नवनीत और ललरेमसियामी के एक -एक गोल से जापान को 2-0 से हरा कर भारत फाइनल में

India reached the final after defeating Japan 2-0 with one goal each from Navneet and Lalremsiami

खिताब बरकरार रखने के लिए भारत को फाइनल में भी गिरानी होगी चीन की दीवार

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दीपिका सहरावत ने करीब दो दर्जन पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने नाकाम रहने के बाद आखिर 48 वें मिनट में दिलाए पेनल्टी स्ट्रोक पर नवनीत कौर तथा ललरेमसियामी के खेल खत्म होने से चार मिनट पहले दागे एक -एक बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत मौजूदा चैंपियन अजेय भारत ने जापान पर कुछ पसीना बहाने के बाद राजगीर में बिहार महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी राजगीर, 2024 में मंगलवार को दूसरे सेमीफाइनल में 2-0 से हरा दिया। भारत ने अपने सभी पांचों पूल मैच जीतने के साथ जापान से सेमीफाइनल भी जीत का छक्का जड़ दिया। भारत ने जापान को अपने आखिरी पूल मैच में 3-0 से हराया था। जापान की रक्षापंक्ति में उसकी गोलरक्षक यू कूडो के साथ महो उनो व जुनून कवाई ने खासतौर पर पेनल्टी कॉर्नर पर दीपिका सहारावत और उदिता दुहान के ड्रैग फ्लिक पर गोलरक्षक के पैड से लगकर लौटती गेंद पर कई बार गोलरेखा पर रोका। मौजूदा और दो बार के चैंपियन जापान ने भारत को शुरू के तीन क्वॉर्टर तक गोल करने से रोक कर उसे जीत के लिए खासा संघर्ष कराया। भारत को अपना खिताब बरकरार रखना तो उसे फाइनल में भी चीन की दीवार को गिराना होगा। 2024 की ओलंपिक रजत पदक विजेता चीन की टीम से बुधवार को भिड़ेगा। चीन ने पहले सेमीफाइनल में मलयेशिया पर 3-1से जीत दर्ज की। भारत के लिए मनोवैज्ञानिक रूप से अच्छी बात है कि वह चीन से अपना पूल मैच 3-0 से जीत चुका है।

भले ही मंगलवार का दिन दीपिका सहरावतउनका नहीं था और न तो एक भी पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर पाई और न ही मैदानी गोल कर पाई लेकिन अपने ‘ऑलराउंडर’ के तमगे को सही साबित करते हुए चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में अहम पेनल्टी स्ट्रोक दिलाया और नवनीत कौर से इसे गोल में बदल भारत का खाता खोला। दीपिका दाएं से गेंद को लेकर डी में घुसी और वहां जापान की जुनुन कवाई ने उनकी हॉकी खींचने के साथ उन्हें गिराया और इस पर भारत को यह पेनल्टी स्ट्रोक मिला था। ललरेमिसयामी ने खेल खत्म होने से चार मिनट पहले डी के ठीक उपर सुनीलिता टोपो के रिटर्न पर गेंद संभाला हॉकी की बेहतरीन कलाकारी दिखाते हुए गजब का मैदानी गोल कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। जापान ने मैच का इकलौता पेनल्टी कॉर्नर खेल खम्त होने से करीब डेढ़ मिनट पहले हासिल किया लेकिन भारत की गोलरक्षक बिच्छू देवी खरीबम ने अच्छा बचाव इसे रोक दिया ।

