भारत की निगाहें चीन से आखिरी सुपर 4 मैच भी जीत शीर्ष पर रह फाइनल में स्थान बनाने पर

India is eyeing to win the last Super 4 match against China and stay on top to make it to the finals

  • भारत को चीन के खिलाफ पूरी तरह चौकस रहना होगा
  • भारत को कप्तान हरमनप्रीत से बतौर ड्रैग फ्लिकर दमदार प्रदर्शन की आस
  • चीन के चेन, नान मेंग और युआनफेंग से भारत को गेंद दूर रखनी होगी

सत्येन्द्र पाल सिंह

राजगीर (बिहार) : कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की पेनल्टी कॉर्नर पर हैट्रिक की बदौलत दुनिया की सातवें नंबर की टीम भारत ने अपना अभियान पूल ए में चीन पर 4-3 की जीत के साथ किया था। तीन बार के चैंपियन भारत की निगाहें अब चीन को शनिवार को अपने तीसरे और आखिरी सुपर 4 मैच में भी हरा शीर्ष पर रह कर 12 वें पुरुष हॉकी एशिया कप के फाइनल में स्थान बनाने पर लगी हैं। चीन ने भारत और मलयेशिया से अपने मैच हारने के बावजूद खासतौर पर जोरदार जवाबी हमलों और अपने किले की मजबूत चौकसी से हर टीम को कड़ी टक्कर सभी को चौंकाया है। चीन ने पूल मैच में बढ़त लेकर भारत को एकबारगी चौंकाया था। भारत अपनी पूरी ताकत से खेला तो उसे चीन से बड़े अंतर से और शनिवार को सामान्य भी खेला तो उससे यह सुपर 4 मैच भी जीतना ही चाहिए। भारत के नौजवान तुरुप के स्ट्राइकर अभिषेक ने चीफ कोच क्रेग फुल्टन की डी के भीतर रिवर्स स्टिक से सीधे गोल करने के लोभ से बचने और इसकी बजाय प्रतिद्वंद्वी टीम की डी के बाहर साथी स्ट्राइकर के लिए गोल का मौका बनाने तक गेंद को अपने कब्जे में रखने की हिदायत पर अमल किया है। अभिषेक की इस बदली रणनीति का असर भारत की मलयेशिया पर सुपर 4 मैच में बड़ी जीत में दिखा भी। अभिषेक जब पूरी आश्वस्त हों गेंद पूरी तरह उनके कब्जे मे है और वह तभी डी में शॉट लगाने की रणनीति बना कर खेल रहे हैं। भारत को कप्तान हरमनप्रीत से बतौर ड्रैग फ्लिकर चीन के खिलाफ एक और दमदार प्रदर्शन की उम्मीद है।

चीन के खिलाफ भारत को पूरी तरह चौकस रहना होगा क्योंकि उसके खिलाफ जरा सी भी ढील उसे भारी पड़ सकती है। चीन पहले पूरी तरह अपनी किले की चौकसी और गोल करने के लिए जवाबी हमले पर यकीन करता है। अब चीन की टीम अपने किले की चौकसी के साथ गोल करने के भी बराबर मौके तलाशने की कोशिश करती है। चीन की टीम बहुत तेजी से एशिया की नई हॉकी ताकत के रूप में आगे बढ़ने की कोशिश में है और उसे 2028 या फिर 2023 के ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने का भरोसा है। चीन ने अगले साल जापान में होने वाले एशियाई खेलों के फाइनल में स्थान बनाने का सपना संजोया है और उसकी टीम ऐसे ही आगे बढ़ती रही तो यह मुमकिन भी हो सकता है। कप्तान चोंगकोंग चेन, नान मेंग और युआनफेंग ही बतौर आक्रामक मिडफील्डर चीन की टीम को चलाते हैं और भारत की शनिवार के मैच में कोशिश यही होनी चाहिए की गेंद को इन तीनों से दूर रखे।

