भारत के सामने चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हरा जीत की राह पर लौटने की चुनौती

India faces the challenge of returning to winning ways by defeating champions Australia

भारत को जीतना है तो कप्तान हरमनप्रीत, रॉड्रिग्ज व जेमिमा को खेलनी होंगी बड़ी पारियां

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : धुरंधर ओपनर स्मृति मंधाना का आईसीसी महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप शुरू होते ही लय खोना और कप्तान हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिग्ज सहित शीर्ष क्रम का शुरू के तीन मैचों में लड़खड़ाना मेजबान भारत को बुरी तरह अखर रहा। यह तो गनीमत रही कि भारत निचले मध्यक्रम में दीप्ति शर्मा, अमनजोत कौर के अर्द्धशतकों से संभलते हुए श्रीलंका और फिर पाकिस्तान के खिलाफ जीतने मे सफल रहा। ऋचा घोष की 77 गेंदों पर 94 रन की तूफानी पारी के बावजूद दक्षिण अफ्रीका से सात गेंदों के बाकी रहते पिछला मैच तीन विकेट से हार कर भारत मौजूदा वन डे विश्व कप के अधबीच अधर में लटका नजर आ रहा है। भारत के सामने अब विशाखापट्टनम में रविवार को मौजूदा चैंपियन और वन डे विश्व कप की सबसे कामयाब मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हरा कर जीत की राह पर वापस लौटने की चुनौती है। भारत को जीत की राह पर लौटना है शीर्ष क्रम में उपकप्तान स्मृति मंधाना, कप्तान हरमनप्रीत कौर (कुल 49) और जेमिमा रॉड्रिग्ज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बड़ी पारियां खेल कर रंगत दिखानी होगी। भारत मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से पिछले पाच में से मात्र एक मैच चंडीगढ़ में स्मृति मंधाना के शतक से 102 रन से जीत पाया है। स्मृति ने मेहमान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वन डे मैचो की सीरीज में दो शतक जड़े थे ।भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत के साथ वापसी करनी है तो स्मृति के साथ कप्तान हरमनप्रीत कौर को भी बल्ले से कमाल दिखाना होगा।इस वन डे विश्व कप में एक दिलचस्प बात यह है कि ज्यादातर टीमों ने शुरू के 25ओवरों में पांच या छह विकेट गंवाए है। भारत के लिए शीर्ष क्रम में हरलीन देयोल ने तीन मैचों में107, और ओपनर प्रतीका रावल ने 105 रन बनाए, हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए अनाबेल सदरलैंड ने पांच बाएं हाथ की स्पिनर सौफी मोलीनॉक्स और किम गार्थ ने तीन तीन विकेट लिए हैं और उसकी गेंदबाजी जिस तरह सघर्ष करती नजर आई है भारत की कोशिश इसका लाभ उठा बड़ा स्कोर खड़ा करने की होनी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ अपना दूसरा मैच के खिलाफ बारिश से धुलने के बावजूद तीन में से दो मैच जीत पांच अंकों के साथ शीर्ष पर है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच में एशले गार्डन के शतक से न्यूजीलैंड को 89 और तीसरे मैच में लड़खड़ाने के बावजूद बेथ मूनी के शतक से पाकिस्तान को 107 रन से हराया था। वहीं इंग्लैंड अपने शुरू के दो मैच जीत चार अंकों के साथ दूसरे और भारत अपनी बेहतर नेट रन के चलते दक्षिण अफ्रीका की तरह तीन में से दो मैच जीत एक हार कर तीसरे स्थान पर है। ऑस्ट्रेलिया के लिए बेथ मूनी (दो मैच, एक शतक कुल 121) और एशले गार्डनर (दो मैच, एक शतक 111 रन) ने शुरू के दो मैचों शतक जड़े जबकि एलाना किंग एक अर्द्बशतक सहित और फॉबी लिचफील्ड ने 55 ¬-55 रन बना तथा कप्तान एलिसा हीली (कुल 39 रन) संघर्ष करती नजर आती है । भारत गेंदबाजों की की कोशिश ऑस्ट्रेलिया की इसी कमजोरी को भुनाने की होगी।

