चीन की ‘दीवार तोड़ भारत जीत के ‘चौके के साथ शीर्ष पर पहुंचा

India broke China's wall and reached the top with four fours

संगीता, सलीमा और दीपिका ने एक एक गोल कर भारत को 3-0 से जिताया

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : टीम की दूसरी सबसे कम उम्र की स्ट्राइकर झारखंड की संगीता कुमारी और कप्तान आक्रामक सेंटर हाफ सलीमा टेटे के तीसरे क्वॉर्टर के शुरू के छह मिनट के भीतर दागे एक एक मैदानी तथा ऑलराउंडर दीपिका सहारावत आखिरी मिनट में छठे और आखिरी पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल की बदौलत मौजूदा चैंपियन भारत ने 2024 ओलंपिक की रजत पदक विजेता चीन की ‘अभेद्य’ दीवार तोड़ उसे शनिवार को 3-0 से हराकर राजगीर(बिहार) में चल रही बिहार महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी, राजगीर 2024 में जीत के ‘चौके’ के साथ शीर्ष पर पहुंच सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर लिया। भले ही चीन की टीम यहा पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता टीम में शामिल दो खिलाड़ियों -फान युनजिया और तान जिनजुहांग के साथ आई है लेकिन बावजूद इसके उसकी ‘दूसरी‘ पंक्ति की कही जाने वाली टीम में कई अनुभवी खिलाड़ी शामिल थीं। इस मैच में चीन की खिलाड़ियों से मजबूत टक्कर की आस की जा रही थी। भारत ने हाफ टाइम के बाद अपनी बदली रणनीति से चीन की मजबूत दीवार ढहा दी। भारत की रक्षापंक्ति में उदिता दुहान, सुशीला चानू और ज्योति ने भारत के किले की मजबूत चौकसी की और उसे अपनी डी मे घुसने का मौका ही नहीं दिया। साथ भारतीय स्ट्राइकरों के दोनों छोर से हमलों से चीन की टीम अपना किला बचाती ही नजर आई। भारत अपने आखिरी पूल मैच में रविवार को जापान से भिड़ेगा जबकि चीन का मुकाबला दक्षिण कोरिया से होगा। भारत के दोनों छोर से दीपिका, संगीता कुमारी, नवनीत कौर के लहरों की तरह हमलें के सामने चीन की टीम अपने गोल को बचाती ही नजर आई।

मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भारत की कप्तान सलीमा टेटे ने कहा,‘ हमारी शुरुआत बहुत अच्छी शुरुआत रही। हमारा ध्यान शनिवार को चीन के खिलाफ अहम मैच को जीतने पर था और हम इसमें कामयाब रहे। अब हमारा ध्यान जापान के खिलाफ अगला मैच जीतने पर है। हमारी मौजूदा टीम में पांच छह जूनियर खिलाड़ी हैं और वह पूरे तालमेल से खेल रही हैं। हम आगे भी इन जूनियर खिलाड़ियों के साथ पूरे तालमेल से खेलना जारी रखेंगे। आप इसी तरह राजगीर में हमारी महिला हॉकी टीम का हौसला बढ़ाने के लिए आते रहे। आपका हमारा हौसलाअफजाई के लिए राजगीर के मैदान पर आने के लिए शुक्रिया।‘

