- भारत के लिए सुखजीत ने दागे दो गोल, अभिषेक, उत्तम व संजय ने किया एक -एक गोल
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के स्टाइकर सुखजीत सिंह, अभिषेक नैन, उत्तम सिंह व अरिजित सिंह ने लहरों की तरह हमले बोल दिखाया आक्रमण ही सर्वश्रेष्ठ रक्षण है। सुखजीत सिंह के मैच के दूसरे और आखिरी मिनट में दागे दो , अभिषेक और उत्तम सिंह के एक एक मैदानी गोल तथा ड्रैग फ्लिकर संजय के पहले पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल की बदौलत मौजूदा चैंपियन भारत ने शुरू से ही हावी रहते हुए जापान को
मौजूदा पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में चीन के मोंकी स्टेडियम में सोमवार को 5-1 से हरा कर लगातार दूसरी जीत हासिल की। जापान के लिए इकलौता गोल काजूमात्सा मात्सोमोता ने तीसरे क्वॉर्टर में किया। भारत की टीम अकेली ऐसी टीम है, जिसने अपने दोनों मैच जीते हैं और छह अंकों के साथ शीर्ष पर है। भारत ने अब तक दो मैचों में सात गोल किए हैं और मात्र एक गोल खाया है। जापान ने पहले दिन दक्षिण कोरिया से अपना पहल मैच पांच पांच गोल से ड्रॉ खेला। भारत ने पिछले संस्करण में चेन्नै को लीग मैच में इसी अंतर से हराया था। भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन का पेरिस ओलंपिक में कांसा बरकरार रखने के बाद अगली ओलंपिक साइकिल और एशियाई खेलों के लिए अपनी अग्रिम पंक्ति को ज्यादा से ज्यादा गोल करते देखने का सपना आठ नए खिलाड़ियों की मौजूदगी में शुरू के दो मैचों में तो सही साबित होता दिख रहा है।
मैन ऑफ द‘ मैच अभिषेक नैन कहा, ’ हमें सोमवार को जापान पर बड़ी जीत टीम प्रयास से मिली है। हम अपनी बेसिक्स पर काबिज रहे। हमने अपने अच्छे हमले बोले और यह सुनिश्चित किया हमारे निशाने लक्ष्य भेदने में सफल रहे। हम मौजूदा एशियन चैंपियंस ट्रॉफी चैंपियन हैं और अपना खिताब बरकरार रखने के मकसद से आए हैं।‘
भारत ने बहुत तेज आगाज किया और सुखजीत सिंह और अभिषेक नैन के शुरू के दो मिनट में दो गोल की बदौलत 2-0 की बढ़त ले ली। भारत के लिए बतौर आक्रामक सेंटर हाफ नीलकांत शर्मा और उपकप्तान विवेक सागर ने बराबर आगे अपने साथी स्ट्राइकर अभिषेक , सुखजीत और अरिजित सिंह हुंदल और उत्तम सिंह के लिए गेंद बढ़ाई। जापान की डी के बाहर मंडराते संजय द्वारा तेज उंचे फ्लिक पर पर सुखजीत सिंह ने टेनिस में वॉली के अंदाज में गेंद को डी के भीतर गोल में डालकर भारत का खाता खोला। अगले ही मिनट अभिषेक नैन ने हॉकी की कलाकारी दिखा जापान की रक्षापंक्ति के चार खिलाड़ियों को छका गोल कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। भारत के शुरू के दो मिनट में दो गोल की बढ़त लेने के चलते खुद कप्तान हरमनप्रीत सिंह के साथ फ्रीमैन सुमित भी बराबर गेंद को लेकर डी में पहुंचे और गोल करने के लिए खासतौर पर रिवर्स स्टिक से जोरदार वॉली जमाई लेकिन जापान के गोलरक्षक यामाता कामाहारा ने रोक कर बेकार किया। अरिजित सिंह हुंदल से डी के ठीक उपर से तेज वॉली लगाई और गेंद को एक बार फिर जापान के गोलरक्षक कामाहारा ने रोक कर बेकार कर दिया। जापान को पहला क्वॉर्टर खत्म होने से दो मिनट पहले लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारत के गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक ने मुस्तैदी दिखा दोनों को ही रोक कर बेकार कर दिया। अरिजित सिंह हुंदल को गलत ढंग से रोकने पर दूसरे क्वॉर्टर के दूसरे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को ड्रैग फ्लिकर संजय ने तेज फ्लिक से गोल में बदल कर भारत को 3-0 से आगे कर दिया। दूसरा क्वार्टर खत्म होने से सात मिनट पहले जापान ने मैच का अपना तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन भारत के गोलरक्षक सूरज करकेरा ने अच्छा पूर्वानुमान लगा गेंद को अपने पैड से रोक उसे खाता खोलने और बढ़त लेने से रोक दिया। जापान के काजूमात्सा मात्सोमोता ने भारत के फुलबैक जुगराज सिंह और संजय को छकाने के बाद गोलरक्षक कृष्ण बहादुर पाठक को भी छका तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से चार मिनट पहले गोल कर स्कोर 1-3 कर दिया। भारत के उपकप्तान विवेक सागर प्रसाद ने डी के भीतर तेज फ्लिक किया लेकिन जापान के गोलरक्षक यामाता कामाहारा ने रोक दिया।
जर्मनप्रीत सिंह के दाएं से तेज स्लैप शॉट पर उत्तम सिंह ने बेहतरीन गोल कर भारत को खेल खत्म होने से छह मिनट पहले बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत की बढ़त 4-1 कर दी। उत्तम के बेहतरीन प्रयास पर भारत को मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह के तेज फ्लिक को जापान के गोलरक्षक ने रोक कर उसे अपनी बढ़त बढ़ाने से रोक दिया। आखिरी मिनट में अभिषेक के बेहतरीन पास पर सुखजीत सिंह ने मैच का अपना दूसरा गोल कर भारत को 5-1 से जीत दिलाई।