हार्दिक ने क्लासेन के विकेट सहित तीन विकेट चटका भारत को फाइनल जिताया
भारत के बुमराह 15विकेट चटका बने मैन ऑफ द टूर्नामेंट
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : संकट की घड़ी मेंं सदाबहार सलामी बल्लेबाज विराट कोहली के बेहतरीन अर्द्धशतक और उपकप्तान हार्दिक पांडया द्वारा अपने आखिर दो ओवर में पहले तूफानी अर्द्धशतक जड़ने वाले खतरनाक दिखते हेनरिक क्लासेन (52 रन, 27 गेंद, पांच छक्के, दो चौके) और पारी के आखिरी ओवर में पहली गेंद पर डेविड मिलर (मिलर (21 रन, एक चौका, एक छक्का, 17 गेंद) और अंतिम पूर्व गेंद पर कसिगो रबाड़ा को( 4 रन, 3 गेंद) को आउट करने सहित तीन विकेट चटका रोहित शर्मा अगुआई वाली भारतीय टीम ने गजब की वापसी कर दक्षिण अफ्रीका को ब्रिजटाउन में आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप के सांस रोक देने वाले बेहद रोमांचक फाइनल में सात रन से हरा कर अंतत: दूसरी बार यह खिताब जीत लिया। भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह फाइनल सहित कुल 15 विकेट चटका रहे मैन ऑफ दÓ टूर्नामेंट बरने
यह भी संयोग है कि रोहित शर्मा दक्षिण अफ्रीका में 2007 में पहले संस्करण में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे और अब लगातार नौवें संस्करण में खेलते हुए अपनी कप्तानी में देश को दूसरी बार खिताब जिताया। भारत रोहित शर्मा की कप्तानी में बीते बरस इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल और फिर अपने घर में लगातार दस जीत के साथ वन डे विश्व कप फाइनल में पहुंचने के बाद अहमदाबाद में छह विकेट से हार कर खिताब जीतने से चूक अंतत: शनिवार को टी-20 विश्व कप फाइनली जीतने के साथ आईसीसी टूर्नामेंट में अंतिम बाधा पर लड़खड़ाने की बजाय इसे लांघ कर खिताब जीतने में कामयाब रहा। टीम इंडिया ने अपने चीफ कोच राहुल द्रविड़ को उनके आखिरी टूर्नामेंट में विदाई उपहार के रूप टी-20 विश्व कप खिताब भेंट किया।
मैन ऑफ द मैच सलामी बल्लेबाज विराट कोहली (76 रन, 59 गेंद, दो छक्के, छह चौके) के संकट की घड़ी में बेहतरीन अर्द्धशतक और बड़े दिल वाले अक्षर पटेल के साथ चौथे विकेट की 72 तथा शिवम दुबे ((27 रन, 16 गेंद, एक छक्का , तीन चौके) के साथ पांचवें विकेट 57 रन की बेहतरीन भागीदारियों की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मात्र 4.3 ओवर में 34 रन पर तीन विकेट गंवाने के बावजूद ब्रिजटाउन में टॉस जीत पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में सात विकेट पर 176 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। यह टी-20 विश्व कप फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर है। विराट कोहली ने 2014 के संस्करण के फाइनल में 58 गेंदों पर 77 रन बनाए थे।विराट ने शुरू के सात मैचों में कुल 75 रन बनाए लेकिन फाइनल में सही वक्त पर रंगत पाकर उन्होंने भारत के लिए 76 रन की बेशकीमती पारी खेली और वह पारी के 19 वें ओवर में मार्को येनसन के चौथे और आखिरी ओवर की पांचवीं गेंद को उड़ाने के फेर में लॉन्ग ऑन पर कसिगो रबाड़ा के हाथों लपके गए। विराट ने फाइनल में बड़े मंच पर सही वक्त पर बेहतरीन अर्द्बशतक जड़ बताया कि वह वाकई बड़े मंच के खिलाड़ी हैं। शिवम दुबे (27) के आखिरी ओवर की चौथी गेंद को उड़ाने की कोशिश में लॉन्ग ऑफ पर डेविड मिलर के हाथों लपके और इसी और पारी के आखिरी ओवर की आखिर गेंद पर दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज ऑनरिक नॉकिया (2/26) ने रवींद्र जडेजा को मिड ऑफ पर केशव महाराज के हाथों लपकवाया। केशव महाराज (2/23) ने अपने पारी के दूसरे ओवर में भारत के कप्तान रोहित शर्मा (9 रन, 5 गेंद, दो चौके) को हेनरिक क्लासेन और ऋषभ पंत (0)को विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक ने लपक कर आउट कर मात्र 23 रन पर उसके दो विकेट निकाल उसे संकट में डाल दिया था। रोहित और ऋषभ दोनों ही महाराज की गेंदों को रिवर्स स्वीप करने की कोशिश में आउट हुए जबकि सूर्य कुमार यादव (3 रन, 4 गेंद) ने कसिगो रबाड़ा की कोण बना भीतर आती गेंद को फ्लिक करने की कोशिश मे फाइन लेग पर लपकवाया।
