रविवार दिल्ली नेटवर्क
भारत और रूस 2030 तक व्यापार लक्ष्य एक सौ अरब डॉलर निर्धारित करने पर सहमत हो गये हैं। दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए नौ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन, कार्टोग्राफी, ध्रुवीय अनुसंधान, निवेश, व्यापार और फार्मा के क्षेत्रों में समझौता ज्ञापन शामिल हैं। भारत और रूस ने प्रसार भारती और टीवी नोवोस्ती के बीच प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग पर भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच वार्ता आर्थिक सहयोग पर केंद्रित रही। इसमें दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्र, बड़े पैमाने पर व्यापार, पूंजी संबंध, ऊर्जा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग, रक्षा और सुरक्षा से सम्बद्ध अधिकारी भी शामिल थे। श्री क्वात्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने रूस सेना में गुमराह किये गये भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि रूसी पक्ष ने सभी भारतीय नागरिकों को रूसी सेना की सेवा से शीघ्र छुट्टी देने का वादा किया है। विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं ने नए प्रस्तावित पूर्वी गलियारे के बारे में बात की, जिसे चेन्नई-व्लादिवोस्तोक पूर्वी गलियारा कहा जाता है। दोनों नेताओं ने आर्थिक क्षेत्र के महत्वपूर्ण विषयों पर भी ध्यान केंद्रित किया। भारत में उत्पादन और किसानों की उपज से जुड़ी उर्वरक आपूर्ति के संबंध में विशेष रूप से बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने भारत-यूरेशियन आर्थिक संघ व्यापार और वस्तु समझौते पर आगे बढ़ने की आवश्यकता के बारे में भी बात की।