
- जीत के लिए भारत को बेहतर बल्लेबाजी और चुस्त फील्डिंग की जरूरत
- गर्दन में ऐंठन के चलते कप्तान हरमनप्रीत कौर के खेलने को लेकर संदेह
- भारत सेमीफाइनल को ले अगर-मगर में फेर में फंसा
सत्सेन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत को अब दुबई में आईसीसी महिला टी 20 क्रिकेट विश्व कप में नेट रन रेट सहित सभी चिंताओं को भुला कर अपना ध्यान बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ ग्रुप ए के मैच में नई सोच और सकारात्मक अंदाज में खेल कर सिर्फ और सिर्फ जीत पर लगाना होगा। भारत को लगातार दूसरी जीत दर्ज करनी है तो खासतौर पर स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा की सलामी जोड़ी के साथ खासतौर पर जेमिमा राॉड्रिग्ज को खुलकर खेल रन बनाने होंगी। सच तो यह है कि पहले मैच में न्यूजीलैंड के हाथों मिली 58 रन की हार से भारत का सारा हिसाब ही गड़बड़ा गया है। इस गणित को सुधारने के लिए भारत की कोशिश श्रीलंका के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने की होगी। भारत दाम्बुला में श्रीलंका से इस साल जुलाई में एशिया कप फाइनल में आठ विकेट से हार गया था। श्रीलंका की कप्तान चमारी अट्टापट्टू व हर्षिता समरविक्रमे के तेज अर्द्धशतकों की मदद से श्रीलंका ने बड़े लक्ष्य को मात्र दो विकेट खोकर हासिल कर पहली बार एशिया कप खिताब जीत इतिहास रच दिया था। भारत को इससे उसे निराश होने की जरूरत नहीं है। हर दिन नया है। भारत ने हालांकि श्रीलंका से अपने पिछले पांच में से तीन मैच जीते हैं।
श्रीलंका की टीम पाकिस्तान और ऑ्स्ट्रेलिया के खिलाफ अपने मैचों में 100 रन से पहले ही ढेर होकर हार गई। श्रीलंका के लिए शुरू के दोनों मैचों में नीलाक्षी सिल्वा (कुल 51) ने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं। वहीं भारत की टीम को दोनों ही मैचो में 100 रन के पार पहुंचने के लिए जूझना पड़ा। भारत के लिए दो मैचों में सबसे ज्यादा रन कप्तान हरमनप्रीत कौर (कुल 44 रन), जेमिमा रॉड्रिग् ( कुल 36) और ओपनर शैफाली वर्मा (कुल 34रन) बनाए हैं और उसकी भी एक भी बल्लेबाज अर्द्धशतक नहीं जड़ सकी है। भारत और श्रीलंका, दोनों की परेशानी शीर्ष क्रम की नाकामी है। भारत को लगातार दूसरी जीत के साथ अपनी सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रखनी है तो उसके बेहतर बल्लेबाजी के साथ चुस्त फील्डिंग की भी जरूरत होगी। भारत के लिए उत्साहवर्द्धक बात यह है कि उसके तेज गेंदबाज अरुधंति रेड्डी (कुल चार विकेट) और रेणुका सिंह (कु़ल तीन विकेट) रंग में है। श्रीलंका की सबसे बड़ी ताकत उसकी कप्तापन चामरी अट्टापट्टू (कुल तीन विकेट) और सुगंदिका कुमारी (तीन विकेट) ने विकेट जरूर चटकाए लेकिन वह बल्लेबाजों पर लगाम लगाने में नाकाम रही है।
भारत के सामने एक स्थिति यह हो सकती है उसे अपने ग्रुप में शीर्ष दो में स्थान पाने के लिए ऑस्ट्रेलिया को आखिरी मैच में एक में एक तय अंतर से हराने की जरूरत पड़े। यदि न्यूजीलैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया को ग्रुप मैच में हरा देती है तो भारत का कुछ भला हो सकता है। सच तो यह है कि अब भारत का सेमीफाइनल में स्थान बनाने के लिए अगर मगर में फंस गया है। भारत का सेमीफाइनल में पहुंचना उसके हाथ में नहीं है बल्कि बाकी नतीजों पर अटक गया है। भारत और पाकिस्तान की टीमें मंगलवार के मैच से पहले ग्रुप ए में दो दो में से एक एक मैच ही जीती जबकि श्रीलंका की टीम ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान से अपने अपने मैच हार चुकी है। भारत और पाकिस्तान के दो -दो मैचों से दो दो अंक हैं।