जवाब में अनुभवी जसप्रीत बुमराह (2/20), अर्शदीप सिंह (2/18)और पारी के आखिर में हार्दिक पांडया (3/20) ने गेंदबाजी इकाई के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन कर हेनरिक क्लासेन के तूफानी शतक की बदौलत आसानी से जीत की बढ़ती दक्षिण अफ्रीका को निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट पर 169 रन पर रोक कर भारत को सात रन से जीत दिलाने के साथ खिताब भी जिता दिया। दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए आखिरी 30 गेंदों में 30 रन की जरूरत थी और उसके छह विकेट बाकी थे लेकिन हार्दिक ने तीन और बुमराह ने एक विकेट चटका बाजी पलट भारत की जीत निश्चित की। जसप्रीत बुमराह कुल 15 विकेट लेकर मैन ऑफ दÓ टूर्नामेंट रहे। दक्षिण अफ्रीका को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रन की जरूरत तब मिलर 21 रन और केेशव महाराज 1 रन बना क्रीज पर थे। मिलर को हार्दिक के तीसरे और पारी के आखिरी की पहली ही गेंद पर बाउंड्री पर सूर्य कुमार यादव ने लपक दक्षिण अफ्रीका का स्कोर सात विकेट पर161 रन कर दिया अगली गेंद पर रबाड़ा (4 रन, 3 गेंद, एक चौका) ने चौका जड़ा लेकिन पांचवीं गेंद पर उन्हें भी सूर्य कुमार यादव ने लपक कर दक्षिण अफ्रीका स्कोर आठ विकेट पर 168 रन का दिया अगली और मैच की आखिरी गेंद पर ऑनरिक नॉकिया ने एक विकेट लिया और भारत ने सात रन से फाइनल जीतने के साथ खिताब भी लिया। अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने पहले और पारी के दूसरे ओवर की तीसरी बेहतरीन आउट स्विंग पर हेंड्रिक्स (4 रन, 5 गेंद, एक चौका) को बोल्ड कर दिया और दक्षिण अफ्रीका ने पहला विकेट मात्र सात रन बनाकर खो दिया। कप्तान एडन मरक्रम को अर्शदीप सिंह ने अपने दूसरे ओवर की तीसरी ऑफ स्टंप से जरा बाहर जाती गेंद को खेलने को मजबूर कर विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों कैच करा उसका स्कोर दो विकेट पर 12 रन कर उसे संकट में डाल दिया। भारत के बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने अपने पहले और पारी के पांचवें ओवर मे तथा बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव ने अपने पहले ओवरो में दस दस रन दिए। ट्रस्टन स्टब्ज ने भारत के दोनों बाएं हाथ के स्पिनरों अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को निशाना बनाया। स्टब्ज (31 रन, 21 गेंद, एक छक्का, तीन चौके) पारी के नौवें ओवर में अक्षर पटेल के तीसरे ओवर की पांचवीं गेंद को स्वीप करने से चूके और बोल्ड हो गए और दक्षिण अफ्रीका ने तीसरा विकेट 71 रन पर खो दिया। हेनरिक क्लासेन ने नौवे ओवर में अक्षर पटेल, दसवें ओवर में हार्दिक पांडया और 11 वें ओवर कुलदीप यादव के ओवर में एक-एक छक्का जड़ा। अर्शदीप सिंह ने अपने व पारी के तीसरे व पारी के 13 वें ओवर में सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (39 रन, 31 गेंद, एक छक्का, चार चौके) को फाइन लेग पर कुलदीप यादव के हाथों कैच करा पैवेलियन लौटाया और दक्षिण अफ्रीका ने चौथा विकेट 106 पर खोया। हार्दिक पांडया ने पारी के 17 वें और अपने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर खतरनाक हेनरिक क्लासेन (52 रन, 27 गेंद, पांच छक्के, दो चौके) को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों लपकवा उनकी उसको पांच विकेट पर 151 कर दिया। क्लासेन से इससे पहले अक्षर पटेल के चौथे व आखिरी व पारी के 15 वें ओवर में 24 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को 30 गेंद में जीत के लिए 30 रन बनाने थे। बुमराह ने पारी के 18 वें ओवर और अपने चौथे व आखिरी ओवर की चौथी गेंद पर तेजी से उछाल के साथ कोण बना भीतर आती गेंद पर मार्को येनसन (2) को बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर छह विकेट पर 157 कर मैच को खासा रोमांचक बना दिया। हार्दिक ने अपने और पारी के आखिरी ओवर में मिलर और रबाड़ा के विकेट चटका भारत को जिताया। फाइनल का आखिरी ओवर हार्दिक पांडया ने फेंका और इसमें जीत के लिए दक्षिण अफ्रीका को 16 रन की जरूरत थी और उनकी पहली ही गेंद को मिलर (21 रन, एक चौका, एक छक्का, 17 गेंद) ने बाउंड्री के उपर से उड़ाने की कोशिश की लेकिन सूर्य कुमार यादव ने पीछे लपक कर वापस मैदान में उछाल लपक उन्हें आउट कर पैवेलियन लौटाया। अगली और दूसरी गेेंद रबाडा ने चौका जड़ा लेकिन पांचवीं गेंद को उन्होंने रबाड़ा को सूर्य के हाथों कैच कर भारत की जीत निश्चित कर दी