
- रोहित शर्मा अब पूरी तरह ठीक हैं
- ऋषभ को एकादश से बाहर रखना एक मुश्किल फैसला है
- हम गेंदबाजों का भार कुछ बांट सकते हैं
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के रविवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में ग्रुप ए के आखिरी क्रिकेट मैच और सेमीफाइनल में एक दिन अंतर है। भारतीय क्रिकेट टीम के सहायक कोच रेयन टेन दोइत्श ने सेमीफाइनल के लिए गेंदबाजों को तरोताजा रखने की जरूरत पर जोर दिया है। दोइत्श ने कहा कि सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का कर चुका भारत अपनी टीम के संतुलन से समझौता नहीं करेगा कि उनकी टीम ग्रुप चरण का समापन शीर्ष पर रह कर करना चाहता है और ऐसे में मुमकिन है कि कुछ गेंदबाज अपने कोटे के पूरे दस ओवर न फेंके। न्यूजीलैंड भी सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का कर चुका है और रविवार उसके और भारत के मैच से ग्रुप ए में शीर्ष स्थान पर रहने वाली टीम का फैसला होगा।
भारत के सहायक कोच दोइत्श ने कहा, ‘हमारे दो अभ्यास सत्र खासे कड़े रहे ही और हमारी तैयारियां भी। जहां तक हमारी बेंच स्ट्रेंग्थ यानी दूसरी पंक्ति की बात है तो हमारी प्राथमिकता यह पक्का करना है कि हमें हमारे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चार मार्च को खेले जाने वाले सेमीफाइनल के लिए उपलब्ध रहें। साथ ही हम उन्हें और दो दिन आराम नहीं देना चाहते हैं। हम अपनी टीम का सही संतुलन चाहते हैं और हम ऐसे में गेंदबाजी का भार गेंदबाजों में आपस में कुछ बांट सकते है। हम बेशक रविवार को अपना आखिरी ग्रुप मैच जीतना चाहते हैं। हमारे लिए अपनी लय बनाए रख कर अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहना भी अहम है। हम इन दो चीजों के बीच संतुलन बनाने की सोच रहे है। हमारे सभी खिलाड़ियों को 23 फरवरी को पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद करीब एक हफ्ते का आराम मिला। आप दोनों ही मैचों का समर्थन कैसे करते हैं। ऐसे यदि सभी तेज गेंदबाज 10 ओवर फेंकने जा रहे हैं, और फिर कहते हैं कि हम पहले मैच में बाद में गेंदबाजी करते हैं, हम 36 घंटे बाद गेंदबाजी कर रहे है।जहां तक हमारे कप्तान रोहित शर्मा के पाकिस्तान के खिलाफ मैच में लगी चोट से चिंता की बात है कि तो वह अब पूरी तरह ठीक हैं। दरअसल जांघ में दिक्कत रोहित की पुरानी दिक्कत है और वह इससे निपटना जानते हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार का मैच स्पिनरों का मैच हो सकता है। न्यूजीलैंड के पास भी पर्याप्त स्पिनर है और इसीलिए यह स्पिनरों का मैच हो सकता है।‘
जब हम चैंपियंस ट्रॉफी में दुबई में खेलने उतरे तो हम स्पिनरों पर इतनी ज्यादा निर्भरता की उम्मीद नहीं कर हे थे। पिचों में स्पिनरों के लिए कुछ मदद मिली लेकिन हमारे स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाजी की। हम न्यूजीलैंड के खिलाफ रविवार को भी अपने स्पिनरों से ऐसी ही बढ़िया गेंदबाजी की उम्मीद का रहे हैं। हमारी टीम में के एल राहुल और ऋषभ पंत के रूप में दो बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। केएल राहुल अपना काम बढ़िया ढंग से कर रहे हैं और ऐसे में ऋषभ पंत को एकादश से बाहर रखना एक मुश्किल फैसला है। क्रिकेट का इस स्तर पर मिजाज यही है। केएल राहुल का प्रदर्शन बढ़िया रहा है। उन्हें बहुत मौके नहीं हमें ऋषभ पंत का हौसला बनाए रखना है। हमें मालूम नहीं कि कब ऋषभ पंत की जरूरत पड़ जाए। बेशक टीम में केएल राहुल और ऋषभ पंत के स्तर के दो उत्कृष्ट विकेटकीपरों का होता वाकई अच्छा है।
उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि दुबई की पिच पर रन बनाना मुश्किल है। मेरा मानना है कि हम बहुत कुछ ज्यादा किए 320 रन बनाने के आदी हो गए हे। दुबई में बेशक 320 रन बनाना मुश्किल है। पिच का मिजाज कुछ अलग रहा है । मेरा मानना है कि दुबई की पिच पर बांग्लादेश और पाकिस्तान मैच में पिच कुछ अलग ही दिखी। आप दुर्ब की पिच पर अच्छी बल्लेबाजी करें तो इस इस यह 280-290 रन की पिच है । ये पाकिस्तान की पिचों से अलग हैं जहां आप 320-330 रन बनाने की उम्मीद करते हैं। आप इस तरह की पिचों के मुताबिक खुद को ढाल कर जो अच्छा स्कोर हो। शुरू के दो मैचों में दुबई की पिचों को देख कर इस पर 280-290 रन बनाने की कोशिश करनी चाहिए।’