संगीता कुमारी, दीपिका, ब्यूटी डुंगडुंग और नवनीत कौर शुरू के दो क्वॉर्टर में बराबर गेंद को लेकर जापान की डी में पहुंची और उस पर बराबर दबाव बनाया । आक्रामक मिडफील्डर ललरेमसियामी, नेहा गोयल और कप्तान सलीमा टेटे भी ने बराबर अपनी साथी स्ट्राइकर के लिए गेंद बढ़ाने के साथ भारत को शुरू के दो क्वॉर्टर में नौ पेनल्टी कॉर्नर दिलाए लेकिन मंगलवार को शुरू के दो क्वॉर्टर में पांच पर दीपिका के नीचे फ्लिक को गोलरक्षक कुडो ने अच्छे पूर्वानुमान के साथ रोक कर बेकार कर जापान को गोल खाने से बचाए रखा। भारत की स्ट्राइकर नवनीत कौर और संगीता कुमारी ने डी के भीतर सीधे गोलरक्षक कुडो के पैड पर गेंद पर मारकर टीम के चीफ कोच हरेन्द्र सिंह की भाषा उन्हें शुरू के दो क्वॉर्टर में नायिका बना दिया। दो पेनल्टी कॉर्नर उदिता दुहान ने लिए लेकिन इस पर उनके निशाने भी लक्ष्य चूके और दो बार तो डी के ठीक उपर स्टापर से गेंद ही नहीं रुकी। पेनल्टी कॉर्नर गोलरक्षक के पैड से लगकर लौटती गेंद को संगीता, ब्यूटी डुंगडुंग और नेहा खुद गोल में डालने से चूकी अन्यथा भारत को हाफ टाइम तक कम से कम तीन गोल की बढ़त ले लेनी चाहिए थी। जापान को हाफ टाइम से पहले एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला और न ही उसकी किसी स्ट्राइकर ने भारत के गोल पर निशाना उसकी दोनों गोलरक्षक सविता और बिच्छू देवी का इम्तिहान लिया।

सुशीला चानू के स्लैप पर डी के भीतर संगीता कुमारी ने तीसरे क्वॉर्टर के तीसरे मिनट में गोता लगा गेंद को गोल में डालने की कोशिश लेकिन इस पर जापान की गोलरक्षक एक बार फिर दीवार की तरह खड़ी हो गई और भारत के हाथ खाता खोलने का मौका फिसल गया। दीपिका ने पांचवें मिनट में थ्री स्किल दिखा भारत को मैच का दसवां पेनल्टी कॉर्नर दिखाया लेकिन इस पर खुद उनका निशाना लक्ष्य चूक गया। दीपिका सहरावत ने करीब दो दर्जन पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करने नाकाम रहने के बाद आखिर 47 वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक दिलाया और नवनीत कौर से इसे गोल में बदल भारत का खाता खोला। दीपिका सहरावत मैच के 47वें मिनट में दाएं से गेंद को लेकर डी में घुसी और वहां जापान की जुनुन कवाई ने उनकी हॉकी खींचने के साथ उन्हें गिराया और इस पर भारत को यह पेनल्टी स्ट्रोक मिला। ललरेमिसयामी ने खेल खत्म होने से चार मिनट हॉकी की बेहतरीन कलाकारी दिखाते हुए गजब का मैदानी गोल कर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। जापान ने मैच का इकलौता पनल्टी कॉर्नर खेल खम्त होने से करीब डेढ़ मिनट पहले हासिल किया लेकिन भारत की गोलरक्षक बिच्छू देवी खरीबम ने अच्छा बचाव इसे रोक दिया। भारत ने 2-0 जीत के साथ फाइनल में स्थान बना लिया।

चीन ने मलयेशिया को सेमीफाइनल में हराया: क्यूचांग देग के पहले क्वॉर्टर में मैदानी, युनजिया फान और जिंजहुआंग फांग के दूसरे क्वॉर्टर में पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक एक गोल की बदौलत 2024 की ओलंपिक रजत पदक विजेता चीन ने जुझारू मलयेशिया को पहले सेमीफाइनल में 3-1से हरा दिया। पराजित मलयेशिया की ओर से एकमात्र गोल खैरुनिसा मोहम्मद ने तीसरे क्वॉर्टर के छठे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर किया। मलयेशिया ने यदि कुल मिले नौ पेनल्टी कॉर्नरों का पूरा इस्तेमाल किया तो जरूर चीन को हरा उलटफेर कर सकती थी। मलयेशिया ने नौ में से और चीन ने छह में से दो पेनल्टी कॉर्नरों को गोल में बदला। मलयेशिया की टीम चीन से पूल मैच में 0-5 से हार गई थी।

द.कोरिया को पांचवां स्थान : मिनजियोंग किम और यूरी ली के पेनल्टी कॉर्नर तथा सियायुन पार्क के मैदानी गोल की बदौलत दक्षिण कोरिया ने थाईलैंड को 3-0 से हराकर पांचवां स्थान पाया। थाईलैंड की टीम अपने पांचों पूल और पांचवें-छठे स्थान के लिए मैच सहित अपने सभी छह मैच हारे।

बुधवार के मैच
फाइनल : भारत वि चीन (शाम पौने पांच बजे से)
तीसरे स्थान के लिए मैच : मलयेशिया वि.जापान (दोपहर सवा दो बजे)।