रहा है और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में इस्तेमाल हो रही डयूक बॉल पिच होने के बाद कम हरकत करती है और ऐसे में जब तक वह इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जब तक परेशान नहीं तब तक उन्हें एकादश में शामिल करने से बचना ही चाहेगा। भारत यदि बुमराह के बिना उतरता है तो उसे अपनी टीम में ज्यादा मारक गेंदबाजों की जरूरत होगी