स्ट्राइकर संगीता कुमारी ने तीसरे क्वॉर स्ट्राइकर दीपिका सहरावत, नवनीत कौर और संगीता कुमारी ने शुरू के दो क्वॉर्टर में आक्रामक मिडफील्डर नेहा गोयल ,ललरेसियामी और शर्मिला देवी के दोनों छोर से बराबर चीन की डी में पहुंच हमले बोलने के साथ भारत को शुरू के दो क्वॉर्टर में दो दो पेनल्टी कॉर्नर भी दिलाए। चीन की गोलरक्षक सुरोंग वू ने खासतौर पर पहले पेनल्टी कॉर्नर पर दीपिका और तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर उदिता दुहान के फ्लिक को रोक कर भारत को बढ़त लेने से रोक दिया। चौथे पेनल्टी कॉर्नर कार्नर पर उदिता के तेज ड्रैग फ्लिक को चीन की गोलरक्षक सुरोंग ने पैड से रोकना चाहा लेकिन लौटती गेंद पर ललरेमसियामी गेंद को गोल में डालने से चूक गई। भारत की स्टाइकर संगीता, नवनीत और दीपिका ने यदि डी के भीतर जरा धैर्य दिखा गेंद को फ्लिक या पुश से गेंद को डालने की कोशिश की हो बेशक भारत हाफ टाइम से पहले ही कम से कम दो गोल की बढ़त ले सकता था। वहीं चीन को दूसरे क्वॉर्टर में एक पेनल्टी कॉर्नर ही मिल पाया और इस डी के उपर गेंद ही नहीं रुक सकी और यह बेकार किया। भारतीय स्ट्राइकरों के छोटे पासों से बराबर बोले हमले को नाकाम कर उसकी लय तोड़ने की कोशिश में चीन की खिलाड़ियों ने लंबे एरियल पास से भारत की रक्षापंक्ति को बिखेरने की कोशिश की लेकिन अनुभवी सुशीला चानू और उदिता दुहान बेहद चौकसी से हमले बोल कर चीर की इस रणनीति पर पानी फेर दिया।

सुशीला चानू के लंबे स्लैप शॉट से गेंद डी में पहुंचाई गेंद पर संगीता कुमारी ने तीसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में हॉकीलगाई और गेंद गोल में जा पहुंची और भारत को 1-0 की बढ़त मिली। प्रीति से मिली गेंद पर डी के भीतर खड़ी कप्तान सलीमा टेटे ने आगे बढ़ आई चीनी गोलरक्षक को छका गोल कर भारत को 36 वें मिनट में गोल कर भारत की बढ़त 2-0 कर दी। भारत के हौसले दो गोल की बढ़त लेने से बुलंद हो गए और उसने चीनी खिलाड़ियों के पास गेंद जाने ही नहीं दी। चीन ने चौथे आखिरी क्वार्टर में गोलरक्षक चौथा सरोंग की जगह तिंग ली को उतारा और आखिरी क्वॉर्टर खत्म होने से पांच मिनट चीन ने उन्हें भी बाहर भुला लिया। तभी नेहा के प्रयास पर गेंद संभाल संगीता कुमारी ने भारत को पांचवां पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन इस पर उदिता का शॉट पर गेंद रक्षापंक्ति की खिलाड़ी से लग कर बाहर आई और एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस अंतत: दीपिका सहरावत ने तेज फ्लिक से गोल कर भारत को 3-0 से आगे कर दिया। यह मैच का आखिरी गोल साबित हुआ।
नूर चिह के मैदानी गोल से 26 वें मिनट में बढ़त लेने के बाद मलयेशिया की टीम जापान से 1-2 से हार गई। शिहियो कोबायाका के 49 वें मिनट में जापान ने एक एक की बरबारी पाई। मियूहासीगावा ने दो मिनट पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल जापान को 2-1 से आगे कर दिया।

यू जिन ली ,मिहयंग पार्क, सुयोजिन के पेनल्टी कॉर्नर और दाई सियो के एक एक गोल से दक्षिण कोरिया ने काफी पसीना बहाना के बाद सबसे कमजोर थाईलैंड को 4-0 से हरा पहली जीत दर्ज की। दक्षिण कोरिया ने आखिरी दो मिनट में दो गोल किए। थाईलैंड की गउेलरक्षक सिराया यिमक्राजंग ने बहुत मुस्तैदी दिखा करीब दक्षिण कोरिया को मिले दस पेनल्टी कॉर्नर रोके अन्यथा उसकी हार का अंतर कहीं ज्यादा होता