भारत के लिए सुखजीत, उत्तम और अभिषेक ने दागा एक एक मैदानी गोल
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ओलंपिक कांस्य पदक विजेता सुखजीत सिंह, अभिषेक नैन और नवोदित उत्तम सिंह जैसे स्ट्राइकर के मौकों को भुनाने की कलाकारी दिखाते शुरू के तीन क्वॉर्टर में दागे एक-एक बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत मौजूदा और चार बाद के चैंपियन भारत ने मेजबान चीन को पुरुष एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी में अपने पहले पहले मैच में हुलुनबुइर, इनर मंगोलिया के मोकी में 3-0 से हराकर अपना अभियान दमदार ढंग से शुरू किया। सुखजीत सिंह और अभिषेक नैन के रूप में ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के दो ही स्ट्राइकर चीन के खिलाफ खेले जबकि गुरजोत सिंह ने देश के लिए अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। गुरजोत सिंह ने जरूर भारत के लिए अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलते हुए गोल न करने के बावजूद प्रभावित किया। अरिजित सिंह हुंदल और उत्तम सिंह को भी बतौर स्ट्राइकर मौका मिला लेकिन हुंदल तो गेंद को कब्जे में लेने के लिए पहले क्वॉर्टर में जूझते दिखे जबकि भारत के लिए मैच का दूसरा गोल किया। भारतीय खिलाड़ियों को मौकी की धीमी पर तालमेल बैठाने में खासी दिक्कत आई। भारत के कप्तान मैन ऑफ द‘ मैच रहे हरमनप्रीत सिंह ने आज भारत को मिले आधा दर्जन पेनल्टी कॉर्नर में से दो ही लिए लेकिन नौजवान खिलाड़ियों के उन्होंने बराबर आगे गेंद बढ़ाई। भारत के लिए शुरू के दोनों मैदानी गोल उसके ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह और कप्तान हरमनप्रीत सिंह के स्लैप पुश पर ही पहले सुखजीत और फिर उत्तम सिंह ने किए। भारत की टीम में संजय ने बतौर ड्रैग फ्लिकर सबसे ज्यादा निराश किया और एक बार फिर सवाल यह है वह किस खासियत की वजह से टीम में हैं। भारत के लिए सबसे उत्साहवर्द्धक बात यह रही कि उसके रविवार को चीन के खिलाफ तीन मैदानी गोल किए।
जुगराज के दाएं से तिरछे स्लैप पुश पर डी के भीतर खड़े सुखजीत सिंह ने बस अपनी हॉकी लगा गोल कर भारत को पहला क्वॉर्टर खत्म होने से मिनट भपहले गोल कर 1-0से आगे कर दिया। भारत को नौवें मिनट में इससे पहले पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला था लेकिन संजय के ड्रैग फ्लिक को चीन के गोलरक्षक ने रोक कर अपनी टीम पर आया खतरा टाल दिया। चीन ने दो मिनट बाद मैच का अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन डी के उपर के उसके स्टॉपर से गेंद रुकी नहीं और यह बेकार गया। अभिषेक ने उत्तम सिंह के बाएं से मिले पास पर डी के ठीक उपर से तेज शॉट जमाया लेकिन गेंद को चीन के गोलरक्षक ने रोक कर अपनी टीम पर आया खतरा टाला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दाएं से तेज तिरछे स्लैप शॉट पर गुरजोत सिंह ने गेंद को कब्जे में कर दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले डी के भीतर गेंद को उत्तम सिंह की ओर सरकाया और उन्होंने तेज शॉट जमा गोल कर भारत की बढ़त 2-0 कर दी। अभिषेक ने तीसरे क्वॉर्टर के शुरू में बेहतरीन मैदानी गोल कर भारत की बढ़त 3-0 कर उसे मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया था। भारत को चौथे क्वॉर्टर के शुरू में गोल करने का बढ़िया मौका मिला लेकिन गुरजोत के बढ़िया पास पर अभिषेक ने खाली खड़े सुखजीत सिंह की ओर गेंद बढ़ाने की बजाय सीधे वॉली लगा गोल करने का सुनहरा मौका गंवा दिया। चीन के चौथे और आखिरी क्वॉर्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन गोलरक्षक सूरज करकेरा ने अच्छे बचाव किए।
पिछले उपविजेता मलयेशिया ने 0-2से पिछड़ने के बाद पाकिस्तान को दो-दो गोल की बराबरी पर रोका। पाकिस्तान ने सूफियान खान के पेनल्टी कॉर्नर दागे गोल से बढ़त ली और जीकिरिया हयात के गोल से अपनी बढ़त 2-0 कर ली थी। मलयेशिया के लिए ड्रैग फ्लिकर फैजल सारी और आइमैन रोजेमी ने पेनल्टी कॉर्नर पर एक-एक गोल किया। वहीं दक्षिण कोरिया ने ड्रैग फ्लिकर जिहुन यांग के तीन और हयुनहोंग कि और जुंगहो किम के एक एक गोल से बढ़त लेने के बावजूद जापान के खिलाफ अपना मैच 5-5 गोल से ड्रॉ खेलने पर मजबूर होना पड़ा। जापान के लिए कजामसा मत्सुमोतो , कोसेई कवाबो, नारू किमुरा,युसुको कवामुरा और युकी चिबा ने एक एक मैदानी गोल किया।