भारत के सामने फाइनल में एक बार फिर पाकिस्तान
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : स्ट्राइकर दिलराज सिंह के मैदान तथा ड्रैग फ्लिकर रोहित और शारदानंद तिवारी के पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक एक गोल की बदौलत अजेय मौजूदा चैंपियन भारत ने मलयेशिया को मस्कट (ओमान) में जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप के सेमीफाइनल में मंगलवार रात 3-1से शिकस्त दी। पराजित मलयेशिया के लिए इकलौता गोल कमरूद्दीन अजीमुद्दीन ने खेल खत्म होने से तीन मिनट पहले किया। मौजूदा चैंपियन भारत फाइनल में बुधवार रात देर रात प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगा। कप्तान स्ट्राइकर हन्नान शाहिद के दो तथा सूफियान खान और बशारत अली के एक एक गोल से पाकिस्तान ने पहले सेमीफाइनल में जापान को 4-2 से हराया। पराजित जापान के लिए रकुसुई यमांका और तनाका ने एक एक गोल किया। भारत ने पिछले संस्करण में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को फाइनल में 2-1 से हराकर खिताब जीता था।
बेशक पाकिस्तान के स्ट्राइकर सूफियान खान ने अब तक टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा दस गोल किए है। भारत के लिए उसके स्ट्राइकर अर्शदीप सिंह (कुल सात गोल), अरिजित सिंह हुंडल ( कुल छह गोल), दिलराज सिंह (कुल छह गोल) , सौरभ आनंद कुशवाहा (कुलपांच गोल), रोशन कुजूर (कुलचार गोल) , गुरजोत सिंह (कुलतीन) ने मिलकर कुल 31 गोल किए जबकि उसके ड्रैग फ्लिकर रोहित (चार) और शारदा नंद तिवारी (तीन गोल) ने मिलकर सात गोल किए हैं। भारत का ऐसे में फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ पलड़ा भारी है लेकिन उसके चीफ कोच पिछले लगातार दो ओलंपिक में भारत की कांस्य पदक विजेता टीम के गोलरक्षक रहे पीआर श्रीजेश को पाकिस्तान के स्ट्राइकर सूफियान खान, (कुल 10 गोल) कप्तान हन्नान अहमद (कुल तीन गोल) की फाइनल में मजबूत घेरेबंदी करने की रणनीति बना उतरना होगा।भारत को जीत के लिए लीग मैच में जापान के खिलाफ ही संघर्ष करना पड़ा इसे छोड़ उसने सभी मैच बेहद आसानी सो जीते।
मलयेशिया ने भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में आक्रामक अंदाज में आगाज कर शुरू में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए इस पर उसके ड्रैग फ्लिकर कमरूद्दीन अजीमुद्दीन के दोनों तेज फ्लिक को गोलरक्षक बिक्रमजीत सिंह ने रोक अपनी टीम को गोल खाने से बचाने के साथ कप्तान नूर अकीरुल्लाह के तेज शॉट को भी राकाा। अरिजित सिंह हुंडल के डी के भीतर बेहतरीन पास पर दिलराज सिंह ने डी के भीतर गेंद संभाली और तिरछा शॉट जमा मलयेशिया के गोलरक्षक मोहम्मद रफीजुल को छका गोल कर दसवें मिनट में भारत का खाता खोला। मलयेशिया की टीम ने दूसरे क्वॉर्टर में बराबरी पाने के मकसद से उतरी और कुछ पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारत की रक्षापंक्ति ने मुस्तैदी दिखा उसकी बराबरी पाने की हसरत पूरी नहीं होने दी। भारत के स्ट्राइकर अरिजित सिंह हुंडल ने जवाबी हमले जरूर बोले लेकिन गोल नहीं कर पाए और भारत की टीम हाफ टाइम तक 2-0 से आगे थी।
मलयेशिया ने तीसरे क्वॉर्टर भारत के स्ट्राइकर की मजबूत घेरेबंदी की और पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन भारत की रक्षापंक्ति की मुस्तैदी से उसे बराबरी पाने में कामयाबी नहीं मिली। भारत की तारीफ करनी होगी कि उसके खिलाड़ियों ने धैर्य बनाए रखा लेकिन तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पांच मिनट पहले रफ टैकल पर भारत के योगेंबर रावत को अंपायर ने दस मिनट के लिए मैदान से बाहर भेज दिया और ऐसे में उसे एक बार फिर अपनी रणनीति बदल अपने किले की मजबूत चौकसी पर वापस ध्यान लगाना पड़ा। बावजूद इसके मलयेशिया लाभ नहीं हासिल कर सका और भारत को पेनल्टी कॉर्नर दे बैठा। कप्तान ड्रैग फ्लिकर ने इसका लाभ उठाकर तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक पहले इसे गोल में बदल कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया।
भारत ने चौथे क्वॉर्टर का आगाज किया और खेल खत्म होने से दस मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और लेकिन इस पर मलयेशिया के गोलरक्षक मोहम्मद रफीजुल ने बेहतरीन बचाव किया । ड्रैग फ्लिकर शारदा नंद तिवारी ने खेल खत्म होने से आठ मिनट पहले पेनल्टी कॉर्नर पर लौटती गेंद पर रिवर्स हि शॉट जमा गाल कर को गोल कर भारत की बढ़त 3-0 कर दी। मलयेशिया के कमरुद्दीन अजीमुद्दीन ने खेल खत्म होने से तीन मिनट पहले मिले पेनल्टी कॉर्नर पर तेज ड्रैग फ्लिक से भारत के गोलरक्षक प्रिंस दीप सिंह को छका गोल कर स्कोर 1-3 कर दिया।