
- भारत को ऋषभ पंत से गाबा में 2021 की सी पारी की आस
- भारत के बल्लेबाजों को ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस से चौकस रहना होगा
- बुमराह साबित हो सकते हैं भारात की तुरुप के इक्के
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत को 2021 में गाबा (ब्रिस्बेन) मे विराट कोहली जैसे दिग्गज के बिना नौजवान ऋषभ पंत और शुभमन गिल की अपनी उम्र से कहीं ज्यादा परिपक्व पारियों से मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट की सबसे यादगार जीत से प्रेरणा लेकर मौजूदा पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में उतरना चाहिए। पर्थ में पहले टेस्ट में 295 रन की करारी हार के बाद बेशक एडिलेड में दूसरे टेस्ट में दस विकेट से मिली जीत से हासिल लय और चोट के बाद फिट हो कंजूस तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड की वापसी से ऑस्ट्रेलिया के हौसले बुलंद हैं। बावजूद इसके भारत के लिए उत्साह की बात यह है कि मेजबान ऑस्ट्रेलिया बीते 32 बरस में ब्रिस्बेन में चार में जो दो टेस्ट हारी है उसमें से एक में उसे दूसरी पारी में ऋषभ पंत की अविजित 89 रन की विस्फोटक पारी के चलते 2021 में भारत के हाथों ही तीन विकेट से हार झेलनी पड़ी है। फिलहाल तीसरे नंबर पर चल रहे भारत को अपने दम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने के लिए अब तीसरे टेस्ट सहित बाकी तीन में से दो टेस्ट और जीतने है। अन्यथा वह अगर मगर के फेर में फंस जाएगा। विराट कोहली, खुद कप्तान राोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत ने ब्रिस्बेन में बृहस्पतिवार को जम कर तरह पसीना बहा खुद को तीसरे टेस्ट के ‘टेस्ट’ के लिए तैयार किया है। भारत पलटवार कर ऑस्ट्रेलिया से गाबा में तीसरा टेस्ट जीत कर सीरीज में 2-1 की बढ़त लेने को तैयार है। भारत गाबा में ऋषभ पंत से 2021 की सी पारी की आस कर रहा है।
रफ्तार के सौदागरों की मुफीद गाबा(ब्रिस्बेन) की खासतौर पर सबसे ज्यादा कामयाब रहे सात टेस्ट मचों में 40 विकेट चटका चुके ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस के साथ मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड से निपटने के लिए भारत का शीर्ष क्रम तैयार दिखाई देता है। भारत की ऑस्ट्रेलिया पर गाबा में 2021 में ऐतिहाासिक जीत दर्ज करने वाली टीम के चार खिलाड़ी ऋषभ पंत, शुभमन गिल और कप्तान रोहित शर्मा के साथ मोहम्मद सिराज के रूप में चार खिलाड़ी फिलहाल उसकी टीम में हैं और यदि भारत रविचंद्रन अश्विन की जगह वाशिंगटन सुंद को तीसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल करता है तो फिर पांच खिलाड़ी हो जाएंगे। अब तक मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारत के दो बल्लेबाजों -यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली -ने पर्थ में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में और ऑस्ट्रेलिया के लिए एडिलेड टेस्ट में दूसरे टेस्ट में केवल ट्रेविज हेड ने शतक जड़े हैं। भारत की एकादश में रविचंद्रन अश्विन की जगह वाशिंगटन सुंदर को शामिल करने को लेकर और बदलाव की उम्मीद और गुंजाइश बेहद कम है। भारत के सामने सबसे बड़ा सवाल यह रहेगा कि रोहित शर्मा तीसरे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल के साथ केएल राहुल की जगह पारी का आगाज करेंगे अथवा छठे नंबर पर खेलेंगे। केएल राहुल और रोहित शर्मा को कौन भारत की पारी का आगाज करता है और कौन छठे नंबर पर खेलता यह देखना दिलचस्प होगा और जब तक पाठक इस खबर को पढ़ेंगे तब तक उन्हें इस बाबत मालूम पड़ जाएगा। भारत टॉस जीता तो वह पहले बल्लेबाजी करेगा और तब उसकी कोशिश पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करने की होनी चाहिए। भारत के बल्लेबाजों को खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस से चौकस रहना होगा।
भारत के तुरुप के तेज गेंदबाज पर्थ में पहले टेस्ट में कप्तानी करने वाले मैन ऑफ द’ मैच रहे जसप्रीत बुमराह गाबा में उसकी तुरुप के इक्के साबित हो सकते हैं। बुमराह का भारत के उनके साथी तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और हर्षित राणा ने कदमताल कर साथ निभाया तो हेड को छोड़ मेजबान ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम में नाथन मैक्सिवनी ,उस्मान ख्वाजा, मरनस लबुशेन, स्टीव स्मिथ और मिचेल मार्श को फिर रनों के लिए तरसना पड़ सकता है। भारत को पलटवार कर जीत के साथ वापसी करनी है तो उसे ट्रेविज हेड को सस्ते में आउट करना होगा। हेड को भारत ने सस्ते में आउट कर चलता करा दिया तो फिर उसकी राह आसान हो सकती है। भारत के नौजवान तेज गेंदबाज हर्षित राणा को हेड को पहली पारी में जिस तरह की बेहतरीन गेंद पर बोल्ड किया उसी तरह की गेंद गाबा मे फिर करनी होगी।