अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मनमाने तरीके से हुए अवैध खनन के कारण बने गहरे गड्ढे में डूबकर दो छात्रों की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा चौधरी चरण सिंह अमौसी एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल के पीछे रहीमाबाद गांव में हुआ जहां गहरे गड्ढे पानी भर गया था, जिसके कारण दोनों छात्रों को जान गवाना पड़ गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व खनन हुआ था। उसी से इतना बड़ा गड्ढा बन गया था,लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
पुलिस ने बताया कि सरोजनीगर के विष्णुनगर का 15 वर्षीय दुर्गेश और मुरली विहार का 13 वर्षीय मानस नवीं कक्षा के छात्र थे, इन दोनों की हादसे में मौत हुई। गत दिवस सायं दोनों कोचिंग गए थे। चार बजे कोचिंग से लौटते समय एक दोस्त भी उनके साथ था। रहीमाबाद गांव के पंचकुटी इलाके में बड़ा गड्ढा देखकर तीनों रूक गए। तीनों नहाने के लिए उसमें उतर गए। इस दौरान दुर्गेश और मानस गहरे पानी में चले गए। वहीं उनका दोस्त बाहर आ गया। उसने ही दुर्गेश और मानस के स्वजन को सूचना दी। इसके बाद सभी लोग पुलिस के साथ मौके पर पहंुचे।
पुलिस ने बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ को सूचना दी, लेकिन करीब तीन घंटे बाद पहुंची एसडीआरएफ टीम ने रात होने की वजह से बचाव अभियान करने से इंकार कर दिया। इस पर ग्रामीणों ने पुलिस और एसडीआरएफ टीम के खिलाफ नारेबाजी की। उसके बाद करीब नौ बजे कृष्णा नगर निवासी रामदास पुर निवासी गोताखोर संजय पानी से भरे गड्ढे में उतर गए करीब 15 मिनट में ही दोनों शवों को बाहर निकाल लिया। वहीं सरोजनी नगर थाने के इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति के अनुसार, बचाव अभियान चलाया गया था, लेकिन बचावकर्मियों को किट पहनने में समय लगा, जिसके कारण ग्रामीण आक्रोशित हो गए।