भारत के लिए श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले बड़ा सिरदर्द कप्तान हरमनप्रीत सिंह की गर्दन में आई ऐंठन से उनके श्रीलंका के खिलाफ खेलने को लेकर संदेह है। एक बात तो जरूर है कि भारत की टीम तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की पहेली को अभी भी अनिश्चय में है। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे नंबर पर हरमनप्रीत कौर को भेजा लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ जेमिमा रॉड्रिग्ज को भेजा गया था। भारत का खेल जरूर निराशा करता है और उसे अपने बाकी दोनों मैच जीतने के लिए अपना सवश्रेष्ठ खेल दिखाने की जरूरत है। कप्तान हरमनप्रीत कौर की गर्दन में ऐंठन के चलते यदि श्रीलंका के खिलाफ मैच के लिए फिट नहीं हुई तो फिर भारत के चीफ कोच अमोल मुजमदार के लिए बड़ा सिरदर्द हो सकता है। हरमनप्रीत कौर यदि नहीं खेलीं तो उनकी जगह भारत तीसरे नंबर पर यस्तिका भाटिया को उतारेगा लेकिन उनके साथ दिक्कत यह है कि वह चोट से उबरने के बाद लंबे समय से मैच नहीं खेली हैं। इससे उन्हें एकादश में शामिल करना बड़ा दांव हो सकता है। भारत की रन रेट तो धीमी है ही उसकी कैचिंग बेहद लचर रही है। हरमनप्रीत कौर के नहीं खेलने पर टीम इंडिया की कप्तानी उपकप्तान स्मृति मंधाना करेंगी जो की शुरू के दो मैचों में बड़े अनिश्चय मे नजर आई और कुल नौ रन बना पाई हैं।
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ जीत में पॉवरप्ले में एक भी चौका या छक्का नहीं जड़ा। भारत की लक्ष्य को पीछा करने की सोच जरूरत से ज्यादा रक्षात्मक नजर आई। यह सही है कि तेज गर्मी से पिच सूखी हुई थी। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ मैचों में टॉस हार गई और उसे बाद में बल्लेबाजी करने को मिली। गइ नियमित कप्तान हरमनप्रीत कौर को आखिरी ओवर में रनआउट से बचने के लिए पीछे पैर खींचने पर गले में चोट आई और उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा था। पाकिस्तान के खिलाफ जीत के बाद भारत की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने कहा, ‘हमारी भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा अलग अंदाज में तेजी से कर सकती थी। बल्लेबाजी में बेहतर आगाज भारत के लिए अच्छा रहता लेकिन अच्छा है हम पाकिस्तान के खिलाफ मैच जीतने में सफल रहे। हां, हमने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में नेट रन रेट करने की बाबत सोचा था, मै और शैफाली वर्मा पॉवरप्ले में गेंद को ठीक से टाइम नहीं कर पाए और हम इस दौरान बहुत विकेट नहीं गंवाना चाहते थे। अब हमारे सामने अच्छा खेल रही श्रीलंका की टीम बुधवार को होगी।हां, इतना जरूरत है कि पाकिस्तान के खिलाफ जीत से हमें लय मिलेगी।’
मैच का समय : भारत वि. श्रीलंक(शाम साढे सात बजे से)