
मैच के बाद हाथ मिलाना कोई कानून नहीं, बस एक परंपरा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने पाकिस्तान के बाएं हाथ के स्पिनर मुकीम की गेंद पर छक्का जड़ अपनी टीम को दुबई में टी 20 एशिया कप क्रिकेट के मैच में सात विकेट से जिताने के बाद उसके खिलाड़ियों से हाथ तक न मिलाते हुए सीधे अपने ड्रेसिंग रूम की ओर चल दिए। भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने टॉस हारने के बाद भी पाकिस्तान के कप्तान सलमान आगा से न तो टीम की सूची साझा की और न ही उनसे हाथ मिलाया था। भारतीय क्रिकेटरों के पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने की शिकायत खिसियाए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद(आईसीसी) से की। इस बाबत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि क्रिकेटरों के बीच हाथ मिलाने का जब कोई नियम या कानून मौजूद नहीं है तो तब इस बात को लेकर जोर देने का औचित्य क्या है।
भारत की टीम पाकिस्तान के खिलाफ अपने मैच सहित अपने दोनों ग्रुप मैच जीत सबसे पहले एशिया कप में सुपर 4 में स्थान बना चुकी है। पाकिस्तान अब भारत से यदि 21 सितंबर को सुपर 4 और इसके बाद 28 सितंबर को फाइनल में भिड़ता तो भी उसके खिलाफ अपने इसी रुख पर कायम रहने की उम्मीद है। पाकिस्तान से जब मन नहीं मिला तो फिर भारत उससे हाथ मिलाने को तैयार नहीं है। भारत के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने अपनी टीम की पाकिस्तान पर जीत के बाद कहा, ‘ हमारा मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ न मिलाना खेल भावना के खिलाफ नहीं बल्कि पहलगाम में आतंकी हमले में शहीद 26 बेकसूर लोगों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए उठाया गया कदम है। कुछ चीजें खेल भावना से भी उपर होती है। हम अपने सशस्त्र बलों और आतंकी हमले में शहीदों के परिवारों के साथ खड़े हैं। हमारी यह जीत उन शहीदों को समर्पित है।’ भारत के चीफ कोच गौतम गंभीर ने भी अपने कप्तान सूर्य की बात का समर्थन कर उनकी राय से इत्तफाक जताया।‘
भारतीय क्रिकेटरों ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में उसके खिलाड़ियों से हाथ न मिलाना खेल भावना के तहत गलत नहीं माना है। बीसीसीआई ने सियासी तनाव के मद्देनजर भारतीय क्रिकेटरों के व्यवहार को वाजिब और समझदारी भरा कदम बताया । बीसीसीआई एक शीर्ष अधिकारी ने साफ किया ,‘भारत ने जो किया वह बिल्कुल भी गलत नहीं था। ऐसा कोई कानून नहीं है जो क्रिकेटरों को मैच खत्म पर हाथ मिलाने के लिए बाध्य करता हो। हाथ मिलाना केवल परंपरा और शिष्टाचार है । एमसीसी की नियम पुस्तिका में कहीं भी नहीं लिखा गया है कि मैच के बाद खिलाड़ियों का हाथ मिलाना जरूरी है। यह परंपरा भर है । यदि किसी मुल्क के साथ रिश्ते तनावपूर्ण हो तो इस परंपरा को न निभाना किसी नियम का उल्लंघन नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव के मद्देनजर भारतीय क्रिकेटरों का पाकिस्तानी क्रिकेटरों से हाथ न मिलाना या उनसे बातचीत नहीं करना कोई मायने नहीं रखता।’
वहीं पीसीबी ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट पर ‘आचार संहिता’ के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए उन्हें मौजूदा प्रतियोगिता से तुरंत हटाने की भी मांग की। पीसीबी ने मैच रेफरी पर आईसीसी आचार संहिता और एमसीसी के क्रिकेट भावना से संबंधित नियमों के उल्लंघन के संबंध में आईसीसी में शिकायत दर्ज कराई है। पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी ने पहले ‘एक्स’ पर लिखा लेकिन बाद में अपना पोस्ट हटा लिया। पीसीबी ने एशिया कप से मैच रेफरी को तुरंत हटाने की मांग की है। पीसीबी अध्यक्ष नकवी भले ही मैच रेफरी पायक्राफ्ट को हटाने और आइसीसी आचार संहिता और एमसीसी के ‘क्रिकेट की भावना’ के नियम की उल्लंघन की दुहाई इे रहे हो लेकिन बीसीसीआई पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ा है। एक दिलचस्प बात यह है कि मैच के बाद भारतीय क्रिकेटरों के पाकिस्तान खिलाड़ियों से हाथ न मिलाने पर विवाद के बाद पीसीबी नेअपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक उस्मान वहला को मैच रेफरी पायक्राफ्ट के आचरण भारत की कार्रवाई पर तुरंत औपचारिक प्रतिक्रिया देने में देरी करने पर अपने पद से हटा दिया।