भारत अपने कप्तान हरमनप्रीत सिंह से ड्रैग फ्लिकर के रूप में पूल में हैट्रिक जमाने जैसे ही जादुई प्रदर्शन की आस शनिवार को उसके खिलाफ आखिरी सुपर 4 मैच में भी करेगा। भारत शनिवार को चीन के खिलाफ अपना आखिरी सुपर 4 मैच जीतता है उसके दो जीत और एक ड्रॉ के साथ सबसे ज्यादा सात अंक हो जाएंगे और वह शीर्ष पर रहकर फाइनल में स्थान बना लेगा क्योंकि कोई भी अन्य टीम सात अंक नहीं पहुंच सकती है। फिलहाल मलयेशिया और चीन के सुपर 4 में दो दो मैचों में एक एक जीत और एक एक हार से तीन तीन और दक्षिण कोरिया का भारत के खिलाफ मैच ड्रॉ होने से मात्र एक है और वह मलयेशिया से अंतिम मैच जीतती है तब भी उसके अधिकतम चार अंक होंगे। मलयेशिया और चीन अधिकतम छह अंक तक पहुंच सकते हैं। भारत के लिए शीर्ष दो में रहने के लिए चीन से अपना आखिरी सुपर 4 मैच ड्रॉ कराना ही काफी होगा लेकिन वह किसी भी तरह के अगर मगर में फंसने से बचने के लिए अब टूर्नामेंट के पहले मैच की तरह जीतने पर अपना ध्यान लगाएगा। शुरू के चार सुपर 4 मैचों के बाद तीन टीमों -भारत,मलयेशिया और चीन ने एक एक मैच जीता है लेकिन मेजबान टीम अकेली ऐसी टीम है जो अब तक कोई मैच नहीं हारी है। भारत के लिए अच्छी खबर है कि उसके स्ट्राइकर सुखजीत सिंह की कप्तान हरमनप्रीत की हिट पर टखने में लगी चोट अब ठीक है और चीन के खिलाफ अहम आखिरी सुपर 4 मैच में खेलने के लिए उपलब्ध है। भारत को सब कुछ भुलाकर चीन के खिलाफ अपने स्ट्रक्चर पर काबिज रह अपना ध्यान चीन से आखिरी सुपर 4 मैच जीतने पर लगाना होगा लेकिन पूरी तरह चौकस रहना होगा। भारत की टीम की सबसे बड़ी बात यह है कि उसे हर मैच से सब लेकर अगले में बेहतर प्रदर्शन किया है और बाकी बचे दो मैचों भी उसकी कोशिश यही होगी।

मलयेशिया की टीम चीन को 2-0 से हराने के बाद मेजबान भारत से अपना मैच 1-4 मैच हार चुकी है। वही भारत ने मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया से अपना पहला सुपर 4 मैच में आधा दर्जन गोल करने के बेहद आसान मौके के चलते 2-2 से ड्रॉ कराने से सबक लिया। नौजवान स्ट्राइकर अभिषेक ने खुद गोल करने के मोह से बचते हुए गोल के मौके बनाने के साथ टीम को बराबर पेनल्टी कॉर्नर दिलाने में अहम भूमिका निभाई। अभिषेक ने जरुरत के मुताबिक अपने खेल में यह बदलाव किया और इस पर खासतौर पर सुखजीत सिंह व शिलानंद लाकरा के साथ अनुभवी सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह और विवेक सागर के एक एक गोल से मलयेशिया के खिलाफ सुपर 4 मैच में पिछड़ने के बाद जीत से भारत ने सही वक्त पर रंगत पा ली है। भारत के चीफ हॉकी कोच क्रेग फुल्टन ने एकदम सही कहा कि उनकी टीम बहुत तेजी से सीखती है। वहीं चीन के बुजुर्ग सहायक कोच रोलैंट ओल्टमैंस अपनी टीम की दक्षिण कोरिया पर 3-0 की आसान जीत के बावजूद भारत को खिताब का प्रबल दावेदार मानते हैं।

भारत को चीन के खिलाफ अंतिम सुपर 4 मैच जीतना है तो उसकी अग्रिम पंक्ति में खासतौर उसके तुरुप के स्ट्राइकर अभिषेक की पहली कोशिश मलयेशिया के खिलाफ मैच की तरह सुखजीत सिंह, मनदीप सिंह और शिलानंद लाकरा के लिए डी के भीतर गेंद पहुंचा उन्हें गोल करने के और ज्यादा मौके मुहैया कराने के साथ ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर के मौके बनाने की होनी चाहिए। भारत की ताकत उसकी तेज तर्रार अग्रिम पंक्ति के साथ मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद और राज कुमार पाल के रूप में अनुभवी मध्यपंक्ति और दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में से एक उसके कप्तान हरमनप्रीत सिंह हैं। हरमनप्रीत सिंह को चीन के रशर नांग मेंग और गोलरक्षक विहाओ वांग से चौकस रहना होगा। चीन ने खासतौर पर अपने रशर वांग और गोलरक्षक विहाओ वांग की मुस्तैदी से बचाए दस पेनल्टी कॉर्नर की बदौलत मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया को 3-0 से हरा सुपर चार में पहली जीत दर्ज की। चीन अपने ऑस्ट्रेलियाई कोच एंथनी फेरी और सहायक कोच मिशेल और भारतीय कोच रोलैंट ओल्टमैंस के मार्गदर्शन में यूरोपीय शैली की अपने किले की मजबूत चौकसी के साथ जवाबी हमलों पर यकीन करने की शैली की हॉकी खेल रहा है।

