- भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने वास्ते अगले छह टेस्ट जीतने होंगे
- भारत को टेस्ट सीरीज जीतने के लिए बेहतरीन एकादश चुननी होगी
- विराट के पास टेस्ट में तीन बरस का शतक का सूखा खत्म करने का मौका
- भारत को सलामी जोड़ी, तीसरा स्पिनर , तीसरा तेज गेंदबाज चुनने के लिए जूझना होगा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अंगूठे में चोट के चलते नियमित कप्तान रोहित शर्मा कई दिग्गजों की गैरमौजूदगी में बतौर कप्तान केएल राहुल के सामने भारत को मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ चटग्राम में बुधवार से शुरू दो मैचों की सीरीज की टेस्ट सीरीजं जिताने की चुनौती है। भारत वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में फिलहाल चौथे स्थान पर और फाइनल में पहुंचने की उम्मीद बनाए रखने के लिए बांग्लादेश के खिलाफ दो और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट सहित अगले छह टेस्ट मैच जीतना जरूरी है। भारत की टीम बांग्लादेश में उसके खिलाफ सात बरस पहली बार टेस्ट सीरीज खेलेगी। भारत को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज टेस्ट जीतनी है तो उसे बुधवार को शुरू पहले टेस्ट में अपनी बेहतरीन एकादश चुननी होगी।
भारत की टीम बांग्लादेश में उसके खिलाफ सात बरस पहली बार टेस्ट सीरीज खेलेगी। भारत ये सभी बाकी छह टेस्ट जीतता है तो उसके 68.06 अंक हो जाएगें और फिलहाल शीर्ष पर चल रही ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ देगा। भारत यदि अगले छह में पांच टेस्ट भी जीत जाता है तो भी उसके 52.5 अंक हो जाएंगे और यह भी उसके फाइनल में पहुंचने के लिए पर्याप्त होगा क्योंकि तब ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका उससे आगे नहीं निकल सकेंगे। बदकिस्मती से भारत कहीं दो टेस्ट हार गया तो मुश्किल में फंस जाएगा क्योंकि ऐसे में उसके 56.94 अंक ही रह जाएगी और तब उसे फाइनल में पहुंचने के लिए बाकी टीमों के नतीजों पर निर्भर रहना पड़ेगा।
भारत को अनुभवी ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी भी रोहित के साथ इस टेस्ट सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं हैं। ऐसे में खुद केएल राहुल, अनुभवी विराट कोहली , उपकप्तान चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन जैसे अनुभवी क्रिकेटरों के साथ श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज जैसे नौजवान खिलाडिय़ों से भी बांग्लादेश के खिलाफ पूरी क्षमता से बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। भारत की तरह बांग्लादेश भी चोट से परेशान है उसके अनुभवी कप्तान ऑलराउंडर शाकिब अल हसन और तेज गेंदबाज तस्कीन अहमद का पहले टेस्ट में खेलना तय नहीं हैं। भारत ने बांग्लादेश से पिछली दो टेस्ट मैच की सीरीज अपने घर में 2-0 से जीती थी। भारत के पिछली टेस्ट सीरीज में खेलने विराट कोहली और उमेश यादव जैसे इक्का दुक्का खिलाड़ी ही मौजूदा टीम में हैं। वहीं बांग्लादेश की टीम में इबादत हुसैन, लिटन दास, मुशफिकुर रहीम, मेहंदी हसन मिराज और तस्कीन जैसे पांच खिलाड़ी पिछली टेस्ट सीरीज में खेल चुके हैं। बांग्लादेश की बल्लेबाजी शाकिब, लिटन दास, नजमुल हसन शांतो, मुशफिकुर रहीम और वन डे सीरीज में बल्ले से धमाल करने वाले मेहंदी हसन मिराज पर निर्भर करेगी।
विराट कोहली का तीन साल तक अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में भारत के लिए शतक का सूखा टी-20 एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफं और बांग्लादेश के खिलाफ हाल ही में सम्पन्न वन डे सीरीज के आखिरी मैच में शतक के साथ खत्म हो गया। विराट ने 2019 में कोलकाता में भारत को बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में शतक के साथ सीरीज 2-0 से जिताई थी। विराट के पास तीन बरस बाद अब चट्टïग्राम में बुुधवार से शुरू में रहे दो मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट में भी शतक जड़ टेस्ट में शतकों का तीन बरस सूखा खत्म करने का मौका होगा।भारत के लिए सबसे बड़ी पहेली यह है कि कप्तान केएल राहुल के साथ पारी का आगाज शुभमन गिल करें या फिर बांग्लादेश ‘एÓ के खिलाफ दो चार दिवसीय मैच खेलते हुए दो शतक जडऩे वाले अभिमन्यु ईश्वरन। भारत के लिए टेस्ट में बतौर ओपनर अच्छा प्रदर्शन कर वाले शुभमन गिल के पारी का आगाज करने की उम्मीद है। भारत के लिए चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के रूप में मध्यक्रम तीन से छह नंबर तक सभी जगह पक्की है। पिच के स्पिनरों की मददगार रहने की उम्मीद बताए जाने के चलते बतौर स्पिनर अनुभवी ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल की भारत की एकादश में जगह पक्की बताई जा रही है। तेज गेंदबाज के रूप में मोहम्मद सिराज और अनुभवी उमेश यादव का भारत की अंतिम एकादश में चुना जाना पक्का है। भारतीय टीम प्रबंधन के सामने केएल राहुल के सलामी जोड़ीदार के साथ बड़ा सवाल बुुधवार को यह रहेगा कि वह तीन स्पिनर के साथ चटग्राम में उतरे या तीन तेज गेंदबाज के साथ। भारत यदि तीन स्पिनरों के साथ उतरता है तो फिर अश्विन, अक्षर के साथ लेग स्पिनर कुलदीप यादव के साथ उतरेगा। यदि भारत तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला करता है तो सिराज व उमेश यादव के साथ तीसरे तेज गेंदबाज के लिए शार्दूल ठाकुर, जयदेव उनादकट और नवदीप सैनी के त्रिकोणीय संघर्ष रहेगा। बाएं हाथ के उनादकट का अपने मूवमेंट और खासतौर पर रिवर्स स्विंग कराने की कूवत कराने के साथ भारत की एकादश में मजबूत स्थान दावेदारी पेश करते हैं लेकिन शार्दूल ठाकुर गेंद के साथ नाजुक वक्त पर विकेट चटकाने के साथ अपनी बल्लेबाजी क्षमता के कारण अपनी दावेदारी पेश करती है।
मैच का समय: सुबह नौ बजे (भारतीय समयानुसार)।