भारत की दिक्कत यह है कि उसकी उपकप्तान स्मृति मंधाना, कप्तान हरमनप्रीत कौर व जेमिमा रॉड्रिग्ज जैसी शीर्ष क्रम की एक भी बल्लेबाज एक भी अर्द्धशतक तक नहीं जड़ पाई। भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने की आस बनाए रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड व न्यूजीलैंड जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ अपने मैच जीतने होंगे। भारत का शीर्ष क्रम उसके शुरू के तीन मैचो में पत्तों की तरह लड़खड़ाया है और निचले क्रम से उसे उबारा है। मौजूदा वन डे विश्व कप में स्मृति मंधाना ने शुरू के तीन मैचों में 8, 23,23 सहित तीन मैचों में कुल 54 रन बनाए हैं और सबसे ज्यादा वह विशाखाट्टनम में बल्लेबाजी के लिए मुफीद पिच पर ही जूझती नजर आई। स्मृति ने 2024 से अब तक आठ शतक लगाए हैं। वहीं जेमिमा रॉड्रिग्ज ने तीन मैचों में अपनी सबसे बड़ी 32 रन की पारी पाकिस्तान के खिलाफ खेली। वहीं जेमिमा राड्रिज् शुरू के तीनों मैचो में बाएं हाथ की स्पिनर की ही शिकार बनी। श्रीलंका के खिलाफ जेमिमा बाएं हाथ की स्पिनर रणवीरा, पाकिस्तान के खिलाफ नशरा संधू और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चोल ट्रयोन की गेंदों पर आउट हुई। साथ ही मौजूदा टूर्नामेंट में एक अर्द्धशतक सहित तीन मैचों में कुल 78 रन बनाने के साथ दो अन्य गेंदबाजों के समान रूप से सात विकेट चटकाने वाली दीप्ति शर्मा और स्नेह राणा की तरह छह छह विकेट चटकाने वाली मध्य प्रदेश की तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ को गेंद से धमाल करना होगा। साथ ही ऋचा घोष को पिछले दो मैचों की तरह बल्ले से तूफानी पारियां खेलनी होंगी। ऋचा घोष शुरू के तीन मैचों में 94 रन की तेज पारी सहित कुल 131 रन बनाकर तीसरे नंबर पर चल रही हैं। भारत के शीर्ष क्रम के साथ मध्यक्रम में दीप्ति, स्नेह ,अमनजोत बल्ले और गेंद के साथ तथा ऋचा घोष को बल्ले से धमाल की दरकार है। भारत के लिए स्नेह राणा ने तीन मैचो में कुल 81 तथा निचले क्रम में एक एक अर्द्धशतक जड़ दीप्ति शर्मा (तीन मैच, कुल 82) और अमनजोत कैर(दो मैच, 70) ने बल्ले से जिस तरह उपयोगी योगदान किया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्ले से उससे ज्यादा योगदान की जरूरत होगी।

बेशक भारत को श्रीलंका के खिलाफ गुवाहाटी और कोलंबो में पाकिस्तान के खिलाफ स्पिन की मददगार पिचों पर खेलना पड़ा। भारत के चिंता का सबब यह रहा कि विशाखाट्टनम की बल्लेबाजी के लिए मुफीद मानी जानी वाली पिच पर भी जिस तरह स्मृति, हरमनप्रीत कौर और जेमिमा रॉड्रिग्ज जिस तरह से बाएं हाथ की स्पिनरों के खिलाफ जूझती नजर आई इसका उसका मेजबान टीम की हर प्रतिद्वंद्वी पूरी तरह लाभ उठाने की कोशिश करेगी।

भारत ने श्रीलंका के खिलाफ गुवाहाटी में छह विकेट 124 पर गंवा दिए लेकिन अमनजोत कौर और दीप्ति के अर्द्बशतकों से आठ विकेट पर 259 रनबना डकवर्थ लुइस नियम से मैच 59 रन से जीता। कोलंबो में पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने पांच विकेट 159 रन पर खोने के हरलीन कौर (46) और निचले क्रम में ऋचा घोष के अविजित 32 रन से 247 रन बनाने के बाद क्रांति गौड़ (3/20) की धारदार गेंदबाजी से उसे 159 रन पर समेट मैच 88 रन से जीता। भारत का शीर्ष क्रम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ फिर लडलखड़ाया और छह विकेट 102 रन पर खो दिए लेकिन ऋचा घोष के 94 रन पारी से 251 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया । दक्षिण अफ्रीका की नीडन क्लार्क की मात्र 54 गेंदों मे पांच छक्कों और आठ चौकों की मदद से अविजित 84 रन की तूफानी पारी ने भारत के हाथ से जीत छीन ली।