हम पर चीन के खिलाफ सुपर 4 मैच को ले कोई दबाव नहीं : हरमनप्रीत
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, ‘मलयेशिया के खिलाफ मैच मेरा भारत के लिए 250 वां अंतर्राष्ट्रीय मैच था और टीम ने जीत के रूप मुझे इसका बढ़िया इनाम दिया। हम पर शनिवार को चीन के खिलाफ आखिरी सुपर 4 मैच को लेकर कोई दबाव नहीं है। नतीजा कोई भी हो हमारी कोशिश पर स्ट्रक्चर पर काबिज रह कर खेलने की होती है।चीन बेशक अच्छी टीम है लेकिन हम उसके खिलाफ अपना बढ़िया प्रदर्शन जारी रखेंगे। हमारी रक्षापंक्ति ने तो मुस्तैदी दिखाई ही हमारे स्ट्राइकरों न सूझबूझ से खेल कर गोल किए। हमारे स्ट्राइकर को चीन के खिलाफ गोल करने और गोल के मौके बनाने के लिए यह धैर्य दिखाना होगा।

हम अगले दो मैच जीत अब हॉकी एशिया कप जीतना चाहते हैं : फुल्टन
भारत के चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने कहा,‘ टूर्नामेंट के खत्म होने पर या तो आपको आपके हक में नतीजा या मिलेगा या फिर आप खाली हाथ लौटेंगे। हमारे लिए मलयेशिया के खिलाफ मैच एक तरह से क्वॉर्टर फाइनल था और आप इसमें या तो जीते या खाली हाथ घर जाए। हमने दक्षिण कोरिया के खिलाफ ड्रॉ से उम्मीद मिली। अब हम अगले दो मैच जीत हॉकी एशिया कप टूर्नामेंट जीतना चाहते हैं। हमें चीन के खिलाफ आखिरी सुपर 4 मैच में स्ट्रक्चर पर काबिज रह मौके भुना जीत दर्ज करनी होगी। सुखजीत को हरमनप्रीत की हिट पर टखने में चोट लगी थी लेकिन वह अब पूरी तरह ठीक है और चीन के खिलाफ मैच के लिए उपलब्ध है। हमारी भारतीय टीम की ताकत यही है कि यह बहुत तेजी से सीखती है और इसी का नतीजा है कि दक्षिण कोरिया के खिलाफ मैच ड्रॉ खेलने के बाद हमें रक्षण और आक्रमण के रूप में संतुलित खेल दिखा मलयेशिया पर जीत दर्ज की। हम मलयेशिया पर जीत के साथ हम अच्छी स्थिति में है। किसी किसी दिन आप सब कुछ आपके मुताबिक नहीं होता है। हमने गोल करने के पर्याप्त मौके बनाए। हमने मलयेशिया के खिलाफ पिछड़ने के बाद वापसी की। म इस समय सही काम कर रहे। हमने गोल करने के पर्याप्त मौके बनाए। एक मैच में सब कुछ आपकी योजना के मुताबिक होता है दूसरे मैच में नहीं। ऐसा दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के साथ होता है। मुझे बृहस्पतिवार को मलयेशिया के खिलाफ अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व है। हमारे लड़के अच्छा खेले। हमारी कोशिश हमेशा स्ट्रक्चर से खेलने की होती है और दिक्कत तब होती जब इस काबिज नहीं रहते। हमने अपने खेल का आकलन कर फैसला किया की हमें कुछ करना है। हमने दक्षिण कोरिया के खिलाफ बहुत मौके बनाए लेकिन उन्हें ठीक से भुना नहीं पाए। मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए मजबूत चौकसी, प्रतिद्वंद्वी के गोल पर दबाव बनाना जरूरी है और मलयेशिया के खिलाफ यह सब कर जीत हासिल की।‘