भारत को वेल्स के खिलाफ ध्यान सिर्फ और सिर्फ बड़ी जीत पर लगाना होगा

  • भारत को वेल्स से मैच से मालूम पड़ जाएगा सब गणित
  • आकाशदीप पर स्कीमर के रूप में होगी बड़ी जिम्मेदारी
  • आकाशदीप, मनदीप व ललित को दागने होंगे मैदानी गोल
  • भारत की अग्रिम और मध्यपंक्ति को धैर्य और तालमेल से खेलना होगा

सत्येन्द्र पाल सिंह

भुवनेश्वर : भारत ने मौजूदा हॉकी विश्व कप में अपने पूल डी में आगाज यहीं सम्पन्न पिछले संस्करण की तरह किया है। मौजूदा संस्करण में भारत ने स्पेन के खिलाफ 2-0 से जीत से आगाज करने के बाद पूल में सबसे मजबूत समझी जा रही इंग्लैंड से अपना मैच गोलरहित ड्रॉ खेला। पिछले संस्करण में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत से आगाज कर अंतत: पहली बार चैंपियन बनी बेल्जियम से अपना दूसरा मैच दो-दो ड्रॉ खेला और कनाडा पर जीत के साथ बेहतर गोल अंतर से पूल सी का समापन कर सीधे क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाया। भारत विवादास्पद क्वॉर्टर फाइनल में नीदरलैंड से हार पिछली बार सेमीफाइनल में स्थान बनाने से चूक गया था। पिछले संस्करण में तब भारत के लिए चतुर स्कीमर और स्ट्राइकर सिमरनजीत सिंह(3) के साथ अनुभवी स्ट्राइकर ललित उपाध्याय(3) गोल दागने में सबसे आगे और आकाशदीप (2) और मौजूदा कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह (2) दूसरे नंबर पर रहे थे।

भारत को वेल्स के खिलाफ बृहस्पतिवार को यहां कलिंग स्टेडियम में पूल डी के अंतिम मैच में अब अपना ध्यान सिर्फ और सिर्फ बड़ी जीत पर लगाना होगा। दोनों टीम अब तक मात्र तीन बार लगातार तीन पिछले राष्टï्रमंडल खेलों में भिड़ी हैं और तीनों बार भारत जीता है। वहीं वेल्स ने फ्रांस को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप क्वॉलिफायर 2-1 से हरा एक दशक की कोशिश के बाद पहली बार विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई किया है। भारत , इंग्लैंड और स्पेन सहित पूल डी में तीन टीमें बृहस्पतिवार को शीर्ष पर रह कर सीधे क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाने की होड़ में होंगी। भारत ने 2022 राष्टï्रमंडल खेलों में मौजूदा कप्तान हरमनप्रीत सिंह की शानदार हैट-ट्रिक और गुरजंत के गोल से वेल्स को 4-1 से हराया था। भारत के वेल्स के खिलाफ जीत का ‘चौकाÓ जड़ अजेय रिकॉर्ड बरकरार रखने की पूरी उम्मीद है। कप्तान हरमनप्रीत के लिए क्वॉर्टर फाइनल और क्रॉस ओवर मैच से वेल्स के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर बतौर ड्रैग फ्लिकर अपनी रंगत पाने का मौका होगा। भारत को वेल्स के लिए 2020 के टोक्यो ओलंपिक में खेल चुके आक्रामक मिडफील्डर रुपर्ट शिपर्ले और मौजूदा विश्व कप में उसके लिए दो मैचों में स्पेन के खिलाफ गोल करने वाले जेम्स कार्सन चौकस रहना होगा।

फिट नहीं होने के चलते सिमरजीत सिंह के लंबे समय से मौजूदा टीम से बाहर रहने के कारण अब सबसे अनुभवी आकाशदीप सिंह पर स्कीमर और स्ट्राइकर के रूप में बड़ी जिम्मेदारी होगी। आकाशदीप को खुद गोल करने के साथ अनुभवी ललित उपाध्याय और मनदीप सिंह के साथ भारत को पेनल्टी कॉर्नर दिलाने भी होंगे। इससे भारत के शीर्ष पर रह कर सीधे या फिर क्रॉसओवर से क्वॉर्टर फाइनल में स्थान बनाने की आस बनी रहेगी। हार्दिक सिंह की चोट अब भले ही बेहतर हैं लेकिन उन्हें आगे क्वॉर्टर फाइनल अथवा क्रॉस ओवर से पहले आराम देना ही बेहतर होगा। भारत की अग्रिम पंक्ति और मध्यपंक्ति को हड़बड़ी में गड़बड़ी शुरू के दो मैचों में महंगी पड़ी है और इससे वेल्स के खिलाफ बचना होगा। भारत की मध्यपंक्ति में अनुभवी मनप्रीत सिंह, विवेक सागर और शमशेर को धैर्य और चतुराई से आगे अग्रिम पंक्ति के लिए गेंद बढ़ानी होगी। भारत की मध्यपंक्ति को धैर्य और बेहतर तालमेल से खेलना होगा।
भारत के लिएअच्छी बात है कि उसने अब तक मौजूदा संस्करण में दो मैचों में भले ही दो गोल किए हैं लेकिन एक भी गोल नहीं खाया। वहीं इंग्लैंड (+५)ने इतने ही मैचों में पांच गोल किए हैं और कोई गोल हीं खाया है कि और भारत(+2)से गोल अंतर में आगे है। भारत के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि वेल्स के खिलाफ अंतिम पूल मैच खेलने उतरने से पहले वह पूल में शीर्ष पर रहने के लिए सभी गणित मसलन कितने गोल अंतर से जीतना है, सभी मालूम पड़ जाएगा। भारत और इंग्लैंड के दो मैचों के बाद एक जीत और एक ड्रॉ के बाद समान रूप से चार-चार अंक हैं जबकि इतने ही मैचों मे एक जीत और एक हार के बाद स्पेन के तीन अंक हैं। वेल्स की टीम दोनों मैच हार अंतिम आठ की होड़ से बाहर ही है। दिलचस्प बात यह है कि पूल डी में शीर्ष पर रह सीधे क्वॉर्टर फाइनल में पहुंचने और क्रॉस ओवर के जरिए इसमें पहुंचने की होड़ में बने रहने के लिए भारत ,इंग्लैंड और स्पेन-तीनों के लिए जीत जरूरी है। भारत और इंग्लैंड की टीम बृहस्पतिवार को अपना अपना मैच जीतती है तो सब कुछ गोल अंतर पर जा टिकेगा। भारत के पूल डी की अंतिम स्थिति बृहस्पतिवार के मैचों के बाद ही मालूम पड़ेगी।
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भुवनेश्वर में बृहस्पतिवार के मैचों का समय
पूल सी: न्यूजीलैंड वि. मलयेशिया, दोपहर 1 बजे से।
पूल सी :नीदरलैंड वि. चिली(दोपहर बाद 3 बजे से।
पूल डी: इंग्लैंड वि. स्पेन (शाम 5 बजे से)।
पूल डी: भारत वि. वेल्स(शाम 7 बजे से)।