हम ड्रेसिंग रूम में बढिय़ा माहौल बनाए रखेंगे तो टी-20 विश्व कप में अच्छे नतीजे मिलेंगे: रोहित

  • ड्रेसिंग रूम में माहौल एकदम बढिय़ा, टीम में कहीं कोई गड़बड़ नहीं
  • हमारी टी-20 विश्व कप की टीम लगभग तय, कुछ सवालों के जवाब जरूर बाकी
  • एकादश में चार- पांच बल्लेबाज, खेलेंगे, एक -दो बदलाव तो होते ही रहेंगे
  • ऐसी एकादश चाहते हैं जिसमें मैच की जरूरत के मुताबिक बदलाव कर सके
  • टी-20 विश्व कप में अलग -अलग टीमों, उनकी रणनीति से निपटने की चुनौती

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत दुबई में एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट मेेंं शुरू के दो सुपर 4 मैचोंं में एक गेंद के बाकी रहते पहले पाकिस्तान से पांच विकेट और फिर श्रीलंका से छह विकेट से हार कर फाइनल की होड़ से लगभग बाहर हो चुका है। यहां यह बात नहीं भूलनी चाहिए कि भारत अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए अपनी तरकश के सभी तीरों को आजमा रहा है। अपने सभी तीरों को आजमाने की इस कवायद में भारत के कप्तान रोहित और हेड कोच राहुल द्रविड़ इक्का-दुक्का हार को झेलने के लिए तैयार हैं।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने दुबई में एशिया कप में बेहद करीबी रहे शुरू दो सुपर 4 मैचोंं में अपनी टीम को मिली हार के बावजूद उसका बचाव किया। श्रीलंका के हाथों मंगलवार रात हार के बाद भारत के कप्तान रोहित ने कहा ,’बाहर भले ही लोगों को गड़बड़ दिखे, लेकिन मुझे टीम में कहीं कुछ गड़बड़ नहीं लगती। गड़बड़ है तो बस ये कि हम अपने पिछले दोनों सुपर 4 मैच अंतिम ओवर में हार गए।इन दो हार के बाद सवाल उठेंगे ही और यह सामान्य बात है। फिर भी मैं जहां तक हमारी भारतीय टीम का सवाल है तो टीम में ड्रेसिंग रूम का माहौल एकदम बढिय़ा है। हमारी टीम का हर खिलाड़ी एकदम सहज है। हम चाहे जीते, चाहे हारे। हमारी टीम में किसी तरह की बौखलाहट नहीं है। हमेशा ही हमें ड्रेसिंग रूप में ऐसा ही सहज माहौल बनाए रखने की जरूरत है और हमने ऐसा माहौल बनाया भी है। हम ड्रेसिंग रूम में बढिय़ा माहौल बनाए रखेगे तो टी-20 विश्व कप में अच्छे नतीजे मिलेंगे। हम अपने खिलाडिय़ों को हार- जीत, अच्छा प्रदर्शन करने या नहीं करने से नहीं आंकते। हमारे टीम में सभी लड़के प्रतिभासम्पन्न हैं और इसी लिए वे आज टीम में हैं।’

कप्तान रोहित ने भारतीय टीम के संयोजन की बाबत कहा, ‘जहां तक प्रयोग करने की बात है तो हम अभी जरूर कुछ नया करना चाहते हैं। हमारी टी-20 विश्व कप के लिए टीम ९०-९५ फीसदी यानी लगभग तय है। पिछली तीन चार सीरीज में हमें अपने ज्यादातर सवालों के जवाब मिल भी गए हैं। हां, बस कुछ सवालों के जवाब तलाशने बाकी हैं। हमारी एकादश में चार-पांच बल्लेबाज तो खेलेंगे और एक-दो बदलाव तो होते ही रहेंगे। हम बेशक टी-20 विश्व कप में भी छठे गेंदबाजी विकल्प के साथ उतरना चाहेंगे। हम अपनी सर्वश्रेष्ठï एकादश को तलाशने की कोशिश में अलग-अलग प्रयोग कर रहे हैं। हम ऐसी एकादश चाहते हैं जिसमें मैच की जरूरत के मुताबिक बदलाव कर सके। यदि आप एशिया कप के शुरू होने से पहले हमारी टीम के संयोजन की बात करे तो हम तब चार तेज गेंदबाजों, दो स्पिनरों और एक स्पिन ऑलराउंडर के साथ खेल रहे हे थे। हमेशा से मैं इसका जवाब तलाशने के लिए कोशिश में रहता हूं कि यदि हमारी एकादश में तीन तेज गेंदबाज, दो स्पिनर और तीसरा स्पिनर ऑलराउंडर हो तो कैसा रहेगा।’

उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि चाहे टी-20 विश्व कप हो या एशिया कप इसमें दबाव ज्यादा रहता है। द्विपक्षीय टूर्नामेंट में आप किसी भी एक टीम के खिलाफ तीन या पांच मैचों की सीरीज खेलते हैं तो एक मैच के बाद भी आप उसकी रणनीति का अंदाज कर अपनी योजना बनाते हैं। एशिया कप हो या फिर टी-20 विश्व कप इसमें आपके सामने अलग-अलग टीमें होती हैं। आपके सामने टी-20 विश्व और एशिया कप जैसे टूर्नामेंट में अलग -अलग टीमों और उनकी रणनीति से निपटने की चुनौती होती है। हम पिछले टी-20 विश्व कप में सेमीफाइनल के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाए थे। हम आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचने के साथ इसमें जीतने में कामयाब रहे हैं। हमने पिछली जो तीन चार सीरीज खेली और इसमें हमें बहुत सवालों के जवाब देने थे और इनमें से कुछ सवालों के जवाब मिले भी। एशिया कप के बाद हम ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो सीरीज खेलेंगे और फिर टी-20 विश्व कप में शिरकत करेंगे। जब तक टी-20 विश्व कप के लिए हमारी भारतीय टीम की घोषणा नहीं हो जाती तब हम कुछ खिलाडिय़ों को आजमा सकते हैं।वह समय भी आएगा जब हम यह कहेंगे कि हम टी-20 विश्व कप में इस संयोजन से खेलना चाहते हैं। जब हम टी-20 विश्व कप में खेलने उतरेंगे तो छह गेंदबाजी विकल्प के साथ उतरने की बात भी हमारे जेहन में होगी। दिनेश कार्तिक को अपनी फॉर्म के कारण ही सुपर 4 मैचों से बाहर नहीं बल्कि इस कारण बाहर रहे क्योंकि हम पारी के बीच में बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते थे।’