यशस्वी के शतक व कप्तान शुभमन गिल के अर्द्धशतक से भारत का मजबूत आगाज

India got off to a strong start with Yashasvi's century and captain Shubman Gill's half-century

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : बाएं हाथ के यशस्वी जायसवाल के बेहतरीन शतक और नए कप्तान शुभमन गिल के अर्द्बशतक और दोनों की तीसरे विकेट की 129 अटूट तथा के एल राहुल (42 रन, 78 गेंद, 8 चौके) की पहले विकेट की 91 रन की भागीदारी की बदौलत नौजवान भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स द्वारा टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी की दावत दिए जाने पर एजबेस्टन, लीडस में पहले क्रिकेट टेस्ट में खबर लिखे जाने तक चायकाल के बाद अपनी पहली पहली पारी में 53 ओवर में तीन विकेट खोकर 226 रन बनाए थे। तब कप्तान शुभमन गिल 63 और उपकप्तान ऋषभ पंत पांच रन बनाकर क्रीज पर थे। भारत ने चायकाल तक अपनी पहली पारी में तीन विकेट पर 215 रन बनाए थे। यशस्वी जायसवाल (101 रन,159 गेंद, एक छक्का, 16 चौके) इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की ऑफ स्टंप पर पड़ कर सीधी रही गेंद को खेलने से चूके और बोल्ड हो गए और भारत ने अपना तीसरा विकेट 221 पर खोया। चायकाल के समय यशस्वी 155 गेद खेल कर 16 चौकों और एक छक्के की मदद से 100 तथा कप्तान शुभमन गिल 74 गेंद खेल कर आठ चौकोंकी मदद से 58 रन बनाकर खेल रहे। यशस्वी और कप्तान शुभमन गिल ने लंच से पहले बढ़िया शुरुआत के बाद दो विकेट खोने के झटके से भारत को उबार कर खासी मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। भारत ने अपनी पहली लंच के दो विकेट पर 92 रन से आगे शुरू की चायकाल तक बिना कोई और विकेट खोए 123 रन जोड़े। भारत का इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की एंडरसन-तेंडुलकर ट्रॉफी और यह नई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 -27 साइकिल का पहला टेस्ट है।

यशस्वी जायसवाल ने चायकाल से पहले ब्रायडन कार्स के 14 वे पारी के 49 वें ओवर की तीसरी और चौथी गेंद पर पॉइंट व कवर के बीच से लगातार चौके जड़े और अगली गेंद पर एक रन दौड़ कर 144 गेंद खेल कर 16 चौकों और एक छक्के की मदद से अपने 20 वें टेस्ट मैच में अपने करियर का पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया। जैसे ही यशस्वी ने अपना टेस्ट शतक पूरा किया अपना हेलमेट उतारा और बल्ला हवा में लहरायातो तो पूरे भारतीय ड्रेसिंग रूम में हर किसी ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। इंग्लैंड के खिलाफ यशस्वी जायसवाल ने अपने घर भारत में पिछली टेस्ट सीरीज में दो दोहरे टेस्ट शतक जड़े थे। विराट कोहली के टेस्ट को अलविदा कहने से खाली हुए चौथे नंबर पर पहली बार टेस्ट में बल्लेबाजी करने उतरे नौजवान भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने क्रिस वॉक्स के दसवें ओवर में तीन चौके जड़े और इनमें पहली गेंद को स्लिप के बीच से निकालने के बाद आखिरी दो गेंद पर पहले मिड ऑफ और मिड विकेट के बीच खेल कर चौके जड़े और वॉक्स के अगले दो ओवरो में दो खूबसूरत चौके जड़े। यशस्वी जायसवाल ने तेज गेंदबाज जोश टंग के सातवें और पारी के 36वें ओवर की पांचवीं मिडल अैर लेग स्टंप पर गिरी गेंद को फ्लिक कर 96 गेंद खेल कर इंग्लैंड में उसके खिलाफ अपनी पहली टेस्ट पारी में आठ चौकों की मदद से मौजूदा सीरीज का पहला टेस्ट अर्द्बशतक पूरा किया। यशस्वी जायसवाल के शरीर को भी निशाना बना कर इंग्लैंड के टंग, वॉक्स और कप्तान स्टोक्स ने कोशिश की लेकिन उन्होंने अपने शरीर पर गेंदें खाई लेकिन क्रीज पर डटे रहे। यशस्वी जायसवाल ने पारी के 38 वें और वॉक्स 13 वें की शुरू की तीन गेंदों में दो चौके जड़ भारत को 150 के पार पहुंचाने के बाद पांचवीं गेंद पर इस ओवर का तीसरा चौका जड़ा और इस ओवर में 13 रन बना 11 चौकों की मदद से 66 रन पर पहुंच गए। भारत ने दूसरे सेशन के पहले घंटे में दो विकेट से 92 रन से आगे खेलना शुरू कर 67रन अपने स्कोर को पहली पारी में दो विकेट पर 159 रन बनाए। कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोश टंग के 11 वें और पारी के 43 वें ओवर की दूसरी गेंद को पुल कर दौरे का पहला अर्द्बशतक 56 गेंद खेल आठ चौकों की मदद से इंग्लैड में मौजूदा दौरे के पहले ही टेस्ट की पहली पारी में पूरा किया। यह शुभमन गिल के टेस्ट करियर का सबसे तेज अर्द्धशतक है।

यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की सलामी जोड़ी ने इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स द्वारा टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी की दावत दिए जाने पर एजबेस्टन, लीडस में 1 रन जोड़ने के बाद लंच से पहले दो ओवर में दो विकेट गंवा पहली पारी में दो विकेट खोकर 92 रन बना बढ़िया आगाज का लाभ गंवा दिया। तब यशस्वी जायसवाल 74 गेंद खेल कर आठ चौकों की मदद से 42 रन बना कर क्रीज पर टिके थे। केएल राहुल यदि लंच से पहले कार्स की गेंद को ड्राइव करने से बचते तो भारत लंच तक बिना कोई विकेट खोए लंच तक मैदान से लौटता। पांच महीने के बार अपना पहला टेस्ट मैच खेल रही भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स द्वारा टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी की दावत दिए जाने पर यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की जोड़ी ने जिस सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी कर अपनी टीम को जैसी मजबूत शुरुआत दी उसके लिए इन दोनों की जरूर तारीफ की जानी चाहिए।

यशस्वी व केएल राहुल की सलामी जोड़ी ने भारत की पहली पारी का आगाज कर 15ओवर में पहले घंटे मे 52 रन जोड़े। भारत ने लंच से छह मिनट पहले पारी के 25 वें ओवर की अंतिम पूर्व गेंद पर केएल राहुल (42 रन, 78 गेंद, आठ चौके) के रूप में पहला विकेट 91 रन खोया। केएल राहुल ने कार्स की देर से मूव होती गेंद को ड्राइव करने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर पहली स्लिप में उनका कैच लपक आउट कर पैवेलियन लौटाया। भारत के स्कोर में एक रन ही और जुड़ा था कि अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले साई सुदर्शन (0) कप्तान बेन स्टोक्स के अगले ओवर की चौथी गेंद लेग स्टंप पर गिर कर बाहर निकलती गेंद को खेलने की कोशिश में विकेटकीपर जैमी स्मिथ को कैच थमा दिया।यशस्वी ने अपने रन बनाने का सिलसिला वॉक्स की गेंद पर ऑफ साइड पर खेल कर चौका जड़ और केएल राहुल ने कार्स की गेंद पर चौका अपने रन बनाने का सिलसिला शुरू किया। यह मात्र दूसरा मौका था जब यशस्वी और केएल राहुल ने भारत के लिए टेस्ट में अर्द्धशतकीय भागीदारी पूरी की और इन दोनों की जोड़ी 2013 में न्यूजीलैंड के पीटर फुल्टन और हामिश रदरफोर्ड के बाद इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में टेस्ट में अर्द्धशतकीय भागीदारी करने वाली दूसरी सलामी जोड़ी रही। यशस्वी इंग्लैंड के लिए मात्र अपना चौथा टेस्ट मैच खेल रहे तेज गेंदबाज जोश टंग की इनस्विंगिंग यॉर्कर को खेलने से चूके और इस पर इंग्लैंड ने रिव्यू लिया लेकिन तीसरे अंपायर ने यह कह कर गेंद लेग स्टंप के बाहर जा रही थी उन्हें नॉटआउट दिया।इंग्लैंड ने अपना एक डीआरउस गंवाया। शुरू के 12 ओवर में इंग्लैंड के गेंदबाजों को गेंद को भीतर स्टंप पर लाने की बजाय ऑफ स्टंप से बाहर निकालने पर ही जोर दिया और बमुश्किल कुछ ही गेंदें स्टंप पर की। बेहतर होता इंग्लैंड के गेंदबाज स्टंप को निशाना बना गेंदबाजी करते तो बेहतर होता। केएल राहुल ने हेडिंग्ले की पिच के मिजाज को भांपने के बाद बेन अपने स्ट्रोक खेले वहीं यशस्वी जायसवाल उनसे कुछ ज्यादा आक्रामक दिखे लेकिन वह पहले वॉक्स और फिर कार्स की ऑफ स्टंप पर गिर जरा बाहर निकली गेंद पर प्रहार करने से चूक आउट होने से बचे। 22 ओवर की समाप्ति पर यशस्वी और केएल राहुल, दोनों ने अपनी अपनी पारी में सात सात चौके जड़े थे।