भारत की निगाहें हांगकांग को भी हरा जीत की हैटट्रिक से एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई करने पर

  • ड्रॉ और हार से कुछ अगर- मगर में फंस सकता है भारत
  • भारत को कप्तान सुनील छेत्री से करिश्माई खेल की आस

सत्येन्द्र पाल सिंह

करिश्माई कप्तान स्ट्राइकर सुनील छेत्री की अगुआई में भारत की फुटबॉल टीम के हौसले एएफसी एशियन कप क्वॉलिफायर्स में गजब का जीवट और जज्बा दिखाते हुए कोलकाता में ग्रुप डी कंबोडिया (2-0)और अफगानिस्तान (2-1) से जीत पर बुलंद हैं। भारत की निगाहें किसी भी तरह की अगर मगर से बचने के लिए अब उसकी तरह ग्रुप डी में अपने शुरू के दोनों मैच जीतने वाली हांगकांग को हरा कर जीत की हैट-ट्रिक के साल 2023 एएफसी एशियन कप फुटबॉल के लिए क्वॉलिफाई करने पर लगी हैं।भारत के पास लगातार दूसरी और कुल पांचवीं बार एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई करने का मौका है। फिलहाल हांगकांग और भारत के समान रूप से दो-दो मैच से छह छह अंक है। भारत से एक गोल ज्यादा करने के कारण हांगकांग अपने बेहतर गोल अंतर के कारण अंक तालिका में शीर्ष पर है।

भारत मंगलवार को मैच ड्रॉ खेलता या हार जाता है तो भी वह ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहेगा और हांगकांगं शीर्ष पर रहेगा। ऐसे में भारत के पास ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहने वाली पांच सर्वश्रेष्ठï टीमों के रूप में एशियन कप में खेलने का मौका रहेगा लेकिन जरा सी भी चूक से उसका सारा गणित बिगडऩे और अगर मगर के फेर में पडऩे की आशंका को भी खारिज नहीं किया जा सकता है। यह फुटबॉल है और मैदान पर तो किसी भी क्षण कुछ भी मुमकिन है। भारत के हेड कोच इगोर स्टीमैक सहित पूरी टीम इस बात से वाकिफ हैं। भारतीय टीम हांगकांग के खिलाफ पूरी तरह चौकस रह कर सब कुछ जीत के लिए झोंकने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हांगकांग की टीम में कई विदेशी खिलाडिय़ों को हाल ही में खेलने से इजाजत से उसके खिलाफ नतीजे को लेकर किसी तरह का कयास लगाना खतरे से खाली नहीं है।

सुनील छेत्री ने अफगानिस्तान के खिलाफ रविवार को मैच खेल कर अंतर्राष्टï्रीय फुटबॉल 17 बरस पूरे किए। भारत के अब तक 83 अंतर्राष्टï्रीय गोल कर चुके कप्तान सुनील छेत्री खुद बढिय़ा प्रदर्शन करने के साथ बराबर साथियों की हौसलाअफजाई करा उनसे से भी मैदान पर सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन करना जानते हैं। सुनील छेत्री ने ग्रुप डी में शुरू के दो मैचों में भारत के लिए खुद एक एक गोल कर यह साबित किया कि वह वाकई बेहतरीन प्रेरणादाई कप्तान हैं। भारत अब हांगकांग के खिलाफ भी खुद अपने कप्तान सुनील छेत्री से करिश्माई खेल की आस कर रहा है। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि उसके फुटबॉल उस्ताद इगोर स्टीमैक का नौजवान खिलाडिय़ों पर भरोसा करना रंग लाया है। भारत के पास गोलरक्षक के रूप में विदेशी लीग में खेल चुके गुरप्रीत सिंह संधू के साथ अग्रिम पंक्ति में सुनील छेत्री, अब्दुल सहल और मनवीर सिंह। मध्यपंक्ति में अनिरुद्ध थापा, लिस्टन कोलाको के साथ आकाश मिश्रा, रोशन, जीकसन सिंह जैसे प्रतिभाशाली नौजवान खिलाड़ी भारतीय फुटबॉल टीम को मजबूत बनाते हैं। इन सभी नौजवान फुटबॉलरों का खेल हेड कोच स्टीमैक के मार्गदर्शन में बहुत निखरा है।

भारत के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा, ‘ मेरे लिए रिकॉर्ड बहुत मायने नहीं रखते हैं। फिर भी17 बरस तक भारत की जर्सी में खेलना वाकई बड़े फख्र की बात है। हम जानते हैं कि हम हांगकांग से यह मैच जीतते हैं तो फिर हम एएफसी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई करेंगे।। हमने बेशक कंबोडिया और अफगानिस्तान से अपने पिछले दोनों मैच जीते हैं लेकिन हमने अभी कुछ भी हासिल नहीं किया है। हमने यही सीखा अब सब कुछ किनारे रख कर हमें अपना ध्यान हांगकांग के खिलाफ अगले मैच पर लगाना है। हमें टूर्नामेंट का समापन सकारात्मक अंदाज में करना चाहेंगे। इस टूर्नामेंट की खासियत यह है कि हम यदि मंगलवार को जीतते हैं तो एएफसी 2023 एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई कर लेेगे। हमने 2019 में पिछली बार भी एशियन कप के लिए क्वॉलिफाई किया था। हम इसमें खेलने के अहसास को जानते हैं। एशियन कप में हमें एशिया की सर्वश्रेष्ठï टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा। हमारी यह टीम बहुत अच्छा करेगी। हमारी टीम के नौजवान खिलाड़ी धीमे पर सधे कदमों से आगे बढ़ यह समझ रहे हैं कि उन्हें क्या करना है। आप बस यह सोचे कि जब आकाश, जीकसन, सुरेश और अनवर भारत के लिए 10-20 मैच खेल लेंगे तो तब वे कितना बढिय़ा प्रदर्शन करने में कामयाब होंगे। हांगकांग की टीम बढिय़ा टीम है लेकिन हम अपने घर में खेल रहे हैं और हम हांगकांग के खिलाफ खुद पर भरोसा कर उतरेंगे।’

भारत के हेड कोच स्टीमैक ने कहा, ‘ मेरे लिए एक अच्छी बात है कि मेरे पास हांगकांग के खिलाफ मैच के लिए चुनने के लिए पर्याप्त विकल्प है। बेशक हम पर मैच जीतने का दबाव कम है लेकिन जीत की भूख कायम है। हमें हांगकांग के खिलाफ इस मैच में उसी तरह आगाज करना होगा जैसा हमे अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में किया था। हमारी टीम अफगानिस्तान के खिलाफ शेर की तरह खेली । मैदान पर हमारे फुटबॉलरों को ऐसे बड़े जिगरे से खेेलने की जरूरत है। हमारी इस जोश को मैदान पर बरकरार रख कर हांगकांग के खिलाफ खेलने उतरेंगे। हमारे खिलाडिय़ों ने मैदान पर खेलने उतर कर जज्बा, जीवट और दिखाया। अब तक रोशन, सुरेश, जीकसन और सभी ने बेहतरीन खेल दिखाया। मुझे लगता है जीकसन वाकई फुटबॉल खेलने का पूरा लुत्फ उठा रहे हैं। इन सभी के पास मैच जीतने का अनुभव और यही हमारी ताकत है।’
मैच का समय: रात साढ़े आठ बजे से।