भारत और पाक एफआईएच जू.पुरुष हॉकी विश्व कप 2025 कप में एक ही पूल बी में

India and Pakistan in same Pool B in FIH Junior Men's Hockey World Cup 2025 Cup

  • एफआईएच जू.विश्व कप में इस बार रिकॉर्ड सबसे ज्यादा 24 टीमें
  • बड़ा सवाल क्या एफआईएच भी भारत-पाक मैच तटस्थ जगह कराएगी?

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : मेजबान भारत और चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान की टीमों को भारत में इस साल के आखिर में 28 नवंबर से 10 दिसंबर तक चेन्नै और मदुरे में होने वाले 14 वें एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप तमिलनाडु 2025 के शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ (एफआईएच) के लुसाने (स्विटजरलैंड) स्थित मुख्यालय में निकाले गए ऑनलाइन ड्रॉ के मुताबिक पूल बी में रखा गया है।

एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के इतिहास में पहली बार सबसे ज्यादा कुल 24 टीमें शिरकत करेंगी। शनिवार को निकाले गए इसके ड्रॉ के साथ इसमें शिरकत करने वाली इन 24 टीमों को चार चार टीमों के छह पूल में बांटा गया है। मौजूदा चैंपियन जर्मनी ने 2023 में एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के फाइनल में फ्रांस को 2-1 से हराकर सबसे ज्यादा रिकॉर्ड सातवीं बार खिताब जीता था। मेजबान भारत (पूल बी) सहित सीधी वरीयता प्राप्त छह टीमों जर्मनी (पूल ए), अर्जेंटीना (पूल सी),स्पेन (पूल डी), नीदरलैंड (पूल ई) और फ्रांस (पूल एफ) के पूल पहले ही घोषित कर दिए गए थे जबकि बाकी तीन पॉट से निकाली गई पचिर्यों से बाकी 18 टीमों के पूल का फैसला हुआ। पुलवामा में आतंकी घटना के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान को उसके लिए जिम्मेदार बताते हुए ऑपरेशन सिंदूर कर उसके यहां आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के बाद उससे सभी तरह के राजनीतिक व राजनयिक रिश्ते तोड़ने के बाद बड़ा सवाल यह रहेगा कि क्या भारत सरकार पाकिस्तान को यहां जूनियर हॉकी विश्व कप में शिरकत करने आने की इजाजत देगी? या फिर भारत और पाकिस्तान के मैच क्रिकेट में आईसीसी ने जिस हाइब्रिड मॉडल की तर्ज तटस्थ पर कराए थे उसी तरह एफआईएच भी इसी हाईब्रिड मॉडल के तहत किसी जगह दोनों देशों के हॉकी मैच कराएगी?

इसके छह पूल हैं :
पूल ए : जर्मनी,दक्षिण अफ्रीका, कनाडा व आयरलैंड।
पूल बी: भारत, पाकिस्तान, चिली ,स्विटजरलैंड।
पूल सी :अर्जेंटीना, न्यूजीलैंड, जापान, चीन।
पूल डी : स्पेन, बेल्जियम,मिस्र , नामिबिया।
पूल ई :नीदरलैंड,मलयेशिया। इंग्लैड,ऑस्ट्रिया।
पूल एफ : फ्रांस,ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया , बांग्लादेश।

पहले एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप का यह ड्रा 24 जून को निकाला जाना था लेकिन टल गया था। आमतौर पर किसी भी एफआईएच हॉकी विश्व कप का ड्रॉ इसकी मेजबानी करने वाले देश में निकाला जाता है। एफआईएच के मौजूदा अध्यक्ष तेयब इकराम मूलत: पाकिस्तान है लेकिन अब मकाउ की नागरिकता ले चुके हैं। पहलगाम में आतंकी घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से अपने सभी राजनीतिक और राजनयिक रिश्ते तोड़ दिए और इसीलिए भारत नहीं चाहता था कि तैयब इकराम भारत आए। इसी के चलते इसका ड्रॉ स्विटजरलैंड में एफआईएच मुख्यालय में निकाला गया है। अब तक हुए 13 संस्करणों में मौजूदा चैंपियन जर्मनी (तीन बार पश्चिम जर्मनी और चार बार जर्मनी) ने सबसे ज्यादा सात बार जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप जीता है जबकि भारत (2001 में होबार्ट (ऑस्ट्रेलिया) में अर्जेंटीना को फाइनल में 6-1 से तथा अब से नौ बरस पहले 2016 में अपने घर लखनउ में बेल्जियम को फाइनल में 2-1 से हरा कर दो बार खिताब जीता। अर्जेंटीना ने भी दो बार खिताब जीता तथा पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया ने एक एक बार चैंपियन बनने का गौरव पाया। पाकिस्तान ने 1979 में पहले एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप में खिताब जीता था लेकिन इसके बाद से वह कभी सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच पाया। भारत ने अब तक 2013 में नई दिल्ली में, 2016 मे लखनउ में और 2021 में भुवनेश्वर मे लगाता तीन बार जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी और इकलौती ऐसी टीम जिसने अपने घर मं 2016 में खिताब जीतने का गौरव पाया। भारत चौथी बार एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी करेगा।

एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप के शनिवार को ऑन लाइन निकाले गए ड्रॉ समारोह में एफआईएच के अध्यक्ष तैयब इकराम, हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह, हॉकी इंडिया के महानिदेशक कमांडर आरके श्रीवास्तव ने शिरकत की। एफआईएच अध्यक्ष तैयब इकराम ने कहा,‘मेरे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि मैं इस महत्वपूर्ण क्षण से पहले यहां मौजूद हूं, क्योंकि हम पहली बार इसके इतिहास में सबसे ज्यादा 24 टीमों के एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप के अपने सफर का आगाज कर रहे हैं। हॉकी में उभरते देशों सहित सभी देशों के युवाओं को सशक्त बनाना और उन्हें शामिल करना एफआईएच की रणनीति का हिस्सा है और एफआईएच जूनियर हॉकी विश्व कप इस ओर पहला कदम है। मैं भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भारत के खेल मंत्री मनसुख मांडविया का हॉकी को एक प्रमुख खेल के रूप में देखने और इसका न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया और वैश्विक स्तर पर इसका समर्थन करने के लिए आभार जताता हूं। मैं साथ ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन अैर उप मुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन का तमिलनाडु के दो शहरों चेन्नै और मदुरै में नौजवान हॉकी सितारों का स्वागत करने के लिए आभार जताता हूं।

हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा,‘आज हॉकी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि हम 24 देशों की भागीदारी वाले पहले एफआईएच जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए पूल ड्रॉ देख रहे हैं। मैं हॉकी इंडिया की ओर से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का देश भर में हॉकी और हॉकी खिलाड़ियों के प्रति उनके दृढ़ समर्थन के लिए हार्दिक आभार जताता हूं। मोदी जी और भारत के माननीय खेल मंत्री श्री मनसुख एल. मंडाविया जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के हॉकी आगे बढ़ी है।हम साथ ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के तमिलनाडु और उसके बाहर हॉकी उसके बाहर हॉकी को बढ़ावा देने के उनके प्रतिबद्धता के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं।मैं इसमें शिरकत करने वाली सभी 24 टीमों को बधाई देता हूं। मैं हर प्रतिनिधिमंडल का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूं। हमें उम्मीद है कि यह आयोजन सभी के लिए एक यादगार अनुभव साबित होगा।