भारत की निगाहें ऑस्ट्रेलिया से अहमदाबाद टेस्ट जीत डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्थान बनाने पर

  • कप्तान रोहित की लियोन के खिलाफ बड़ा जिगरा दिखाने की नसीहत सही
  • टेस्ट सीरीज के कामयाब स्पिनर रवींद्र जडेजा को नो-बॉल करने से बचना होगा
  • भारत के अहमदाबाद में भी स्पिन की मददगार पिच पर ही उतरने की उम्मीद

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा का मेहमान ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ इंदौर में बॉर्डर- गावसकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में नौ विकेट से हार के बावजूद अपने घर में स्पिन गेंदबाजी और स्पिनरों की मुफीद पिचों को अपनी ताकत बताना वाजिब है। इंदौर टेस्ट की हार के बावजूद भारत चार टेस्ट की सीरीज के शुरू के दो टेस्ट जीत बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी पर कब्जा बरकरार रखने के साथ 2-1 से आगे है। भारत के एक लाख 32 हजार दर्शक क्षमता वाले अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्पोटर्स एनक्लेव स्थित दुनिया के सबसे बड़े नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में ं बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले चौथे और आखिर टेस्ट में भी स्पिन की मददगार पिच पर ही भरोसा कर उतरने की ही पूरी उम्मीद है। दिल्ली में भारत से दूसरे टेस्ट की हार के बाद अपनी बीमार मां को देखने के लिए स्वदेश लौटने वाले पैट कमिंस से कप्तानी की जिम्मेदारी संभाल उसे इंदौर टेस्ट जिताने वाले स्टीव स्मिथ ही अहमदाबाद टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी करेंगे। पिच की आलोचना को दरकिनार कर भारत की निगाहें अब ऑस्ट्रेलिया सेअहमदाबाद में चौथा और आखिरी टेस्ट जीत सीरीज 3-1 से अपने नाम कर आईसीसी वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में स्थान बनाने पर लगी हैं क्योंकि वह किसी भी अगर मगर में फंसने से बचना चाहेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि यदि मेहमान श्रीलंका की टीम न्यूजीलैंड से दो टेस्ट की सीरीज 2-0 से जीत जाती है तो भारत का ऑस्ट्रेलिया से डब्ल्यूटीसी फाइनल में भिडऩे का रास्ता बंद हो जाएगा।

भारत को जीतना है तो फिर कप्तान सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा सहित उसके शीर्ष पांच बल्लेबाजों को जलवा दिखाना होगा। कप्तान रोहित शर्मा की भारतीय बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों खासतौर पर नाथन लियोन के खिलाफ मुश्किल पिच बड़ा जिगरा दिखा रन बनाने की नसीहत एकदम ठीक है। भारत के बल्लेबाजों ने खुद नागपुर में पहले टेस्ट में शतक जडऩे वाले कप्तान रोहित शर्मा और इंदौर टेस्ट में श्रेयस अय्यर का सा बड़ा जिगरा दिखा ऑस्ट्रेलिया के तुरुप के और मौजूदा टेस्ट सीरीज के सबसे कामयाब ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के खिलाफ बड़े स्ट्रोक खेले तो जरूर उनकी दिशा बिगाडऩे के साथ ऑस्ट्रेलिया की रणनीति पर पानी फेर सकते हैं। भारत के लिए ही नहीं मौजूदा टेस्ट साीरीज मै शुरू के तीन टेस्ट में एक मात्र शतक सहित सबसे ज्यादा रन कप्तान रोहित शर्मा (207) ने बनाए हैं जबकि अक्षर पटेल (185)दो अद्र्बशतकों सहित दूसरे नंबर पर चल रहे हैं।रवींद्र जडेजा (107 रन) और चेतेश्वर पुजारा (98) ने भारत के लिए एक एक अद्र्धशतक जड़ा। विराट कोहली (111रन) बदकिस्मत ही ज्यादा रहे हैं कि अच्छे आगाज के बावजूद को वह बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर पाए। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि चोट के बाद दिल्ली में दूसरे टेस्ट से वापसी करने वाले श्रेयस अय्यर के साथ निचले क्रम में जड़ेजा, अश्विन और अक्षर सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी करते दिखे। अक्षर पटेल के बल्ले से कमाल के चलते भारत उन्हें श्रेयस अय्यर और रवींद्र जडेजा से बल्लेबाजी क्रम में उपर भेजने की सोच सकता है।

नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में 2021 में खेले पिछले दो टेस्ट भारत ने अपने स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के स्पिन के बुने जाल से इंग्लैंड से दो दिन के भीतर ही जीत लिए थे जबकि इंग्लैंड के लिए कामचलाउ ऑफ स्पिनर ने आठ रन देकर पांच विकेट चटकाए थे। तब इंग्लैंड के खिलाफ इस मैदान पर पिछले दो टेस्ट में गिरने वाले कुल 40 में से 35 विकेट अश्विन और अक्षर ने बांटे थे। अब तो अश्विन (18)और अक्षर(1) के साथ रवींद्र जडेजा (21)भी है और मौजूदा टेस्ट सीरीज के शुरू के तीन टेस्ट में तीनों मिलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 40 विकेट चटका चुके हैं जबकि बाकी 11 विकेट उसके तेज गेंदबाजों-मोहम्मद शमी (7), उमेश यादव(3)और मोहम्मद सिराज ने बांटे है। ऐेसे में ऑस्ट्रेलिया मीडिया इस तरह का भ्रम फैलाने की कोशिश में है कि भारत इस बात को लेकर असमंजस में है वह टेस्ट सीरीज में स्पिन की मददगार पिच पर खेलना या अपनी रणनीति बदल तेज पिच पर। भारत के मौजूदा टेस्ट सीरीज के सबसे कामयाब गेंदबाज लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा को नो-बॉल करने से बचना होगा क्योंकि उनकी नो बॉल पर अहम मौके पर पहले दिल्ली में दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के कामयाब बल्लेबाज में एक सबसे ज्यादा दो अद्र्बशतक जडऩे वाले उस्मान ख्वाजा (153 रन) और इंदौर टेस्ट में मरनस लबुशेन (178 रन) बोल्ड होने के बावजूद नो बॉल होने के कारण आउट होने से बच गए थे। भारत के पूर्व महानतम टेस्ट सलामी बल्लेबाज और क्रिकेट कमेंटेटर सुनील गावसकर का जडेजा के नो-बॉल करने को लेकर नाराजगी जताना एकदम वाजिब है। ऑस्ट्रेलिया के लिए उसके सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा और ट्रेविज हेड ने भारत के कामयाब तुरुप के स्पिनर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज की दो-दो पारियों में जवाबी हमला बोल कामयाबी पाई है।

ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट समीक्षकों द्वारा भारत की स्पिन की मददगार पिचों की आलोचना के साथ इंदौर टेस्ट की पिच को आईसीसी द्वारा घटिया आंकने पर देश और दुनिया के पूर्व सर्वकालीन महानतम सलामी बल्लेबाज सुनील गावसकर का सवाल उठाना एकदम वाजिब है। गावसकर ने ठीक ही पलट कर सवाल किया कि दिसंबर, 2020 में जब भारत की टीम एडिलेड में सीरीज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में अपने इतिहास के सबसे न्यूनतम स्कोर 36 पर आउट हो गई तो तब क्या आईसीसी ने एडिलेड की पिच को घटिया करार दिया था? वहीं ऑस्ट्रेलिया ने भारत के लिए मौजूदा टेस्ट सीरीज के शुरू के तीन टेस्ट में गिरने वाले 42 विकेट में से 38 विकेट उसकी स्पिन त्रिमूर्ति -नाथन लियोन(19 विकेट), टॉड मर्फी(11 विकेट) और मैट कुहेनमान(8) ने चटकाए हैं जबकि बाकी चार तेज गेंदबाज पैट कमिंस(3) और मिचेल स्टार्क(1) ने बांटे।ऑस्ट्रेलिया के लिए मौजूदा सीरीज में एक भी अद्र्धशतक न जड़ पाने के बावजूद रन बनाने सबसे आगे चल रहे मरनस लबुशेन, उस्मान ख्वाजा ट्रेविज हेड(113रन) और पीटर हैंडसकॉम्ब (128 रन) ने भारतीय स्पिनरों के खिलाफ मौजूद सीरीज में कामयाबी जवाबी हमला बोल कर ही हासिल की है। ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज अलेक्स कैरी तो भारत के खिलाफ उसी स्वीप शॉट को अहमदाबाद टेस्ट में खेलने की घोषणा कर चुके हैं जिस पर कुछ रन बनाने के साथ सस्ते में मेजबान टीम के स्पिनरों के खिलाफ अपना विकेट भी गंवाया। भारत को स्पिन की मददगार पिच बनाने के लिए पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों का कोसना इसीलिए गले नहीं उतर रहा।

मोदी के साथ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अलबानिज पहले दिन देखेेंगे खेल
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अलबानिज के अहमदाबाद में चौथे टेस्ट के पहले दिन मैदान पर मौजूद रहेंगे और टेस्ट के शुरू होने से पहले उदघाटन समारोह में शिरकत करेंगे। ऐसी खबरे हैं कि मोदी के सम्मान में टेस्ट के पहले दिन करीब पौने लाख सीटों छात्रों और परिवार के लिए सुरक्षित रहेंगी और सुरक्षा कारणो से बड़ा हिस्सा खाली रहेगा।