- मैं मानता हूं कि मैंने खुद अच्छी बल्लेबाजी की
- हम शमी को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा ने गाबा(ब्रिस्बेन) में भारत के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में पहले फॉलोऑन बचाने और फिर ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में उसके जल्दी सात विकेट चटकाने के बाद टेस्ट के ड्रॉ कराने पर संतोष जताया। भारत की पहली पारी में शीर्ष क्रम में केएल दाहुल के 84 और निचले क्रम में रवींद्र जडेजा की 77 रन के साथ आकाशदीप और जसप्रीत बुमराह की 33 रन की अहम भागीदारी की बदौलत फॉलोऑन बचाय कर ऑस्ट्रेलिया की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
भारत को यह टेस्ट ड्रॉ कराने में बीच बीच में रुक हो रही बारिश की मदद मिली। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ‘यदि आपका नजरिया और चरित्र अच्छा है तो आप नामुमकिन को भी मुमकिन में बदल सकते है। मैं यह मानने में कोई हर्ज नहीं महसूस करता कि मैंने खुद अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। जहा तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को भारतीय टीम में शामिल करने की बात तो मैं यह साफ करना चाहूंगा कि हम उनको लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं हमारी टीम के साथ कुछ समय से एक अच्छी बात यह है कि हम किसी भी स्थिति में आसानी से हार नहीं मानते हैं। हम बराबर संघर्ष करते रहना चाहता है। यहा तक जब हमनेऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी की तो हम पूरी शिद्दत से गेंदबाजी कर उसे 60-70 रन में समेटना चाहते थे क्योंकि हम यह जानते कि मेजबान टीम के बल्लेबाज जल्दी रन बनाने की कोशिश में अपने शॉट खेलने की कोशिश करेंगे। यह आपको बेहतर करने का मौका देती है। लेकिन हमारे पास 50ओवर में दूसरी पारी में 270-280 के लक्ष्य को हासिल नहीं कर सकते।भले यह लगे कि तीसरे टेस्ट में हम ऑस्ट्रेलिया से पिछड़े लेकिन हमने इससे काफी कुछ हासिल किया। हमारे खिलाड़ियों ने मैदान पर जो रवैया दिखाया मुझे उस पर फख्र है क्योंकि रन और विकेट एक बात है।
ऑस्ट्रेलिया की टीम पर भी दबाव था। जब तक आप दूसरी टीम को दबाव में नहीं लाते हैं तो तब तक आप यह नहीं जान पाते हैं कि उसका दबाव में प्रदर्शन कैसा रहता है। हम 320-330 के लक्ष्य का पीछा कर जीत हासिल कर सकते हैं और यह बात ऑस्ट्रेलिया जेहन में भी रहती कि भारत इस तरह के लक्ष्य को हासिल कर सकता हूं। ब्रिस्बेन , तीसरे टेस्ट में गाबा में पांचवें व अंतिम दिन बुधवार को जो कुछ हुआ यह हमें मेलबर्न में बढ़िया करने का आत्मविश्वास देगा।हम इस बात को जानते हैं कि हमें मेलबर्न में एकदम नए सिरे से आगाज करना होगा क्योंकि वहां स्थितियां अलग होंगी और मुमकिन है कि गेंद गाबा जितनी मूव न हो। हमें इस सब का विश्लेषण करना होगा।‘
रोहित शर्मा की खुद की फॉर्म चिंता का सबब हे। रोहित ने अपनी बल्लेबाजी की बाबत कहा,‘ मेरे जैसे व्यक्ति यह अहम है कि में जेहनी तौर पर कैसा महसूस करता हं। मैं हर मैच के लिए मैं कैसी तैयारी करता हूं। सबसे अहम यह है कि मैं खुद कैसा महसूस कर रहा हं। मैं मानता हें मैंने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की है और इसे मानने में कोई हानी नहीं नहीं है। मैं यह जानता हूं कि मेरे जेहन में क्या है। मैं खुद को किस तरह तैयार कर रहा हूं। मुझे बस क्रीज पर ज्यादा से ज्यादा वक्त गुजारने की जरूरत है। मैं फिलहाल हालात को लेकर खुश हं।
उन्होंने कहा, ‘जहां तक शमी की बात है तो यह सही समय है कि इस बाबत एनसीए को बात करनी चाहिए जहां वह रिहैब कर कर रहे हैं। एनसीए के लोगों को शमी की स्थिति की बाबत स्थिति साफ करनी चाहिए। मै यह जानता हूं कि शमी भारत में घरेलू क्रिकेट में खेल रहे हैं। उनके घुटने को लेकर कुछ शिकायत हैं। मैं यह कतई नहीं चाहूंगा कि कोई खिलाड़भ यहां ऑस्ट्रेलिया आई और मैच के बीच से हट जाए। आप जानते हैं कि ऐसा होता है तो क्शा होता है। हम किसी भी तरह यह जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं। मैं एक बार फिर यह कहना चाहूंगा कि यदि एनसीए के लागे यह महसूस करते हैं कि शमी अपनी चोट से पूरी तरह उबर गए हैं और तो भारतीय टीम के दरवाज उनके लिए खुले हैं।