दीपिका के इकलौते गोल से भारत ने जर्मनी को हरा हिसाब चुकता किया

India settled the score by defeating Germany with Deepika's only goal

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : ऑलराउंडर ड्रैग फ्लिकर दीपिका सहरावत के मैच के पहले क्वॉर्टर में मिले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर बढ़िया ड्रैग फ्लिक से दागे बेहतरीन गोल और दोनों गोलरक्षक सविता और बिच्छू देवी खरीबम के बेहतरीन बचावों की बदौलत भारत की महिला टीम ने भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में एचआईएच प्रो हॉकी लीग 2024-25 में जर्मनी को शनिवार रिटर्न मैच में 1-0 से हरा कर उससे शुक्रवार को मिली 0-4 की हार का हिसाब चुकता कर दिया। भारत की महिला हॉकी टीम छह मैचों में दूसरी जीत और शूटआउट में एक हार अेर तीन सीधी हार के साथ सात अंको के साथ सातवें स्थान पर पहुंच गई। जर्मनी की टीम आठ मैचों में भारत के खिलाफ इकलौती जीत और पांच हार और शूटआउट में एक जीत और एक हार के साथ कुल छह अंकों के साथ आठवें स्थान पर है। मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई दीपिका सहरावत ने यह जीत भारत के लिए शनिवार को अपना 250 वां अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाली सुशीला चानू को समर्पित की।

भारत की मध्यपंक्ति में अनुभवी मिडफील्डर ललरेमसियामी, नेहा गोयल के साथ डिफेंसिव मिडफील्डर सुशीला चानू और कप्तान सलीमा टेटे ने बतौर रशर योहाना हचेनबर्ग के पेनल्टी कॉर्नर को बतौर रशर रोक कर बेकार किया। जर्मनी को उसकी स्ट्राइकर सोफिया शवेब ने बराबर हमले बोल कर बराबरी दिलाने की कोशिश की लेकिन गोलरक्षक सविता और बिच्छू देवी खरीबम हर बार दीवार के रूप में उनके शॉट को रोकने लिए मौजूद रही। भारत को मैच में कुल नौ पेनल्टी कॉर्नर मिले और उसकी ड्रैग फ्लिकर दीपिका सहरावत ने उसके लिए पहला क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर उसके लिए इकलौता और निर्णायक गोल किया। वहीं जर्मनी को मैच में कुल पांच पेनल्टी कॉर्नर मिले और इनमें एक को भी गोल में नहीं बदल पाई। भारत को दीपिका के गोल से अपना खाता खोलने के बाद पहले क्वॉर्टर में अपनी बढ़त बढ़ाने का मौका लेकिन सुनीलता टोपो और वैष्णवी विट्ठल फाल्के के शॉट पर गेंद बहुत करीब से बाहर निकल गई। दूसरे क्वॉर्टर में रोचक संघर्ष देखने को मिला भाारत ने अपनी ढ़ाने के लिए और जर्मनी ने बराबरी पाने की पुरजोर कोशिश की। जर्मनी दूसरे क्वार्टर के शुरू में भारत के हमले के चलते अपने हाफ में रहने का मजबूर हुई। भारत की रक्षापंक्ति की तारीफ करनी होगी कि उसने जर्मनी की स्टाइकर सोफिया शवेब की मजबूत चौकसी कर अपने गोल तक ही नहीं पहुंचने दिया। दीपिका सहरावत ने बराबर तेज फर्राटे लगा जर्मनी की डी में वहुंखी और उनके बढ़िशा पास पर दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से पांच मिनट पहले शर्मिला देवी की ओर गेंद बढ़ाई लेकिन उन्हांने सीधे जर्मनी की गोलाक्षक फिंजसा स्टार्क के पैड पर शॉट जमाया गोल करने का मौका खो दिया।जर्मनी को अगले ही मिनट यारा मंडेल ने पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन इस पर लीना माइकल के नीचे फ्लिक को भारत की गोलरक्षक सविता ने रोक लिया। तीसरे क्वॉर्टर र मे गेंद जर्मनी के कब्जे में ज्यादा रही रही और उसने दो पेनल्टी कॉर्नर और हासिल किए लेकिन भारत की रक्षापंक्ति ने मजबूत चौकसी की। जर्मनी के चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन स्टेन कर्ज के फ्लिक की सुनीलता टोपो ने आगे बढ़ अपनी स्टिक पर ले रोक लिया। शवेब ने 47 वें मिनट में तेज शॉट जमाया पर भारत की गोलरक्षक बिच्छू देवी नेइसे रोक जर्मनी को बराबरी पाने से रोक दिया।